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विधायक राणा के सीएम शिंदे व डेप्यूटी सीएम पवार ने उमेठे कान

महायुति में ‘नमक का डल्ला’ नहीं डालने की दी सलाह

* अमरावती व दर्यापुर में महायुति प्रत्याशियों के पक्ष में काम करने कहा
* डेप्यूटी सीएम फडणवीस को भी राणा को समझाइश देने की बात कही
अमरावती/दि.12- अमरावती व दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्रों में महायुति प्रत्याशियों के खिलाफ काम कर रहे युवा स्वाभिमान पार्टी के विधायक रवि राणा को अब एकसाथ राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की ओर से फटकार पडी है. इन दोनों नेताओं ने विधायक रवि राणा को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि, विधायक रवि राणा द्वारा महायुति के बनते काम में ‘नमक का डल्ला’ ना डाला जाये. साथ ही दोनों नेताओं ने प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी सलाह दी है कि, वे उनके समर्थन में रहने वाले विधायक रवि राणा को सही तरीके से समझाये.
बता दें कि, विधायक रवि राणा ने जहा एक ओर दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र में महायुति प्रत्याशी के खिलाफ पूर्व भाजपा विधायक रमेश बुंदिले को अपनी युवा स्वाभिमान पार्टी की ओर से प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है. वहीं एक सभा को संबोधित करते हुए विधायक रवि राणा ने खुले तौर पर कहा कि, अगर अमरावती की एक सीट पर जीत नहीं मिलेगी, तो कोई खास फर्क नहीं पडेगा. ज्ञात रहे कि, महायुति के तहत दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से शिंदे गुट वाली शिवसेना के अभिजीत अडसूल तथा अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से अजीत पवार गुट वाली राकांपा की सुलभा खोडके द्वारा चुनाव लडा जा रहा है. ऐसे में इन दोनों पार्टीयों के नेताओं द्वारा अपने प्रत्याशियों के खिलाफ काम कर रहे विधायक रवि राणा को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की गई है. क्योंकि विधायक रवि राणा की युवा स्वाभिमान पार्टी भी महायुति में शामिल है.
ज्ञात रहे कि, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र के दौरे पर थे. जहां पर उन्होंने शिंदे गुट वाली शिवसेना के प्रत्याशी अभिजीत अडसूल के प्रचार हेतु एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, महायुति का घटक दल होने के नाते विधायक रवि राणा ने महायुति प्रत्याशी के साथ खडे रहना चाहिए और महायुति के अनुशासन का पालन भी करना चाहिए. वहीं दूसरी ओर राकांपा नेता अजीत पवार ने कहा कि, हमने भी किसी समय राणा दम्पति का भरपूर समर्थन किया है. लेकिन रवि राणा ने बडबोलेपन की वजह से ही उनकी पत्नी नवनीत राणा लोकसभा का चुनाव हारी, ऐसे में अब रवि राणा ने संभलकर बात करनी चाहिए. साथ ही भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी रवि राणा से बातचीत करते हुए उन्हें समझाना चाहिए. क्योंकि रवि राणा इस समय ‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि’ का शिकार हो चुके है.

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