आओ गणगौर से ब्याह रचावा, मेहंदी-हल्दी पायरो भरण ने जावा….
ईसर-गणगौर के ब्यावले के साथ मनाई गणगौर
* प्रगति राजस्थानी महिला मंडल का आयोजन
* हर त्योहार मनाकर संस्कृति का किया जाता है जतन
अमरावती/दि.8– प्रगति राजस्थानी महिला मंडल द्वारा नित-नए कार्यक्रमों का आयोजन तथा हर त्योहार मनाते हुए संस्कृति का जतन किया जाता है. इसी तर्ज पर रविवार 7 अप्रैल को गणगौर उत्सव का प्रगति राजस्थानी महिला मंडल ने बडे ही धूमधाम से मनाया. प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी साई मंदिर से गणगौर बिंदोरा गाजे-बाजे के साथ निकाला गया. जिसमें सभी सखियां पारंपरिक वेशभूषा के साथ सजधजकर व सोलह श्रृंगार करके शामिल हुई थी. इस अवसर पर लोकनृत्य और कलाओं के प्रदर्शन ने समा बांधा. आओ गणगौर से ब्याह रचावा, मेहंदी-हल्दी पायरो भरण ने जावा.., इन खूबसूरत पंक्तियों के साथ मंडल की सदस्यों ने ईसरजी-गणगौर के ब्याह के मांगलिक कार्यक्रमों को बडे ही सुंदर कलाओं के साथ प्रस्तुत किया. साई लॉल के प्रांगण का समां यूं बंध गया जैसे सचमुच का विवाह हो रहा हो. सभी सखियों को सोलह श्रृंगार करके आने की अपील की गई थी. इस समय गणगौर क्विन का चुनाव किया गया. अध्यक्ष शोभा बांगड व सचिव ययाति लढ्ढा के कार्यकाल का पहला बडा कार्यक्रम था.
इस कार्यक्रम की संयोजिका रीता लढ्ढा थी. मंच संचालन कविता लढ्ढा ने किया. कठपुतली डान्स नेहा झंवर, नेहा चांडक, पूजा करवा, पायल करवा ने प्रस्तुत किया. तथा मेहंदी डान्स छाया राठी, ययाति लढ्ढा, सीमा राठी, सविता तापडिया, हल्दी डान्स कीर्ति चांडक, जयश्री लढ्ढा, निमिषा झंवर, डॉ.मनिषा बंग, माहेरा डान्स रोहिणी बंग, माधवी चांडक, शिल्पा गिल्डा, कल्पना राठी ने प्रस्तुत किया. बारात रेखा राठी के मार्गदर्शन निकाली गई. गणगौर क्विन की विजेता जयश्री सारडा रही.