* बच्चू कडू ने कहा – कल खाने पर सभी को न्यौता
अमरावती/दि. 14 – अचलपुर के विधायक ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू ने मंगलवार को मुंबई में वर्षा बंगले पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से भेंट करने और अपने किसानों, दिव्यांगों और खेतिहर मजदूरों के मुद्दो पर सकारात्मक रुख रहने का दावा किया. कडू ने बताया कि, सितंबर प्रथम सप्ताह में इस बाबत महत्वपूर्ण बैठक आहूत की जाएगी. जिसमें उपरोक्त प्रश्न हल किए जाएंगे. कडू ने कहा कि, उनका महायुति के साथ आगामी चुनाव में रहना या न रहना इन मुद्दों पर सरकार के निर्णय पर निर्भर होगा.
* सीएम ने फोन कर बुलाया
उल्लेखनीय है कि, कडू ने पिछले शुक्रवार छत्रपति संभाजीनगर में विशाल मोर्चा निकालकर किसानों और दिव्यांगों के लिए अनेक मांगे अपनी ही महायुति सरकार के सामने रखी थी. अगले ही दिन वें पुणे पहुंचे और राकांपा शरद पवार गट के सर्वेसर्वा शरद पवार से उनके घर जाकर मुलाकात की. जिससे कडू के महायुति छोडकर आघाडी के सपोर्ट में जाने की अटकलें शुरु हो गई थी. ऐसे में सीएम शिंदे ने उन्हें फोन कॉल किया और बातचीत के लिए मुंबई बुलाया. अपने साथी विधायक राजकुमार पटेल के संग कडू ने वर्षा बंगले पर सीएम शिंदे से भेंट कर अपने मुद्दो पर चर्चा की. सीएम का रवैया सकारात्मक रहने और अगली मिटिंग शीघ्र आयोजित करने का भरोसा कडू को दिलाया गया है.
* राणा छोडकर सभी आमंत्रित
राणा दम्पत्ति छोडकर जिले के सभी राजनेताओं को कल आजादी की वर्षगांठ पर कुरल पूर्णा में आयोजित भोज में निमंत्रित करने की बात विधायक कडू ने कही. अमरावती मंडल ने उनसे पालकमंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल को भोज पर आमंत्रित करने संबंधी प्रश्न किया तो उन्होंने उत्तर में बताया कि, सभी राजनेताओं को उन्होंने आमंत्रित किया है. यशोमति ठाकुर, प्रवीण पोटे पाटिल, सुनील देशमुख, जगदीश गुप्ता आदि. राणा को निमंत्रण क्यों नहीं इस प्रश्न का भी जवाब कडू ने दिया. उन्होंने कहा कि, घर में आकर मारने की गंदी बात करनेवाले को कोई कैसे भोज का आमंत्रण दे सकता है?
* भाजपा नेता का घर आना
प्रहार जनशक्ति पक्ष के सर्वेसर्वा बच्चू कडू ने अपनी ही सरकार पर हमला किया. फिर वें शरद पवार से मिले. ऐसे में भाजपा नेता और अमरावती के जिला संपर्क मंत्री चंद्रकांत पाटिल को घर पर भोज के लिए आमंत्रित करने से राजनीतिक क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा छिडी है. जब भी कडू ने स्पष्ट किया कि, डीपीडीसी की बैठक दौरान पालकमंत्री ने घर पर आकर भोजन करने की बात कही थी. इसलिए यह भोज रखा गया. इसमें कोई राजनीतिक बात न निकालने अथवा रहने का दावा चार बार के विधायक ने किया.