अमरावती/दि.8- जिले के मोर्शी तहसील क्षेत्र अंतर्गत सावरखेड गांव में बादल फटने से किसानों के खेत बह गये. किसानों का लाखों रुपयों का नुकसान इस आफत की बारिश से हुआ है. जिस पर किसानों ने तुरंत मदद की मांग उठाई है. तहसील का सावरखेड यह गांव 4 हजार जनसंख्या वाला गांव है. गांव में किसान व खेत मजदूरों की संख्या सर्वाधिक है. बारिश शुरु होने से पहले किसानों ने कर्ज लेकर व मजदूरी कर इकठ्ठा किये पैसों से बीज खरीदकर बुआई की थी लेकिन बादल फटने से सभी किसानों का सपना एक झटके में बर्बाद हो गया.
इस वर्ष अच्छी बारिश होकर अच्छी उपज होगी. यह अनुमान किसानों ने लगाया था. विगत हफ्ते भर तक बारिश नहीं बरसने से किसान चिंता में थे. लेकिन कल रात गांव में आफत की बारिश बरसी. बादल फटने से किसानों के सपने भी आयी बाढ में बह गये है. गांव के कई किसानों की जमीन बारिश व बाढ में बह गई है. खेतों में तालाब जैसी स्थिति बनी है. दूर से बहने वाला नाला किसानों के खेतों से बहने से किसानों का लाखों रुपयों का नुकसान हुआ. कई किसानों की खेती 3 फिट तक बह गई है. बडे-बडे पेडों की मिट्टी धसकर व लोगों के घरों में पानी घूसने से घरों का भी बडी मात्रा में नुकसान हुआ है.
* सैकडों किसनों ने व्यक्त की व्यथा
खेतों में जाने वाले पगदंडी मार्गों पर बाढ में बहकर आये पेड फंस जाने से पगदंडी मार्ग अवरुद्ध हो गया. जिसमें से राह निकालते हुए हमें खेतों में जाना पडा. लेकिन अधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने किसानों की सुध तक नहीं ली. यह आक्रोश भी किसानों ने व्यक्त किया है. विधायक यशोमति ठाकुर व सांसद नवनीत राणा ने नेरपिंगलाई व क्षेत्र के अन्य गांवों का दौरा किया, लेकिन उनमें से कोई भी हमारे गांव में नहीं आया ऐसे शब्दों में किसानों ने नाराजगी व्यक्त कर प्रशासन तुरंत पंचनामे कर किसानों को 2 लाख रुपए मुआवजा दें, अन्यथा किसान सडक पर उतरकर तीव्र आंदोलन करेंगे, ऐसी चेतावनी आरपीआई के एड. दिपक सरदार ने प्रशासन को दी है.