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9 मार्च से आयुक्त आष्टीकर होंगे मनपा के ‘सुपर बॉस’

8 मार्च को खत्म हो रहा है मनपा के मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल

* अब तक प्रभाग रचना का अंतिम प्रारूप ही नहीं हुआ तय
* परिसिमन में हो रही देरी की वजह से चुनाव में हो सकता है दो माह का विलंब
* दो महिने तक मनपा में रह सकता है प्रशासक राज
अमरावती/दि.31– स्थानीय महानगरपालिका के मौजूदा सदन का कार्यकाल आगामी 8 मार्च को खत्म होने जा रहा है. ऐसे में फरवरी माह के दौरान मनपा के आम चुनाव कराये जाने की अपेक्षा व्यक्त की जा रही थी. किंतु कोविड संक्रमण के खतरे और प्रभाग रचना के नये परिसिमन में हो रही देरी की वजह से समय पर चुनाव करवाना बिल्कुल भी संभव नहीं है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि, मनपा के आमचुनाव में करीब दो माह की देरी हो सकती है तथा अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में या मई माह के पहले सप्ताह में मनपा के आम चुनाव कराये जा सकते है. जिसके चलते स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहा है कि, आगामी 8 मार्च को मनपा के मौजूदा पदाधिकारियों व सदस्यों का कार्यकाल खत्म होते ही मनपा का मौजूदा सदन भंग हो जायेगा और इसके बाद मनपा के कामकाज से संबंधित सारे अधिकार मनपा आयुक्त के पास आ जायेंगे. ऐसे में 8 मार्च के बाद मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर एक तरह से मनपा में सुपर बॉस रहेंगे.
जानकारी के मुताबिक इस दौरान खुद राज्य सरकार भी नियमानुसार एक परिपत्रक जारी करते हुए मनपा आयुक्त को प्रशासक के तौर पर नियुक्त कर सकती है. जिसके बाद मनपा का चुनाव होकर नई बॉडी के गठन तक निगमायुक्त के डॉ. प्रवीण आष्टीकर के पास ही मनपा से संबंधित सभी निर्णय लेने के अधिकार होंगे. यहां यह भी विशेष उल्लेखनीय है कि, यदि तय समय पर ही चुनाव होते और चुनावी आचारसंहिता लागू होती, तो उस स्थिति में भी मनपा के कामकाज से संबंधित पूरे अधिकार निगमायुक्त के पास ही आ जाते. किंतु इस वर्ष चूंकि, मनपा के मौजूदा सदन का कार्यकाल खत्म होने के करीब दो माह बाद मनपा के आम चुनाव होंगे. ऐसे में कार्यकाल खत्म होने के बाद से लेकर चुनावी आचारसंहिता के लागू होने और चुनावी प्रक्रिया के निपटने तक निगमायुक्त ही मनपा के सुपर बॉस रहेंगे. यानी पहले की तुलना में इस बार लंबे समय तक मनपा के कामकाज से संबंधित अधिकार निगमायुक्त के पास रहेंगे.
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य की सभी महानगरपालिकाओं के चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. जिसके तहत राज्य निर्वाचन आयोग ने शनिवार को ही प्रभागों के परिसिमन को लेकर एक अधिसूचना जारी की है. पश्चात आगामी 2 मार्च को अंतिम प्रभाग रचना की सूची जारी होगी. इसके साथ ही चुनाव आयोग द्वारा कक्षा 10 वीं व कक्षा 12 वीं की परीक्षाओं की तारीखों को भी ध्यान में रखा जायेगा.
* अधिसूचना के साथ ही आरक्षण पर टिकी निगाहें
उधर दूसरी ओर आगामी 8 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में ओबीसी आरक्षण को लेकर सुनवाई होनी है. जिसकी ओर सभी की निगाहें लगी हुई है. यह मामला विगत लंबे समय से इम्पिरिकल डेटा के चक्कर में फंसा हुआ था. किंतु अब राज्य सरकार द्वारा अपने पास ओबीसी समाज का डेटा रहने की बात कही गई है. जिसे सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार राज्य पिछडावर्गीय आयोग को सौंपा जायेगा तथा पिछडावर्गीय आयोग के जरिये यह डेटा राज्य निर्वाचन आयोग के सुुपुर्द होगा. जिसके आधार पर सीटों के आरक्षण का ड्रॉ निकाला जायेगा. इसी बात के मद्देनजर विगत शनिवार को राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य की सभी स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के प्रमुख अधिकारियों के नाम जारी अधिसूचना में स्पष्ट तौर पर कहा कि, पहले प्रभाग रचना की अंतिम सूची घोषित करने का काम किया जाये. जिसके बाद आरक्षण के ड्रॉ को लेकर कोई निर्णय लिया जायेगा.
ऐसे में अब राजनीतिक दलों सहित चुनाव लडने के इच्छुकों को उम्मीद है कि, अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह या मई माह के पहले सप्ताह के दौरान मनपा चुनाव कराये जा सकते है तथा चुनाव आयोग द्वारा 15 मार्च तक अपनी सभी तैयारियों को पूर्ण करते हुए चुनावी अधिसूचना की घोषणा कर आचारसंहिता को लागू कर दिया जायेगा. किंतु इस बार आचारसंहिता घोषित होने से पहले ही अमरावती मनपा के मौजूदा सदन का कार्यकाल खत्म हो चुका रहेगा. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि, 9 मार्च से अमरावती में प्रशासक राज शुरू हो जायेगा और 9 मार्च से मनपा का चुनाव होने तक एवं नई आमसभा के गठन तक निगमायुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर ही महानगरपालिका में ‘सर्व शक्तिमान’ रहेंगे और उन्हें प्रशासक के तौर पर अमरावती मनपा का सुपर बॉस बना दिया जायेगा.

* इस बार वॉर्ड व प्रभागों की संख्या बढेगी
बता दें कि, इससे पहले अमरावती मनपा में 87 सदस्य हुआ करते थे और वर्ष 2017 में मनपा का आम चुनाव चार सदस्यीय प्रभाग पध्दति के जरिये लिया गया था. जिसके चलते उस वक्त अमरावती मनपा क्षेत्र में 23 प्रभाग बनाये गये थे. किंतु विगत दिनों राज्य मंत्रिमंडल द्वारा सदस्य संख्या वृध्दि को लेकर लिये गये निर्णय के चलते अब अमरावती मनपा के सदन में 11 सदस्य बढ जायेंगे और कुल सदस्य संख्या 98 हो जायेगी. वहीं इस बार तीन सदस्यीय प्रभाग पध्दति से चुनाव करवाये जाने है. जिसके चलते इस बार मनपा क्षेत्र में कुल 33 प्रभाग रहेंगे. ऐसे में निर्वाचन विभाग को वॉर्डों एवं प्रभागों का नये सिरे से परिसिमन भी करना है. जिससे संबंधित प्रारूप सूची मनपा के निर्वाचन विभाग द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग को काफी पहले भेज दी गई है. जिसमें निर्वाचन आयोग द्वारा कुछ सुझाव सुझाते हुए संशोधित सूची भेजने हेतु कहा गया था और मनपा की ओर से भेजी गई संशोधित सूची के आधार पर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जल्द ही प्रभाग रचना की अंतिम सूची घोषित की जा सकती है. जिसकी ओर सभी की निगाहें लगी है.

* पिछली बार क्या थी स्थिति
बता दें कि, वर्ष 2017 में 21 फरवरी को मनपा का आम चुनाव हुआ था तथा 23 फरवरी को चुनावी नतीजे घोषित किये गये थे. पश्चात पहली आमसभा 8 मार्च को बुलाई गई थी. जिसमें महापौर का चयन करते हुए मनपा के नये सदन को मंजुरी प्राप्त हुई थी. 21 फरवरी 2017 को कराये गये चुनाव के लिए जनवरी 2017 में चुनावी आचारसंहिता लागू करते हुए अधिसूचना जारी कर दी गई थी. किंतु इस वर्ष जनवरी माह पूरी तरह बीत चुका है और कल से फरवरी माह शुरू हो जायेगा. किंतु फिलहाल तक प्रभाग रचना का अंतिम प्रारूप ही तय नहीं हुआ है. चूंकि प्रभाग रचना की अंतिम सूची घोषित होने और आचारसंहिता के लागू होने के बाद मतदान कराये जाने में करीब एक से डेढ माह का समय लगता भी है. ऐसे में उम्मीद है कि, जारी माह के दौरान प्रभाग रचना की अंतिम सूची और आरक्षण को लेकर स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो जायेगी. पश्चात मार्च माह के दौरान चुनावी अधिसूचना जारी होकर आचारसंहिता लागू की जायेगी. जिसके उपरांत अप्रैल माह के अंतिम या मई माह के पहले सप्ताह में मनपा चुनाव कराये जा सकेंगे.

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