अमरावती/दि.29 – फर्जी पीआर कार्ड बनाने के मामले में अपराध दर्ज हुए एक लिपिक ने सोमवार को न्यायालय में गिरफ्तारी पूर्व जमानत के लिए अर्जी दाखल की थी. किंतु न्यायालय में उसकी जमानत अर्जी खारिज की है. जिससे आर्थिक अपराध शाखा का दल उसे किसी भी समय गिरफ्तार कर सकता है. योगेश शिरभाते यह कर्मचारी का नाम है.
गाडगे नगर पुलिस ने भूमि अभिलेख अधिकारी फुलझेले की शिकायत पर कार्यालय के लिपिक योगेश शिरभाते व स्वप्नील उंबरकर इन दोनों के खिलाफ पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी थी. आर्थिक अपराध शाखा के दल ने इस मामले में 2 दिन पहले दो लोगों कोे गिरफ्तार किया. जिससे पीआर कार्ड निश्चित किसने बनाया इसका पता जल्द ही चलेगा, ऐसा संबंधित कर्मचारियों के निदर्शन में आते ही सोमवार को योगेश शिरभाते ने न्यायालय में गिरफ्तारी पूर्व जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी. उसपर पुलिस ने अपना पक्ष रखने के बाद न्यायालय ने शिरभाते की जमानत अर्जी खारिज की. जिसेस आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारी भूमि अभिलेख कार्यालय के अपराध दर्ज हुए कर्मचारियों को किसी भी समय गिरफ्तार कर सकते है.