मदर डेअरी के दूध संकलन केंद्र शुरु करने की प्रक्रिया पूर्ण करें
दुग्ध विकास मंत्री सुनील केदार के निर्देश
अमरावती/ दि.11 – जिले के दर्यापुर तहसील में पर्याप्त मात्रा में दुध उपलब्ध है. यहां पर दुध बिक्री के लिए बाजारपेठ निर्माण करना जरुरी है. जिससे दुग्ध व्यवसाय को बढावा मिलेगा, दुग्ध व्यवसाय ग्रामीण क्षेत्र के अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण अंग है. दर्यापुर तहसील में मदर डेअरी के दुध संकलन केंद्र शुरु करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश क्रीडा व युवक कल्याण, पशु संवर्धन व दुग्ध व्यवसाय विकास मंत्री सुनील केदार ने दिए.संभागीय क्रीडा संकुल के सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने दुग्ध व्यवसाय को बढावा देने के नियोजन पर चर्चा की.
जिले के अंजनगांव दर्यापुर तहसील में बडी मात्रा में दुध निर्मिती हो रही है. इसलिए वहां पर दुध संकलन केंद्र शुरु किए जा सकते है. क्षेत्र में 40 से अधिक दुध संकलन केंद्र शुरु करने का नियोजन है. उस हिसाब से संबंधित क्षेत्रों का निरिक्षण करने के निर्देश भी उन्होंने बैठक में दिए. विधायक बलवंत वानखडे, प्रादेशिक दुग्ध व्यवसाय विकास अधिकारी गजानन तावडे, जिला दुग्ध व्यवसाय अधिकारी गिरीश सोनोवने, पशु संवर्धन विभाग के प्रादेशिक सहआयुक्त डॉ. मोहन गोहत्रे, पशु संवर्धन उपायुक्त संजय कावरे, राष्ट्रीय दुग्ध विकास मंडल के डॉ. व्ही.श्रीधर, जिला परिषद के पशु सवंर्धन अधिकारी पुरुषोत्तम सोलंके, मदर डेअरी के प्रकल्प प्रमुख मुकेश झा आदि बैठक में उपस्थित थे.
*दुधारु जानवरों के वितरण की समीक्षा
अनुसूचित जाति व जमाती के लिए अनुदान तत्व पर चलाए जाने वाले दुधारु जनावर वितरण योजना में देसी वंश के जातियों का प्राधन्यता से समावेश किया जाए. होस्टन, जर्सी गायों के स्थान पर भारतीय वंश के कांकरेज, गिर, साहिवाल, मुर्हा गायों का वितरण किया जाए. ग्रामीण क्षेत्र में दुधारु जानवरो के पालन को लेकर जागरुकता निर्माण करने के निर्देश भी मंत्री केदार ने दिए.
* क्रीडा संकुल निर्मिती पर चर्चा
जिले में क्रीडा क्षेत्र का विकास, खिलाडियों के लिए जरुरी सेवा सुविधाओं की निर्मिती को प्राधान्य देने की बात मंत्री केदार ने कही. अंनजगांव सुर्जी व दर्यापुर तहसील में क्रीडा संकुल निर्मिती का प्रस्ताव तैयार कर उसे शासन के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश भी उन्होंने दिए. छात्रों को खेल में प्राविण्यता के आधार पर शिक्षा सत्र के एक सत्र में फिस मे छूट देने की घोषणा भी उन्होंने की. इस अवसर पर जिला क्रीडा अधिकारी चंद्रकांत उप्पलवार, क्रीडा व युवक सेवा के उपसंचालक विजय संतान, शिवाजी शिक्षा महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अंजली ठाकरे, अमरावती एथेलिक एसोसिएशन के सचिव प्रा. अतुल पाटिल, महाराष्ट्र राज्य शारीरिक शिक्षा संगठन के सह सचिव शिवदत्त ढवले तथा विभिन्न क्रीडा संगठन के पदाधिकारी उपस्थित थे.