अमरावती/दि.13– स्वच्छ भारत अभियान अंतर्गत संपूर्ण देश में स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार योजना चलाई जा रही है. इस उपक्रम अंतर्गत अमरावती जिले की 2813 शालाओं ने स्वयं पंजीयन किया था. शिक्षणाधिकारी कार्यालय की 13 टीमों द्वारा सर्वाधिक अंक प्राप्त (फाईव स्टार) 163 शालाओं की गुण पड़ताल 9 मई से 13 मई दरमियान की जा रही है. इनमें से उत्कृष्ट 38 स्कूलों का जिलास्तर पर चयन कर इनमें से 14 स्कूलों का राज्यस्तर हेतु चयन होगा.
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार स्पर्धा में जिले की 2897 शालाओं में से 2778 शालाओं ने सहभाग लिया. इस स्पर्धा में स्कूलों ने अपने परिसर में उपलब्ध पानी की सुविधा, शौचालय, हाथ धोना, मेंटेनन्स, भौतिक सुविधा व कोरोना संदर्भ की सुरक्षा की सुविधा बाबत 59 प्रश्नों की सही जानकारी स्वयं मुल्यांकन कर ऑनलाइन स्वरुप में स्वच्छ विद्यालय पोर्टल पर भरी थी. शालाओं द्वारा भरी गई जानकारी उचित है या नहीं,इस बारे में पड़ताल के लिए शिक्षणाधिकारी प्रफुल्ल कचवे के नेतृत्व में तीन दिवसीय अभियान चलाया गया.
इस अभियान में फाईव स्टार गुणांकन प्राप्त अचलपुर तहसील की 13 शालाओं, मोर्शी की 14, वरुड 6, दर्यापुर 11, धामणगांव 5, चांदूर रेल्वे 8,धारणी 6, चिखलदरा 6, अमरावती मनपा 47, तिवसा 7, नांदगांव 8, चांदूर बाजार 7, भातकुली 5, अंजनगांव8, अमरावती 12 ऐसी कुल 163 शालाओं की पड़ताल अंतिम चरण में है. वरिष्ठ स्तर पर चयनीत शालाओं को 20 हजार से 60 हजार तक पुरस्कार दिये जायेंगे. यह जानकारी इस उपक्रम के नोडल अधिकारी गजानन मानकर ने दी.
स्वच्छ विद्यालय में शहरी भागों की शालाओं के साथ ही ग्रामीण भागों की शालाओं पर भी विशेष ध्यान केंद्रीत किया गया है. इसलिए ग्रामीण भाग की कुल 24 स्कूलें व शहरी भागों के लिए 14 स्कूलों का चयन जिलास्तर पर किया जाएगा. शालाओं के साथ ही समाज में स्वच्छता विषयक महत्व बढ़ाने के उद्देश्य से यह उपक्रम चलाया जा रहा है.
– प्रफुल्ल कचवे, माध्यमिक शिक्षणाधिकारी