अमरावती प्रतिनिधि/दि.29 – कोरोना संक्रमण के कारण साल भर काम में ब्रेक लगने से महापालिका के काम रूक गये है. इसका परिणाम महापालिका की कर वसूली पर पडा व तिजोरी पर बोझ बढा. आगामी दो महिने में संपत्ति कर की वसूली करने का आवाहन किया जाना है, ऐसा मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे ने बताया.
संपत्ति कर महापालिका का मुख्य आर्थिक स्त्रोत है. 47 करोड 81 लाख रूपये संपत्ति कर के माध्यम से महापालिका को मिलते. इसमें से विकास काम पर खर्च किया जाता है. इस बार कर वसूली करते समय कोरोना संक्रमण की अडचने बहुत थी. कर विभाग के कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग की ओर हस्तांतरित किए जाने से व संक्रमण तक कर वसूली पर स्थगिति दिए जाने से तिजोरी बेकार ही रही. लॉकडाउन व अनलॉक के बाद मिशन बिगेन अगेन में छूट मिली. कर विभाग ने फिर से उनके काम पूर्ववत किए. इस महिने के अंत में कर वसूली की संख्या 12 करोड 83 लाख पर पहुंच गई. 26 प्रतिशत औसतन वसूली हुई. शेष वसूली के लिए संपत्ति कर विभाग के पास गिने चुने तीन महिने बचे है. तिजोरी पर भार कम करने के लिए कर वसूली पर जोर देना आवश्यक होने से मनपा आयुक्त ने पहल कर आव्हान स्वीकारा है. कर निर्धारण अधिकारी महेश देशमुख ने व उनके अधिनस्त कर्मचारियों के साथ उन्होंने यह अवाहन स्वीकारा, ऐसा स्पष्ट किया. फिर से महापालिका को 34 करोड 98 लाख रूपये की वसूली करना है.
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प्रलंबित कामों को गति देंगे
2020 वर्ष कोरोना संक्रमण का सामना करने में गया. इस कालावधि में बहुत काम होना बाकी है. आर्थिक स्थिति मजबूत हुए बिना काम करना संभव न होने से आर्थिक स्त्रोत मजबूत करने पर ध्यान केन्द्रित किया है. संपत्ति कर यह मनपा का मुख्य स्त्रोत होने से उस पर जोर दिया जायेगा, ऐसा आयुक्त प्रशांत रोडे ने बताया.