* धूमधाम से शुरु हुआ गणेश विसर्जन का दौर
* आज घरेलू मूर्तियों का हुआ सर्वाधिक विसर्जन
* बाप्पा की विदाई के लिए मनपा व पुलिस प्रशासन मुस्तैद
* सभी विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा व व्यवस्था के लिए चाकचौबंद प्रबंध
* सार्वजनिक मंडलों की गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर भी शुरु
अमरावती/दि.17– विगत 7 सितंबर को अमरावती शहर के डेढ लाख से अधिक घरों में तथा लगभग 532 सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों में स्थापित भक्तों के लाडले बाप्पा की विदाई का दौर अब शुरु हो गया है. जिसके तहत जहां गत रोज 16 सितंबर को शहर के 15 सार्वजनिक मंडलों में स्थापित गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया. वहीं आज 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के पर्व पर शहर के 176 सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों में स्थापित गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया. इसके साथ ही विगत 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी के पर्व पर भाविक श्रद्धालुओं द्वारा अपने-अपने घरों में विराजीत किये गये अपने लाडले बाप्पा को भारी अंत:करण से विदाई दी गई और आज शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में बनाये गये विसर्जन स्थलों पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन हेतु भाविक श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड उमडी. जिसके चलते आज दिन भर शहर सहित जिले में पूरा समय ‘अगले बरस तू जल्दी आ’ की गूंज सुनाई देती रही.
बता दें कि, अनंत चतुर्दशी के पर्व पर होने वाले गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन को ध्यान में रखते हुए शहर के छत्री तालाब, वडाली तालाब, प्रथमेश तालाब व कोंडेश्वर तालाब के साथ ही वलगांव के निकट पेढी नदी व नांदगांव पेठ के निकट दातपाडी नदी में विसर्जन स्थल बनाये गये है. साथ ही साथ घरेलू गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन हेतु मनपा द्वारा शहर में जगह-जगह पानी से भरे टैंक रखने के साथ ही कृत्रिम तालाबों की व्यवस्था भी की गई है. साथ ही सभी विसर्जन स्थलों पर पर्यावरणपूरक विसर्जन हेतु मनपा द्वारा निर्माल्य संकलन की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा विसर्जन मार्ग पर फवारणी व धुवारणी करते हुए वहां पर मंडप, बैरिकेटींग, स्टेज, प्रकाश व्यवस्था व जनरेटर की व्यवस्था का प्रबंध किया गया है. साथ ही सभी विसर्जन स्थलों पर अग्निशमन विभाग द्वारा अपने पथक तैनात किये गये है.
* शहर में इन 21 स्थानों पर बनाये गये कृत्रिम टैंक
अभियंता भवन (शेगांव नाका), सहकार नगर मैदान, सरकारी फार्मसी महाविद्यालय (कठोरा नाका चौक), देवी हाईट्स (रिंग रोड), चाणक्य होटल (रहाटगांव), शिवाजी कमर्शियल मार्केट (रवि नगर चौक), नेहरु मैदान, प्रशांत नगर उद्यान, शिव टेकडी के पास, प्रथमेश तालाब के पास, वडाली तालाब के पास, छत्री तालाब के पास, तपोवन परिसर, मोती नगर उद्यान के पास, साई मंदिर (साई नगर), झीरी तालाब (बडनेरा), गोपाल नगर, बारीपुरा (बडनेरा), रवि नगर, महाजनपुरा, हनुमान नगर, बुधवारा.
* 2 स्थानों पर नैसर्गिक व 3 स्थानों पर कृत्रिम जलाशय
वडाली मेें 100 फीट लंबे, 40 फीट चौडे व 6 फीट गहरे 2 नैसर्गिक प्रथमेश जलाशय है. वहीं छत्रीतालाब परिसर में 100 फीट लंबा, 30 फीट चौडा व 15 फीट गहरा तथा 60 फीट लंबा, 25 फीट चौडा व 14 फीट गहरा ऐसे दो कृत्रिम जलाशय तैयार किये गये है. इन पांचों प्रथमेश जलाशयो में घरेलू गणेश प्रतिमाओं सहित छोटे मंडलों में स्थापित गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन होना आज सुबह से शुरु हो गया.
* 50 हजार मूर्तियों का जलाशयों पर हुआ विसर्जन
छत्री तालाब परिसर में बनाये गये तीन प्रथमेश जलाशयों में 5 दिनों के दौरान घरेलू गणेश प्रतिमाओं सहि छोटे व मध्यम सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों की 40 हजार से अधिक गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ. वहीं वडाली परिसर स्थित प्रथमेश तालाब में 10 हजार से अधिक घरेलू गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया. अनंत चतुर्दशी पर रात 2 बजे तक गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर चलता रहता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा बंदोबस्त तैनात करने के साथ ही आवश्यक प्रबंध भी किये गये है.
* रात 12 बजे तक शहर में भारी वाहनों को नो एंट्री
आज मंगलवार 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के पर्व पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर सुबह से ही शुरु हो गया तथा कई भाविक श्रद्धालुओं अपने लाडले बाप्पा को अगले बरस तक के लिए विदाई देने हेतु अपने परिजनों सहित अपने घरों से बाहर निकले. जिसके चलते शहर में हर ओर अच्छी खासी भीडभाड रही. इस बात को ध्यान में रखते हुए शहर यातायात पुलिस विभाग ने आज सुबह से रात 12 बजे तक शहर के सभी मार्गों पर हर तरह के मालवाहक एवं अन्य भारी वाहनों हेतु प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है. दस्तुर नगर से छत्री तालाब मार्ग पर गणेश विसर्जन हेतु आने वाले वाहनों को छोडकर सभी वाहनों के लिए प्रवेश बंदी की गई है. ऐसे में पर्यायी मार्ग के तौर पर दस्तुर नगर से भानखेडा की ओर जाने वाले वाहनों को पुराने बायपास से कोंडेश्वर टी प्वॉईंट होते हुए भानखेडा तथा चपराशीपुरा से पोहरा मार्ग होते हुए भानखेडा जाने का पर्याय दिया गया. इसी तरह छत्री तालाब परिसर में गणेश विसर्जन हेतु होने वाली भीडभाड को ध्यान में रखते हुए दस्तुर नगर-छत्री तालाब मार्ग पर एक्सप्रेस हाईवे फ्लायओवर के निकट तीन स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है. जहां से भाविक श्रद्धालुओं को गणेश प्रतिमाएं अपने हाथों में उठाकर विसर्जन स्थल तक ले जानी पडी और फिर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया.
* पुलिस थाना निहाय गणेश स्थापना
बता दें कि, शहर में करीब 532 सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों द्वारा श्री गणेश की स्थापना की गई. जिसके तहत राजापेठ पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 67, कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 29, खोलापुरी गेट पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 59, भातकुली पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 22, गाडगे नगर पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 100, नागपुरी गेट पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 14, वलगांव पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 48, फ्रेजरपुरा पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 64, बडनेरा पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 69 व नांदगांव पेठ पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 60 स्थानों पर सार्वजनिक मंडलों में श्री गणेश की स्थापना की गई थी. इन सभी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों को गणेश विसर्जन करने हेतु अलग-अलग दिन आवंटित किये गये है. ताकि विसर्जन यात्रा व जुलूस के समय एक साथ भीडभाड न हो.
* अलग-अलग दिन ऐसे होगा मंडल निहाय गणेश विसर्जन
तारीख गणेश मंडल
17 सितंबर 176
18 सितंबर 148
19 सितंबर 117
20 सितंबर 62
21 सितंबर 12
22 सितंबर 02
23 सितंबर 01
* शहर में 2 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों का बंदोबस्त
अमरावती शहर में 10 दिवसीय गणेशोत्सव के साथ ही 17 सितंबर से शुरु हुए गणेश विसर्जन को ध्यान में रखते हुए शहर पुलिस आयुक्तालय स्तर पर 3 पुलिस उपायुक्त, 4 सहायक पुलिस आयुक्त, 25 पुलिस निरीक्षक, 70 एपीआई व पीएसआई के साथ 1300 पुलिस कर्मी, 1-1 आरसीपी व क्यूआरटी प्लाटून, 1 एसआरपीएफ कंपनी तथा 450 पुरुष व 100 महिला होमगार्ड ऐसे लगभग 2 हजार पुलिस कर्मियों का बंदोबस्त तैनात किया गया है. साथ ही पुलिस थाना निहाय शहर के सभी महत्वपूर्ण चौक-चौराहों, भीडभाड वाले स्थानों तथा मिश्र व संवेदनशील बस्तियों में फिक्स प्वाईंट ड्यूटी तैनात की गई है. इसके अलावा आम नागरिकों की सुरक्षा हेतु 12 सीआर मोबाइल वैन व महिलाओं की सुरक्षा हेतु 7 दामिनी पथक को गश्त पर तैनात किया गया है. इसके साथ ही बिट मार्शल व डायल 112 के गश्ती वाहन भी शहर में लगातार पेट्रोलिंग करते रहेेंगे.
* जिले के ग्रामीण इलाकों में भी बाप्पा की विदाई हुई शुरु
1803 मंडलों ने किया गणेश विसर्जन
ग्रामीण पुलिस ने सुरक्षा हेतु लगाया तगडा बंदोबस्त
3 हजार पुलिस कर्मियों की बंदोबस्त में तैनाती
इसके अलावा जिले के तहसील एवं ग्रामीण इलाकों में भी आज से गणेश विसर्जन का दौर शुरु हुआ. जिसके तहत तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आज सुबह से ही गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन की अच्छी खासी धूम रही. जिले के ग्रामीण इलाकों में 1803 सार्वजनिक मंडलों द्वारा विगत 7 सितंबर को श्री गणेश की स्थापना की गई थी. साथ ही 355 गांवों में ‘एक गांव एक गणपति’ की संकल्पना साकार हुई थी. इन सभी गणेश प्रतिमाओं सहित भाविक श्रद्धालुओं के घरों पर विराजीत गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर आज सुबह से शुरु हुआ. गणेशोत्सव दौरान जिले के तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्र में कानून व व्यवस्था बनाए रखने तथा 10 दिवसीय पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने हेतु ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद के नेतृत्व में अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत के साथ ही 3 पुलिस उपाधीक्षक, 20 पुलिस निरीक्षक, 50 एपीआई व पीएसआई सहित ग्रामीण पुलिस के 1650 पुलिस कर्मी, एसआरपीएफ की 1 कंपनी, 3 दंगा नियंत्रक पथक, 1 क्युआरटी पथक व 800 होमगार्ड ऐसे लगभग 3 हजार पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को बंदोबस्त में तैनात किया गया है.
* विसर्जन जुलूस में लेजर लाइट के प्रयोग पर प्रतिबंध
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने एक अधिसूचना जारी करते हुए गणेश विसर्जन शोभायात्रा सहित किसी भी तरह के जुलूस में लेजर बीम लाइट के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया है. यह प्रतिबंधात्मक आदेश 16 सितंबर से 21 सितंबर तक लागू रहेगा. साथ ही इस प्रतिबंधात्मक आदेश का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि, जिले में सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों द्वारा गणेश विसर्जन के अवसर पर बडी धूमधाम के साथ जुलूस व शोभायात्रा का आयोजन किया जाता है. जिसमें कानफाडू शोर करने वाले डीजे एवं आंखों को नुकसान पहुंचा सकने वाले लेजर बीम लाइट का जमकर प्रयोग किया जताा है. इस वर्ष कोल्हापुर जिले के उचगांव परिसर स्थित मणेरथला में गणेश स्थापना की शोभायात्रा देखने हेतु आये एक भाविक श्रद्धालु की आंखों पर लेजर लाइट की बीम पडने से उसकी आंखों के परदे व रेटीना पर नुकसान पहुंचा. साथ ही गत वर्ष यवतमाल जिले के उमरखेड में ईद ए मिलाद के जुलूस दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज चौक स्थित नगरपालिका, व्यापारी संकुल की इमारत पर लेजर लाइट की सहायता से मिनार व मस्जिद का चित्र साकार किया गया था. जबकि वहां पर पहले से शिवराजमुद्रा अंकित थी और वहां पर छत्रपति शिवाजी महाराज का अर्धाकृति पुतला स्थापित था. इस घटना की वीडियो क्लीप सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी. जिससे धार्मिक तनाव पैदा होने का खतरा उत्पन्न हुआ था. इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने ईद ए मिलाद सहित गणेश विसर्जन के निमित्त निकाले जाने वाले शोभायात्रा व जुलूस के समय लेजर लाईट के प्रयोग को प्रतिबंधित कर दिया है.