अमरावती

पिछले 10 दिनों से धधक रहा कंपोस्ट डिपो

सुकली परिसरवासी जहरिली गैस से परेशान

* आँखों में जलन की शिकायत, स्वास्थ्य पर हो रहा विपरित परिणाम
* गंभीर मामले को लेकर महापालिका गंभीर नहीं
अमरावती/ दि.9 – महापालिका की लापरवाही की वजह से महाराष्ट्र प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड तथा केंद्रीय प्रदुषण नियंत्रिण बोर्ड मनपा पर पहले ही जुर्माना ठोक चुका है. इसके बाद भी महापालिका प्रदुषण रोकने के लिए किसी तरह का ठोस कदम नहीं उठा रहा है. शहर के पश्चिमी क्षेत्र में सुकली स्थित कंपोस्ट डिपो में लगने वाली आग की घटनाएं आम बात हो गए है. अब फिर पिछले 10 दिनों से यहां के कचरे के ढेर में आग धधक रही है. यहां से उठते धुएं के साथ जहरिली गैस निकल रही है. जिससे परिसरवासियों के नाक में दम हो गया है. घुटनभरी जिंदगी के साथ उनके स्वास्थ्य पर भी विपरित परिणाम हो रहा है. परिसरवासियों की आँख में जलन, दम घुटने की शिकायत बढने लगी है, ऐसा होने के बाद भी महापालिका व्दारा किसी तरह का ठोस कदम न उठाते हुए लोगों की जान के साथ खिलवाड किया जा रहा है.
महापालिका ने लालखडी परिसर के सुकली गांव के पास दम्पिंग ग्राउंड बनाया है. इस कंपोस्ट डिपो में पूरे शहर से जमा होने वाला कचरा लाकर डाला जाता हेै. भले ही इस कचरे पर प्रोसेसिंग करने के लिए महापालिका ने मे. गंगा इंटरप्राईजेस नामक कंपनी को ठेका दिया है. करीब 18 करोड 96 लाख रुपए का टेंडर निकाला गया था. कचरे पर प्रोसेसिंग का काम इससे पहले कोरोना काल में काफी दिनों तक बंद पडा था. इस वजह से दम्पिंग ग्राउंड में क्षमता से ज्यादा कचरा जमा हो गया. मिथेन गैस में थोडी सी भी हवा लगती है तो, फिर से आग लग जाती है. दूसरी तरफ शहर में दीपावली के अवसर पर बडे पैमाने में आसमान में पटाखे छोडे गए. इस चिंगारियों के चलते भी दम्पिंग ग्राउंड में आग लगने की संभावनाएं जताई जा रही है. पिछले 10-12 दिनों से लगातार कचरे के ढेर में आग धधक रही है. इस आग के कारण परिसर में धुआं और जहरिली गैस फैल रही है. जिससे परिसरवासियों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव हो रहा है. परिसरवासियों ने निगमायुक्त से भी इस बारे में शिकायत दी थी, परंतु संबंधित अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देना उचित ही नहीं समझा.

3.51 लाख क्युबिक मीटर कचरा
महापालिका के पुराने कंपोस्ट डिपो में रोजाना आने वाले कचरे के अलावा पिछले कई वर्षों से याने महापालिका में कंपोस्ट डिपो में प्रोसेसिंग प्रक्रिया शुरु करने से पहले ही 3 लाख 51 क्युबिक मीटर कचरा जमा है. इस कचरे के अंदर मिथेन गैस जमा होती है और वह हवा के संपर्क में आने से कचरे से धुआ उठने लगती है और आग धधक जाती है. जिसके कारण इस परिसर में रहन वाले लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है.

 

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