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विदर्भ में हर ओर ठंड की लहर

हाड कंपकंपाने वाली ठंड पडने से वातावरण में बढी ठिठुरन

* सभी 11 जिलों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से कम
* अमरावती में तापमान लुढका 12.3 डिग्री सेल्सियस तक
* ठंड से आम जनजीवन प्रभावित, जगह-जगह जलने लगे अलाव
अमरावती/दि.11 – गर्मी के मौसम में सर्वाधिक तापमान रहने वाले विदर्भ क्षेत्र में अब ठंड का असर भी अच्छा खासा दिखाई दे रहा है और तापमान के तेजी से नीचे की ओर लुढकने के चलते चारों ओर हाड कंपकंपाने वाली ठंड पडने लगी है. जिसके चलते अच्छी खासी ठिठुरन वाला वातावरण बना हुआ है. इस समय विदर्भ के सभी 11 जिलो में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे है. जिसमें अमरावती शहर में न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. जो जारी सिजन के दौरान सबसे कम तापमान है. इस स्थिति के चलते लोगबाग दिन के समय भी गर्म कपडे पहने दिखाई दे रहे है और शाम ढलते-ढलते ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी लोगबाग अलाव जलाकर आग तापते दिखाई देने लगे है.
बता दें कि, विदर्भ में गर्मी के मौसम के दौरान शरीर को झुलसा देने वाली गर्मी पडती है और अधिकतम तापमान अपने उच्चतम स्तर पर रहता है. विदर्भ के चंद्रपुर, ब्रह्मपुरी, नागपुर, अकोला व यवतमाल सहित अमरावती शहर में गर्मी के मौसम दौरान अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के स्तर को भी पार कर जाता है. जिसके चलते विदर्भ के सर्वाधिक गर्म रहने की खबरे सुर्खियों में रहती है. वहीं अब ठंड के मौसम दौरान विदर्भ क्षेत्र में ठंडी भी रिकॉर्ड बनाती दिखाई दे रही है और समूचे विदर्भ क्षेत्र में हाड कंपकंपाने वाली ठंड पड रही है. विदर्भ क्षेत्र यूं तो दीपावली का पर्व बितने के साथ ही ठंड ने अपना असर दिखाना शुरु कर दिया था. लेकिन विगत कुछ दिनों के दौरान बंगाल की खाडी में आये फेंगल नामक चक्रवात के चलते मौसम काफी हद तक बदल गया था और तापमान बढने के साथ ही वातावरण में थोडी उमस भरने लगी थी. लेकिन बदरीले मौसम के खत्म होते ही रविवार की रात से ठंड ने एक बार फिर असर दिखाना शुरु कर दिया है तथा सोमवार की दोपहर से ठंडी हवा के थपेडे चलने शुरु हो गये. ऐसे में दिन के समय भी लोगबाग स्वेटर, मफलर व कनटोपे पहनने पर मजबूर दिखाई दिया. साथ ही साथ ग्रामीण इलाकों सहित शहरों में भी शाम ढलते ही लोगबाग अपने-अपने घरों में पहुंचने की जल्दबाजी में दिखाई दिये और सभी दुकानें भी शाम 8 बजे के आसपास बंद होती दिखाई दी. जिसके चलते रात 8.30 से 9 बजे तक हर ओर सन्नाटा पसरा दिखाई दिया.

* कहां रहा कितना न्यूनतम तापमान?
अमरावती        12.3
अकोला           11.8
वाशिम             19.6
यवतमाल         12.0
बुलढाणा          11.4
नागपुर            12.0
वर्धा                12.4
भंडारा            13.0
ब्रह्मपुरी           13.8
चंद्रपुर            12.5
गडचिरोली      13.0
गोंदिया          12.2

* चिखलदरा में पारा 6 डिग्री सेल्सियस
– विदर्भ के नंदनवन में ठंड का जोरदार कमबैक
मंगलवार को तडके 5 बजे विदर्भ का नंदनवन कहे जाते चिखलदरा में तापमान 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास जा पहुंचा था, जो सुबह 7 बजे 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जिसकी वजह से पूरा परिसर बेहद सर्द हो चुका था. करीब एक सप्ताह के बाद ठंड ने शानदार कमबैक किया है और तापमान में 5 से 6 डिग्री सेल्सियस की कमी आयी है. इस समय ठंड का सर्वाधिक असर आदिवासी बहुल मेलघाट के पर्वतीय क्षेत्रों में दिखाई दे रहा है. यहां पर ठंड से बचाव हेतु जगह-जगह अलाव जलाकर वातावरण को गर्म रखने का प्रयास किया जा रहा है.
जिले में बदरीला मौसम खत्म होने के बाद विगत तीन दिनों से तापमान में लगातार कमी आ रही थी और मंगलवार को तडके 5 बजे चिखलदरा में तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो रात 2 से तडके 4 बजे के दौरान 7 डिग्री सेल्सियस था. इसके बाद सुबह 6 बजे के बाद तापमान एक बार फिर 7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा और सुबह 7.30 बजे के बाद 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

* चिखलदरा में तापमान मापक यंत्र नहीं
विशेष उल्लेखनीय है कि, विदर्भ का नंदनवन कहे जाते चिखलदरा में विविध विकास कामों पर करोडों रुपयों का खर्च हो रहा है. लेकिन तापमान संबंधित जानकारी के लिए चिखलदरा स्थित एक निजी महाविद्यालय में लगे पुराने तापमान मापक यंत्र पर निर्भर रहना पडता है. ऐसे में प्रशासकीय स्तर पर नगरपालिका, तहसील कार्यालय या महाराष्ट्र पर्यटन विकास महामंडल के मार्फत इस ठंडी हवा वाले स्थान पर आधुनिक संगणकीय तापमान मापक यंत्र लगाये जाने की सख्त जरुरत है.

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