अमरावती

उस आश्रम शाला की राष्ट्रपती के पास शिकायत

आदिवासी संगठन ने उठाई मान्यता रद्द करने की मांग

* 17 सीटर वाहन में 57 विद्यार्थियों को ठूसने का मामला
अमरावती/दि.4- कुछ दिन पूर्व चांदूर बाजार तहसील के बोराला स्थित पुण्यश्लोक वीर अहिल्या देवी विमु क्त जाति व भटक्या जमाती प्राथमिक मराठी आश्रम शाला के 57 विद्यार्थियों को 17 सीटर वाहन में ठूसकर ले जाने का मामला उजागर हुआ था. जब इस वाहन को कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने परतवाडा में पकडा था. इस घटना के चलते संबंधित आश्रम शाला को लेकर क्षेत्र के आदिवासी व सामाजिक संगठनों ने तीव्र संताप व्यक्त किया था, साथ ही अब इस आश्रम शाला की मान्यता को रद्द करने की मांग देश की राष्ट्रपती द्रोपदी मुर्मू से की गई हैं. इसके अलावा इस मामले की शिकायत राज्य के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री व संबंधित मंत्रियों से करते हुए आरोप लगाया गया है कि इस मामले में जिला प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की हैं.
बता दे कि बोराला स्थित आश्रम शाला में रहने वाले 57 आदिवासी विद्यार्थियों को 17 सीटर वाहन में ठूसकर दीपावली की छूट्टी हेतु घर छोडने के लिए ले जाया जा रहा था. इस वाहन को परतवाडा में किशोर वाघमारे व सागर व्यास नामक सामाजिक कार्यकर्ता ने पकडा था और पुलिस को बुलाया था. पश्चात पुलिस ने यह मामला अगली कार्रवाई के लिए अदालत में भिजवाया. जहां से दंडात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव हुआ लेकिन अब तक आदिवासी विद्यार्थियों की जान से खिलवाड करने वाले आश्रम शाला प्रबंधक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई हैं. जिस पर संताप व्यक्त करते हुए आदिवासी संगठनोें ने शाला प्रबंधन पर कार्रवाई करने के साथ ही इस आश्रम शाला की सरकारी मान्यता को रद्द करने की मांग उठाई हैं.

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