अमरावती/दि.20- इन दिनों जिले में अधिकतम तापमान का स्तर लगातार बढता जा रहा है और पारा 44 डिग्री सेल्सियस के स्तर पर जा पहुंचा है. ऐसे वातावरण में दूध एवं दुग्धजन्य पदार्थों का सेवन करना काफी फायदेमंद साबित होता है, लेकिन इन दिनों दुध और दुग्धजन्य पदार्थों की बजाय रासायनिक प्रक्रिया के जरिये बनाये जानेवाले कोल्डड्रिंक्स की मांग काफी अधिक होती है और लोगबाग कोल्डड्रिंक्स का सेवन बडे धडल्ले के साथ करते है, जो स्वास्थ्य के लिए काफी हद तक हानिकारक भी हो सकते है.
उल्लेखनीय है कि, दूध को स्वास्थ्य वर्धक माना जाता है, जो शरीर का पोषण करता है. दूध के जरिये शरीर को उच्च गुणवत्तावाले प्रोटीन, कैल्शियम व विविध विटामिन मिलते है. ऐसे में हर व्यक्ति द्वारा नियमित रूप से दूध का सेवन किया जाना चाहिए. किंतु ज्यादातर लोगबाग दूध पीने से बचते है. विशेष रूप से गर्मी के मौसम दौरान दूध और दुग्धजन्य पदार्थों जैसे कि दही व छांछ का सेवन करने से शरीर को पौष्टिकता मिलने के साथ-साथ प्राकृतिक तौर पर शीतलता भी प्राप्त होती है, जो काफी फायदेमंद रहती है.
लेकिन वहीं दूसरी ओर इन दिनों गर्मी के मौसम में गला तर करने हेतु कोल्डड्रिंक्स पीने का चलन काफी अधिक बढ गया है. यद्यपि कोल्डड्रिंक्स पीते समय स्वाद और ठंडक को लेकर आनंद मिलता है, लेकिन इसकी वजह से शरीर को पोषक तत्व नहीं मिलते, बल्कि कोल्डड्रिंक्स की पीएच वैल्यू 3.4 होती है. जिसकी वजह से शरीर में हड्डियों और दांतोें के कमजोर होने का खतरा रहता है. ऐसे में कोल्डड्रिंक्स का सेवन करने से बचना चाहिए, बल्कि इसकी बजाय दूध से बननेवाले अलग-अलग तरह के मिल्क शेक तथा दही से बननेवाली लस्सी और ठंडे छांछ का सेवन करना चाहिए.