आयुक्त आष्टीकर ने सांसद नवनीत राणा से मिलना टाला
खराब तबियत की वजह को आगे कर मिलने से किया इन्कार
* आयुक्त के आवास से उलटे पांव लौटी सांसद नवनीत राणा
अमरावती/दि.12– विगत बुधवार को राजापेठ रेलवे अंडरपास में स्याही फेंके जाने की घटना का शिकार हुए मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर से मुलाकात करने और उनका हालचाल जानने हेतु जिले की सांसद नवनीत राणा आज उनके आवास पर पहुंची. किंतु अपनी तबियत खराब रहने तथा डॉक्टर द्वारा आराम करने की सलाह दिये जाने की वजह को आगे करते हुए आयुक्त आष्टीकर ने सांसद नवनीत राणा से मिलने से इन्कार कर दिया. जिसके चलते अपने दर्जनों समर्थकों के साथ आयुक्त आवास पर पहुंची सांसद नवनीत राणा को बाहर से ही उलटे पांव वापिस लौटना पडा.
बता दें कि, विगत बुधवार को जब अमरावती में आयुक्त आष्टीकर पर स्याही फेंके जाने की घटना घटित हुई. उस समय संसद की कार्रवाई जारी रहने के चलते सांसद नवनीत राणा राजधानी दिल्ली में थी और आज शनिवार की सुबह ही वे दिल्ली से अमरावती वापिस लौटी. जिसके बाद उन्होंने अपने आवास पर एक पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि, पत्रवार्ता के बाद वे जिले की जिम्मेदार सांसद होने के नाते मनपा आयुक्त से मुलाकात करने और उनका हालचाल लेने हेतु आयुक्त के सरकार आवास पर जा रही है. पश्चात सांसद नवनीत राणा अपने कुछ समर्थकों के साथ कैम्प परिसर स्थित मनपा आयुक्त के सरकारी आवास पर पहुंची. जहां पर मीडिया का भी काफी जमावडा लगा हुआ था. किंतु आयुक्त के आवास पर तैनात सुरक्षा रक्षकों ने किसी को भी भीतर जाने की अनुमति प्रदान नहीं की. वहीं भीतर से यह संदेश दिया गया कि, आयुक्त आष्टीकर की तबियत खराब और डॉक्टर ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है. अत: वे किसी से मिलना नहीं चाहते. इसके बाद सांसद नवनीत राणा अपने समर्थकों के साथ वहां से वापिस लौट गई.
* यह मेरा नहीं जिले की जनता का अपमान है
आयुक्त आवास से वापिस लौटते समय सांसद नवनीत राणा ने मीडिया कर्मियों के साथ संवाद साधते हुए कहा कि, पार्टी और राजनीति बेहद अलग बात है और आज जिले की एक जिम्मेदार सांसद होने के नाते विगत बुधवार को हुई घटना के मद्देनजर वे मनपा आयुक्त के पद पर विराजमान वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी का हालचाल लेने हेतु पहुंची थी. किंतु चूंकि इस समय आयुक्त आष्टीकर जबर्दस्त राजनीतिक दबाव में है और कहीं न कहीं राजनीतिक मोहरा बने हुए है. अत: उन्होंने जिले की सांसद से मिलने से मना कर दिया. यह अकेले नवनीत राणा का अपमान नहीं है, बल्कि मुझे जिले की सांसद चुननेवाले हर एक व्यक्ति का अपमान है. जिसके लिए पूरी तरह से निगमायुक्त प्रशांत रोडे जिम्मेदार है.
* राजापेठ थाने पहुंचकर की पुलिस उपायुक्त से मुलाकात
निगमायुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर के आवास से वापिस लौटने के बाद सांसद नवनीत राणा राजापेठ पुलिस थाने पहुंची. जहां पर उन्होंने पुलिस उपायुक्त विक्रम साली के साथ मुलाकात करते हुए पूरे मामले को लेकर जानकारी प्राप्त की. थानेदार मनीष ठाकरे के कक्ष में हुई इस चर्चा के दौरान मीडिया को कक्ष के भीतर प्रवेश नहीं दिया गया था. ऐसे में सांसद नवनीत राणा व पुलिस उपायुक्त साली के बीच क्या चर्चा हुई, इसका ब्यौरा फिलहाल उपलब्ध नहीं हुआ है.