अमरावती

चिरागभाई के मासखमन तप की पूर्णाहुति

अमरावती/दि.23 – जिंदगी एक राहगुजर है, राही आते हैं, और चलते जाते हैं. कुछ ही बिरले राही होते हैं, जो जीवन को कामयाब करते हैं. ऐसा ऐक बिरला कार्य चिराग भाई ने मासखमन तप कर सिध्द किया. मोक्ष सिर्फ मनुष्य जन्म में ही प्राप्त होता है. मन को साधकर रसेन्द्रीय को बस में कर ही तप की साधना होती है. चिराग ने यह लक्ष्य तप के व्दारा पूर्ण किया और मनुष्य जन्म को सफल बनाया. आज उनके तप की पूर्णाहुति धार्मिक वातारवरण में, हर्षोल्लास से दादाजी गुणवंतभाई और दादीजी भानुमतीजी के करकमलों व्दारा शुभ आशीर्वाद से पारणा विधि संपन्न हुई. इस मांगलिक कार्यक्रम में स्थानकवासी जैन संघ अंबापेठ व स्थानकवासी जैन संघ बडनेरा रोड के अध्यक्ष सभी पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी तथा समाज के मान्यवर के सानिध्य में ‘केसरिया केसरिया आज हमरो रंग केसरिया’ की धुन के साथ पारणा उत्सव संपन्न हुआ. दादाजी और दादीजी के पश्चात उपस्थित सभी धर्म प्रेमी भाई, बहनों ने पारणा कराते हर्ष महसूस किया. इस धार्मिक पारणा उत्सव में जयंतभाई कामदार, अनिल चितालिया बिपीन कोठारी, नरेंद्रभाई देसाई, हरिशभाई लाठिया, नीलेश देसाई, विपीनभाई सांगानी, परेश मंडविया, अनूप अजमेरा, भूषण पडिया, छबिलभाई लाठिया, मोहनभाई घोडाद्रा, ताराचंद बोकडिया, महेंद्र गांधी, सुरेश मुणोत, जीतूभाई दोशी, अमृत मुथा, संजय मुणोत, प्रकाश बैध, सुभाष भंडारी, प्रेम बोकडिया, प्रकाश बोकडिया, इंदर सुराणा, गिरीश मरलेचा, धर्मेश शाह, सरोज शाह, अनिलभाई सूर्यकांत शाह, रोहित शाह, दिलीपभाई, चेतनभाई, केतनभाई, अतुलभाई, मंजुबेन, अनिता सेठ, मीना बेन, तेजलबेन, सोनलबेन, वंदना शाह, नीलू शाह की उपस्थित थे.

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