विश्वशांति और जनकल्याण के लिए सामूहिक प्रार्थना एक प्रभावी साधन है : प्रमोद पोकले
उत्तमसरा में ग्राम जयंती महोत्सव पर वक्तव्य

अमरावती /दि.29– सामुदायिक प्रार्थना यह कवायत नहीं, बल्कि यह मानव जीवन की सर्वोत्तम साधना है. सामुदायिक प्रार्थना, जो सभी धर्मों का समन्वय है, विश्व शांति का समाधान है, तथा समाज सुधार की पाठशाला है, समस्त मानवता के समग्र कल्याण के लिए ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करती है. दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के लोक कलाकार प्रमोद पोकले ने बताया कि, इससे प्राप्त आध्यात्मिक शक्ति से व्यक्ति का मानसिक विकास होता है, शांति एवं स्थिरता आती है तथा मानव शरीर में शालीनता की आदतें सहज ही मजबूत होती हैं. अतः सामुदायिक प्रार्थना की उपासना विश्व शांति एवं लोक कल्याण के लिए एक प्रभावी साधना है.
राष्ट्रसंत श्री तुकड़ोजी महाराज की 116वीं ग्राम जयंती सप्ताह महोत्सव के उपलक्ष्य में निकटवर्ती उत्तमसरा गांव स्थित श्री गुरुदेव सेवाश्रम में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए. इस अवसर पर प्रमोद पोकले ने दैनिक सामुदायिक प्रार्थना के महत्त्व पर विचार व्यक्त करते हुए यह बात कही. यहां 23 अप्रैल से ग्राम जयंती सप्ताह महोत्सव शुरू हो गया है और दैनिक युगग्रंथ ग्रामगीता संकीर्तन प्रवचन, सुबह सामुदायिक ध्यान और पूजापाठ, गांव की सफाई, रामधून, भजन, कीर्तन, प्रवचन, गणमान्य व्यक्तियों का मार्गदर्शन, बच्चों के लिये सर्वांगीण सुसंस्कार शिविर आदि जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. इस अवसर पर विनायकराव सवाई, गुन्नुसिंह मालवे, सुश्री वैशालीताई कांडलकर, सुश्री वंदनाताई गणोरकर, योगेश पेढेकर, गोपाल झाडे, बबन सवाई, शिवदास पवार, किशोर गवली, प्रेम गावंडे, कृष्णा सवाई, बबन पवार सहित बड़ी संख्या में गांव के बच्चे, युवा, पुरुष और महिलाएं उपस्थित थे.