कोचिंग क्लासेस को भी 50 फीसद क्षमता के साथ मिले काम की अनुमति
प्रोफेशनल टिचर्स एसो. तथा कोचिंग क्लासेस टीचर्स फेडरेशन ने सौंपा ज्ञापन
अमरावती दि.10 – विगत शनिवार को राज्य सरकार द्वारा कोविड के लगातार बढते मामलों को ध्यान में रखते हुए कडे प्रतिबंधात्मक नियम लागू किये गये है. जिसके तहत सभी कोचिंग क्लासेस को आगामी 15 फरवरी तक पूरी तरह से बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. जिसका स्थानीय कोचिंग क्लासेस संचालकों द्वारा खुद पर अन्याय बताते हुए पुरजोर तरीके से विरोध किया जा रहा है.
इस संदर्भ में आज प्रोफेशनल टीचर्स एसोसिएशन तथा कोचिंग क्लासेस टीचर्स फेडरेशन एन्ड सोशल फोरम द्वारा जिलाधीश के जरिये मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के नाम सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि, विगत डेढ वर्षों से कोविड संक्रमण काल के दौरान कोचिंग क्लासेस संचालक बेहद विपरित स्थिति से गुजर रहे है. कोचिंग क्लासेस एक तरह से सुशिक्षित बेरोजगारों का व्यवसाय है. जिसकी तुलना स्कुल व कॉलेज से नहीं की जा सकती और विगत डेढ वर्ष के दौरान कोचिंग क्लासेस संचालकों ने अपने विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान टालने हेतु महत प्रयास किये. अत: सभी बातोें का विचार करते हुए कोचिंग क्लासेस को भी 50 फीसद उपस्थिति के साथ काम करने की छूट दी जानी चाहिए.
ज्ञापन सौंपते समय प्रोफेशनल टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संदीप बुरंगे व कार्याध्यक्ष प्रा. प्रवीण केंदले तथा कोचिंग क्लासेस टीचर्स फेडरेशन एन्ड सोशल फोरम के जिलाध्यक्ष सुनील मानकर सहित दोनों संगठनों के पदाधिकारी बडी संख्या में उपस्थित थे.