अमरावती

लोणार विकास ब्यौरे के काम मिशन मोड पर पूर्ण करें

विभागीय आयुक्त डॉ. निधि पाण्डेय का प्रतिपादन

अमरावती/ दि.16– लोणार विकास ब्यौरा के काम समय पर किए जाना अपेक्षित है. जिसके कारण ये काम मिशन मोड पर पूरे करें. काम की गति की रिपोर्ट समय-समय पर समिति को प्रस्तुत करें, ऐसे निर्देश विभागीय आयुक्त डॉ. निधी पाण्डेय ने आज दिए.
लोणार विकास ब्यौरा अंतर्गत आनेवाले विविध विषय की समीक्षा विभागीय आयुक्त ने बैठक द्बारा आज विभागीय आयुक्त कार्यालय मेें ली. इस समय वे बोल रही थी. इस अवसर पर बुलढाणा के जिलाधिकारी डॉ. किरण पाटील दूरदृश्य प्रणाली द्बारा तथा मुख्य वन संरक्षक ज्योति बॅनर्जी, समिति के सदस्य एस सान्याल, दीपक ठाकरे, भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीक्षक अरूण मलिक, विशेष कार्य अधिकारी सुशील आग्रेकर, उपसंचालक हर्षद चौधरी, विधि अधिकारी नरेंद्र बोहरा, एमएमआरडी के अधिकारी उपविभागीय अधिकारी,मुख्याधिकारी उपस्थित थे.

आगे श्रीमती पाण्डेय ने कहा कि बुलढाणा जिले के बेसॉल्ट खडक में उल्कापात के कारण निर्माण हुए लोणार सरोवर यह जगविख्यात है. ये स्थल जैवविविधता से संपन्न है. पर्यटनों की दृष्टि से महत्वपूर्ण है. इस पर्यटनस्थल के सर्वांगीण विकास के लिए शासन द्बारा 369 करोड 78 लाख रूपए का विकास ब्यौरा मंजूर किया गया. विकास ब्यौरे के प्रस्तावित काम पूर्णत्व की ओर ले जाने के लिए समिति द्बारा नियमित रूप से समीक्षा ली जाती है. ब्यौरा अंतर्गत आनेवाले विकास कामों को प्रशासकीय मान्यता व निधि का प्रावधान किया गया है. उसनुसार विकास काम तीव्रता से पूरे होने के लिए प्रयास करें. विकास ब्यौरा अंतर्गत आनेवाले लोणार सरोवर व परिसर के नागरी सुविधा के काम अच्छी तरह की जाए. ऐसे निर्देश उन्होंने संबंधित कार्यान्वयन यंत्रणा को दिए.

तालाब के पानी के उपयोग के लिए पानी की पीएच व्हॅल्यू भुजल सर्वेक्षण विभाग व निरी के विशेषज्ञों द्बारा जांच की जाए, ऐसी सूचना समिति ने संबंधित यंत्रणा से की. भारतीय पुरातत्व विभाग के अतिरिक्त आनेवाले 15 मंदिर की सुरक्षा व सुशोभीकरण अंतर्गत आनेवाली सुधार के काम पुरातत्व विभाग करें. इसके लिए निधि का प्रावधान भी किया गया है. लोणार सरोवर परिसर के गायमुख मंदिर स्थल को भेंट देनेवाले पर्यटक व नागरिकों की ओर से नहाने के लिए शैम्पू, डिर्टजंट व साबुन उपयोग किए जाने की जानकारी है. जिसके कारण लोणार सरोवर का पानी दूषित हो रहा है. उसमें जैवविविधता पर संकट निर्माण हो रहा है. जिसके कारण नागरिकों को उस जगह पर नहाने के लिए प्रतिबंध लगाने के लिए सूचना जिला प्रशासन को विकास ब्यौरा समिति ने दी है.
लोणार सरोवर को भेट देनेवाले पर्यटकों की संख्या, उन्हें आवश्यक रहनेवाली सुविधा की रिपोर्ट नियमित रूप से समिति को प्रस्तुत करें, ऐसी सूचना डॉ. पाण्डेय ने वनविभाग को दी.

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