* एक मशीन डीजल के अभाव में पडी है बंद
* शहर में है ढाई लाख से अधिक सेफ्टिक टैंक
* कई टैंक पूरी तरह भर कर हो रहे ओवरफ्लो
अमरावती/दि.24 – अमरावती मनपा क्षेत्र में करीब ढाई लाख घरों में सेफ्टिक टैंक वाले शौचालय बने हुए है और इन सेफ्टिक टैंक की प्रत्येक 3 से 4 वर्षों में साफ-सफाई करना अपेक्षित होता है. जिसके तहत इन सेफ्टिक टैंकों को पूरी तरह से खाली करते हुए इनमें नये सिरे से पानी भरा जाता है. ताकि इन सेफ्टिक टैंकों से जहरीली गैसों का प्रादूर्भाव ना हो और संक्रामक रोग फैलाने वाले जिवाणुओं व विषाणुओं की पैदावार न बढे. इन सेफ्टिक टैंकों की साफ-सफाई करने का जिम्मा मुख्य रुप से संपत्तिधारकों के साथ-साथ मनपा प्रशासन पर होता है और सेफ्टिक टैंकों के पूरी तरह भर जाने पर संबंधित संपत्तिधारक को इसकी सूचना मनपा प्रशासन को देनी होती है. जिसके बाद मनपा के स्वच्छता विभाग द्बारा विशिष्ट तरह की मशीन वाले मोटर पंप लगे टैंकर को भेजकर उस सेफ्टिक टैंक को खाली किया जाता है. परंतु विगत कई माह से अमरावती शहर में सेफ्टिक टैंक को खाली करते हुए उनकी साफ-सफाई करने का काम पूरी तरह से ठप पडा हुआ है. क्योंकि मनपा के स्वच्छता विभाग के पास इन टैंकों की साफ-सफाई करने के लिए मशीन ही उपलब्ध नहीं है.
इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर मनपा की स्वच्छता अधिकारी डॉ. सीमा नैताम ने बताया कि, मनपा के पास सेफ्टिक टैंक खाली करने हेतु कुल तीन मशीनें है, जिसमें से दो मशीनें खराब होकर ‘आउट ऑफ सर्विस’ हो गई है. वहीं तीसरी मशीन डीजल नहीं रहने के चलते बंद पडी है. चूंकि मनपा पर इंधन को लेकर उदारी काफी अधिक हो गई है. ऐसे में मनपा को इंधन आपूर्ति करने वाले पेट्रोल पंप संचालकों ने अब मनपा के वाहनों को पेट्रोल व डीजल ेदेने से मना कर दिया है. जिसकी वजह से डीजल ही नहीं मिलने के चलते सेफ्टिक टैंक खाली करने तीसरी मशीन जगह पर ही खडी है. वहीं डॉ. नैताम ने यह भी बताया कि, खराब हो चुकी दो मशीनों के स्थान पर मनपा प्रशासन ने दो नई मशीनें खरीदने का ऑडर भी दे रखा है. परंतु भुगतान नहीं होने के चलते उन मशीनों की अब तक डिलीवरी प्राप्त नहीं हुई है. यानि कुल मिलाकर मनपा के पास इस समय सेफ्टिक टैंक की साफ-सफाई करने हेतु कोई मशीन उपलब्ध नहीं है. जिसके चलते मनपा क्षेत्र में शौचालयों के पूरी तरह से भर चुके सेफ्टिक टैंकों की साफ-सफाई का काम ठप पडा हुआ है.
* तो निजी ठेकेदारों की सेवा ले सकते है लोग
सेफ्टिक टैंकों की साफ-सफाई के मुद्दें को लेकर संपर्क किये जाने पर डॉ. सीमा नैताम ने यह भी कहा कि, अगर मनपा प्रशासन के पास उपलब्ध मशीनें कुछ समय के लिए सेवा देने की स्थिति में नहीं है, तो इस कार्य हेतु शहरवासियों द्बारा निजी ठेकेदारों द्बारा उपलब्ध कराई जाने वाली मशीनों की सेवाओं को प्राप्त किया जा सकता है. डॉ. नैताम ने यह भी कहा कि, मनपा की तुलना में निजी ठेकेदारों द्बारा सेफ्टिक टैंकों की साफ-सफाई के लिए तुलनात्मक रुप से पैसे भी कम लिए जाते है. अत: निजी ठेकेदारों के जरिए सेफ्टिक टैंकों की साफ-सफाई करवाना लोगों के लिए सुविधाजनक रहने के साथ ही फायदेमंद भी हो सकता है.
* हमसे पहले नागरिकों की जिम्मेदारी
शहर में साफ-सफाई की सुविधा उपलब्ध करवाने और सेफ्टिक टैंकों की साफ-सफाई करने के साथ ही उन्हें खाली करवाने को लेकर मनपा की जिम्मेदारी के संदर्भ में सवाल पूछने पर मनपा की स्वच्छता अधिकारी डॉ. सीमा नैताम ने कहा कि, शहर में सार्वजनिक स्थानों पर साफ-सफाई करने की जिम्मेदारी मनपा की है. इस बात को लेकर कोई संदेह व इंकार नहीं है. किंतु निजी शौचालयों की साफ-सफाई एवं सेफ्टिक टैंकों को खाली करने की पहली जिम्मेदारी खुद संबंधित नागरिकों की होती है. उन्हें प्रत्येक 3 वर्ष में अपने सेफ्टिक टैंक को नियमित रुप से खाली करवाना चाहिए. परंतु अमुमन लोगबाग ऐसा करते नहीं है और जब सेफ्टिक टैंक पूरी तरह से भरकर ओवरफ्लो होने की स्थिति में आ जाता है, तब वे इसकी सफाई को लेकर मनपा पर ठिकरा फोडते है. नागरिकों की ओर से सूचना मिलने पर मनपा द्बारा अपने पास उपलब्ध मशीनों के जरिए सेफ्टिक टैंक को खाली करने का काम किया जाता है. जिसके लिए मनपा द्बारा नागरिकों से आवश्यक शुल्क भी वसूला जाता है. लेकिन चूंकि इस समय हमारे पास उपलब्ध दो मशीनें खराब हो चुकी है और एक मशीन डीजल नहीं रहने के चलते बंद पडी है. अत: हम इस व्यक्त इसे लेकर कुछ भी नहीं कर सकते. वहीं ढाई लाख टैंकों की साफ-सफाई के लिए केवल 3 मशीनें बेहद कम रहने की ओर ध्यान दिलाए जाने पर डॉ. सीमा नैताम ने कहा कि, सभी सेफ्टिक टैंकों की सफाई एक ही समय नहीं करनी पडती. अत: शहर के लिए 3 मशीनें काफी है. साथ ही यह मशीन काफी महंगी भी होती है. अत: अतिरिक्त मशीन खरीदकर रखने का कोई तुक या औचित्य भी नहीं है. इसके अलावा शहर में कई निजी ठेकेदारों द्बारा भी सेफ्टिक टैंक की सफाई हेतु सेवा प्रदान की जाती है. ऐसे में इस काम को लेकर चिंता करने की जरुरत भी नहीं है. कुल मिलाकर मनपा की स्वच्छता अधिकारी डॉ. सीमा नैताम का यह कहना रहा कि, भले ही मनपा के पास सेफ्टिक टैंकों की सफाई करने को लेकर इस समय कोई इंतजाम नहीं है. लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पडता और नागरिकों ने निजी ठेकेदारों की सेवा लेकर अपनी समस्या का समाधान कर लेना चाहिए.