* रात के साथ ही दिन भी सर्द
* एक ही दिन में 4.2 डिग्री से लुढका पारा
अमरावती/दि.9 – विगत 24 घंटे के दौरान जिले में अचानक ही ठंड का असर काफी अधिक बढ गया है और तापमान में एक झटके के साथ 4.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने के चलते रात के साथ-साथ दिन भी सर्द हो गया है. जहां 7 दिसंबर को 16.7 डिग्री सेल्सियस का न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ था, वहीं 8 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस रहा. विशेष उल्लेखनीय यह है कि, गत वर्ष 8 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस था. यानि जहां विगत 24 घंटे के दौरान तापमान में 4.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. वहीं गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 8 दिसंबर को तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से कम रहा. ऐसे में 8 व 9 दिसंबर को शहर सहित पूरे जिले में कडाके की ठंड महसूस होती रही. तापमान में अचानक ही कमी आने और ठंड का असर बढ जाने के चलते 8 दिसंबर की शाम शहर सहित जिले में चहूंओर जगह-जगह पर अलाव जलते देखे गए. साथ ही लोगबाग स्वेटर-मफलर एवं कनटोपे पहने दिखाई दिए. इसके अलावा शाम ढलते ही प्रमुख व्यापारीक क्षेत्रों के साथ-साथ रिहायशी इलाकों में भी सन्नाटा पसरा दिखाई दिया और लोगबाग ठंड से बचने हेतु अपने-अपने घरों में रजाई व कंबल लेकर दुबके पडे रहे.
बता दें कि, विगत अक्तूबर माह के अंत में दीपावली का पर्व बितने के साथ ही जिले में ठंड ने कम अधिक प्रमाण में अपना असर दिखाना शुरु कर दिया था और नवंबर माह के अंत तक ठंड का असर बढना शुरु हो गया था. लेकिन दिसंबर माह के शुरु होते हुए तापमान में थोडा उछाल आया और ठंड का असर कुछ हद तक कम हुआ. हालांकि मौसम विभाग ने इसे लेकर पहले ही अनुमान जारी करने के साथ दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह से कडाके की ठंड पडने की संभावना जता दी थी, जो विगत 36 घंटों के अनुभव को देखते हुए काफी हद तक सहीं साबित होती दिखाई दे रही है. बुधवार 7 दिसंबर की शाम से ठंड का असर अचानक ही बढना शुरु हुआ और 8 दिसंबर जारी सिजन के दौरान अच्छा-खासा सर्द रहा. वहीं 8 दिसंबर को शाम ढलने के बाद एक तरह से शीतलहर वाला माहौल महसूस हुआ. जब अचानक ही ठिठूरन बढ गई. साथ ही अनुमान जताया गया है कि, अगले 5 दिनों के दौरान यहीं स्थिति बनी रहेगी और न्यूनतम तापमान में 12 से 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा.
* फसलों के लिए नुकसानदेह है स्थिति
स्थानीय श्री शिवाजी कृषि महाविद्यालय के कृषि एवं मौसम विज्ञानी प्रा. अनिल बंड ने बताया कि, यदि तापमान में अचानक ही गिरावट आती है, तो इससे फसलों की वृद्धि प्रभावित होती है. इस समय शहर सहित जिले में तापमान घटने के साथ ही बदरीला मौसम भी है. यह स्थिति फसलों के लिए और भी अधिक खतरनाक है. क्योंकि ऐसी स्थिति में फसलों पर विभिन्न रोगों व किटों का प्रादूर्भाव हो सकता है. मौसम विज्ञानी प्रा. अनिल बंड के मुताबिक इस समय बंगाल की खाडी के दक्षिणी हिस्से में कम दबाव वाला क्षेत्र बन गया है. वहीं इशान्य वाले हिस्से में तीव्र चक्रवात चल रहा है, जो जल्द ही तमिलनाडू एवं दक्षिणी आंध्रप्रदेश के तटीय हिस्सें तक पहुंच सकता है. जिसके चलते जिले में और भी कुछ दिनों तक ठंडी के साथ-साथ बदरीला मौसम बना रह सकता है. साथ ही 12 व 13 दिसंबर को विदर्भ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है.
* गरमा-गरम चाय व कॉफी की चुस्कियां बढी
ठंड का असर बढने के साथ ही लोगबाग अब सर्दी को दूर भगाने और शरीर में गरमाहट बनाए रखने के लिए चाय व कॉफी जैसे गर्म पेयों का सहारा ले रहे है. जिसके चलते सडकों के किनारे बनी गुमटियों व कैंटीनों के साथ-साथ शहर में स्थित विभिन्न टी-स्टॉल्स पर चाय व कॉफी की चुस्कियां लेने हेतु लोगों की अच्छी-खासी भीडभाड दिखाई देनी लगी है. इसके साथ ही चाय की गुमटियों के आसपास अलाव भी जलते दिखाई देते है. जिसके पास खडे रहकर आग सेंकते हुए लोगबाग चाय की चुस्कियों का आनंद उठाते दिखाई देते है.
* गत वर्ष व इस वर्ष तापमान की स्थिति
तारीख 2021 2022
5 दिसंबर 16.5 16.5
6 दिसंबर 16.2 16.0
7 दिसंबर 17.0 16.7
8 दिसंबर 19.5 12.5