मेघे इन्स्टि. ऑफ टेक्नॉ. एन्ड रिसर्च में शुरू होंगे दो पाठ्यक्रम
इंजीनियर बनने के इच्छुक विद्यार्थियोें के पास होेंगे दो शानदार पर्याय
* पत्रवार्ता में दी गई दोनों पाठ्यक्रमोें की जानकारी
अमरावती/दि.23- स्थानीय विदर्भ यूथ वेलफेअर सोसायटी द्वारा संचालित प्रा. राम मेघे इन्स्टिट्यूूट ऑफ टेक्नॉलॉजी एन्ड रिसर्च में अब ‘आर्टिफिशियल इंटेलीजन्स एन्ड डेटा सायन्स’ तथा ‘इंडस्ट्रीयल आयओटी’ नामक दो नये पाठ्यक्रम शुरू करने को नई दिल्ली स्थित एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्रदान की गई है. ऐसे में अब अभियांत्रिकी की पढाई करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए बडनेरा स्थित प्रा. राम मेघे इन्स्टिट्यूूट ऑफ टेक्नॉलॉजी एन्ड रिसर्च इस अभियांत्रिकी महाविद्यालय में दो शानदार अवसर व पर्याय उपलब्ध होंगे. इस आशय की जानकारी विदर्भ यूथ वेलफेअर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. नितीन धांडे द्वारा आज यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में दी गई.
स्थानीय कैम्प परिसर स्थित होटल ग्रैण्ड महफिल में बुलाई गई पत्रवार्ता में उपरोक्त जानकारी देने के साथ ही संस्थाध्यक्ष डॉ. नितीन धांडे ने कहा कि, तेजी से बदलते सूचना तकनीक के इस दौर में हर विद्यार्थी नया तकनीकी ज्ञान आत्मसात करते हुए अच्छी नौकरी करना चाहता है या फिर तकनीकी ज्ञान के क्षेत्र में स्वयंरोजगार शुरू करना चाहता है. ऐसे में अपने प्रत्येक विद्यार्थी का सपना पूर्ण हो सके और वे अपने ध्येय की प्राप्ती कर सके. इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रा. राम मेघे इन्स्टिट्यूूट ऑफ टेक्नॉलॉजी एन्ड रिसर्च द्वारा सुयोग्य मार्गदर्शन और शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराने का कार्य किया जाता है. इस अभियांत्रिकी महाविद्यालय को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा के लिए जाना जाता है और आज इसे मध्यभारत के अग्रणी अभियांत्रिकी महाविद्यालयों में से एक माना जाता है. विगत 40 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत इस महाविद्यालय द्वारा मध्यभारत में सर्वाधिक विद्यार्थियों की नियुक्ति कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय महाविद्यालयों में करने का काम सफलतापूर्वक किया गया है. जिसके तहत इस वर्ष भी इस महाविद्यालय ने 800 से अधिक विद्यार्थियों को प्लेसमेंट दिलवाया है. इसके अलावा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नैशनल इन्स्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क में इस महाविद्यालय ने लगातार तीन वर्ष तक प्रथम 250 तंत्रशिक्षा महाविद्यालयों की सूची में स्थान हासिल किया है.
इस जानकारी के साथ ही संस्थाध्यक्ष नितीन धांडे ने बताया कि, मेस्कॉम तथा सीआईआई द्वारा किये गये अध्ययन के मुताबिक बहुत जल्द ‘आर्टिफिशियल इंटेलीजन्स एन्ड डेटा सायन्स’ तथा ‘इंडस्ट्रीयल आयओटी’ के क्षेत्र में 50 लाख से अधिक नौकरियां उपलब्ध होगी. ऐसे में महाविद्यालय द्वारा शुरू किये जानेवाले दोनों पाठ्यक्रम अमरावती संभाग के लिए नवसंजीवनी साबित होंगे. इस बात में कोई संदेह नहीं है. अत: अमरावती शहर व जिले सहित संभाग के इंजीनियर बनने के इच्छुक छात्र-छात्राओं ने इन नये दोनों पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेकर अपने सुनहरे भविष्य को आज से ही निश्चित करना चाहिए.
इस पत्रकार परिषद में विदर्भ युथ वेलफेअर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. नितीन धांडे, उपाध्यक्ष एड. उदय देशमुख, कोषाध्यक्ष प्रा. डॉ. हेमंत देशमुख, सचिव युवराजसिंह चौधरी, कार्यकारिणी सदस्य शंकरराव काले, नितीन हिवसे, प्रा. रागिणी देशमुख, डॉ. वैशाली धांडे, डॉ. पूनम चौधरी, प्राचार्य डॉ. गजेंद्र बमनोटे, विभाग प्रमुख डॉॅ. शिरीष देशमुख, डॉ. प्रकाश पचगाडे, डॉ. शंकर सोनारे, डॉ. अनूप शिरभाते, डॉ. प्रशांत इंगोले, प्रा. आशीष देशमुख, प्रा. रूपाली शेरेकर, डायरेक्टर ऑटोनोमी डॉ. दिलीप इंगोले, अधिष्ठाता डॉ. हर्षद देशमुख, डॉ. नितीन इंगोले, डॉ. निक्कू खालसा, प्रा. आनंद चौधरी, प्रा. स्मित ठाकुर, प्रा. श्रीकांत अकर्ते व प्रा. लोभस घडेकर आदि उपस्थित थे.