केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद रॉय के पुतले का दहन
विदर्भ राज्य आंदोलन समिति का बस स्टॉप के सामने आंदोलन
अमरावती/ दि.7– केंद्र सरकार के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद रॉय ने विदर्भ राज्य संबंध में कोई भी प्रस्ताव नहीं आने की जानकारी संसद में दी. इस बयान के विरोध में विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की ओर से मध्यवर्ती बस स्टॉप के सामने गृह राज्यमंत्री का प्रतिकात्मक पुतला दहन किया गया.
यहां बता दें कि, न्यायाधीश फजल अली की राज्य पुनर्रचना आयोग ने 10 अक्तूबर 1955 में संपन्न आर्थिक स्थिति रहने वाले व संपूर्ण प्रशासकीय सेवा सुविधाएं उपलब्ध रहने वाले स्वतंत्र विदर्भ राज्य निर्मिति की शिफारिश की थी. पी.ए.संगमा कमिटी ने भी पृथक विदर्भ राज्य की शिफारिश की थी. दोनों निजी विधेयक भी प्रस्तुत किये गये. इसके अलावा विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की ओर से 10 अक्तूबर 2020 में राज्य पुनर्रचना दिवस मनाया गया. इस समय राष्ट्रपति, पीएम, गृहमंत्री को विदर्भ राज्य बनाने के उद्देश्य से ई-मेल व्दारा संपूर्ण विदर्भ की जनता के माध्यम से निवेदन भेजा गया. भाजपा के भुवनेश्वर अधिवेशन में पृथक विदर्भ का प्रस्ताव पारित किया गया, लेकिन इसके बाद भी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. वहीं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के इस बयान से विदर्भवासियों को ठेस पहुंची है. इस बयानबाजी का विरोध जताते हुए नित्यानंद रॉय के प्रतिकात्मक पुतले का दहन किया गया. इस आंदोलन में रंजना मामर्डे, राजेंद्र आगरकर, सतीश प्रेमलवार, डॉ.विजय कुबडे, पांडुरंग बिजवे, दिनेश ढवस, दीपक कथे, सुधीर डांगे, अतुल वानखडे, अनिल वानखडे, रियाज खान, प्रकाश शिरभाते, सुभाष धोटे, राजा पुसदेकर, धनराज गोटे, ज्ञानेश्वर टीपरे, पुरुषोत्तम धोटे आदि शामिल हुए.