अमरावती

विद्यापीठ की संगणकीकृत एकीकरण प्रणाली का काम ठंडे बस्ते में

स्थानीय कंपनी के लिए निविदा की शर्तें बदलने का आरोप

अमरावती प्रतिनिधि/दि.१२संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ के सभी विभागों तथा विद्यापीठ से संलग्नित महाविद्यालयों को संगणकीकृत एकीकरण प्रणाली (वेबबेस्ड इंटिग्रेटेड युनिर्व्हसिटी मैनेजमेंट सिस्टीम) द्वारा जोडने हेतु वर्ष 2016-17 में विद्यापीठ ने निविदा प्रक्रिया चलायी, लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि तीन से चार वर्ष बीत जाने के बाद भी इस प्रकल्प का काम पूर्ण नहीं हुआ है. वहीं इस बीच अपनी मर्जी की कंपनी को लाभ दिलाने हेतु शुध्दीपत्रक निकालकर निविदा के नियमों व शर्तों में नये सिरे से बदलाव किये जाने की चर्चा भी विद्यापीठ स्तर पर शुरू है.
जानकारी के मुताबिक विद्यापीठ द्वारा चलायी गयी निविदा प्रक्रिया में सैफी टेक्नालॉजी लिमिटेड के प्रशांत कोडापे, सेंटर फॉर रिसर्च एन्ड इंडस्ट्रीयल स्टाफ परफॉरमन्स (मध्यप्रदेश) के निविदा धारकों ने इसमें कुछ बदलाव करने का निवेदन किया था और इस निविदा में कुलगुरू डॉ. चांदेकर की अनुमति से कुछ बदलाव भी किये गये थे. लेकिन आरोप लगाया जा रहा है कि, यह बदलाव प्रशांत कोडापे द्वारा दिये गये सुझाव के अनुसार नहीं है, बल्कि डॉटकॉम इंफोटेक प्रा.लि. (अमरावती) को लाभ पहुंचाया जा सके.
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि, निविदा निकाले जाते समय तकनीकी रूप से मास्टर सॉफ्ट ईआरपी सोल्युशन्स् प्रा.लि. (नागपुर) नामक कंपनी को अधिक अंक मिलने के बाद भी कम अंक रहनेवाली डॉटकॉम कंपनी को ही ठेका दिया गया. किंतु इस कंपनी द्वारा अब तक काम पूर्ण नहीं किया गया. ऐसी अधिकृत जानकारी है. इस कंपनी के कामकाज पर ध्यान रखने हेतु एक समिती नियुक्त की गई थी और समिती के अध्यक्ष डॉ. राजेश जयपुरकर ने कंपनी के कामकाज में कुछ त्रुटियां निकाली थी. बावजूद इसके डॉटकॉम कंपनी को अपना काम पूर्ण करने हेतु 31 मार्च तक समयवृध्दि दी गई. किंतु इस कालावधि के दौरान यह काम पूर्ण होगा या नहीं, यह अपने आप में बडा सवाल है.

  • आर्थिक दर कम रहने के चलते डॉटकॉम को निविदा

डॉटकॉम कंपनी को करीब 28 मॉड्यूल पूर्ण करने थे. किंतु इस कंपनी द्वारा ऐसा नहीं किया जा सका. यह पूरी तरह सही है. लेकिन अब सभी कामों को तेज गति से पूर्ण किया जा रहा है. साथ ही सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि, इस कंपनी की आर्थिक निविदा कम दरवाली रहने के चलते ही इस कंपनी को इस काम का ठेका दिया गया था.
– डॉ. राजेश जयपुरकर
प्र- कुलगुरू

  • 31 मार्च तक काम पूरा होना अपेक्षित

डॉटकॉम कंपनी को अपना काम पूरा करने के लिए 31 मार्च तक समयावृध्दि दी गई थी. ऐसे में अब इस कालावधि के दौरान काम पूरा होना अपेक्षित है.
– डॉ. तुषार देशमुख
कुलसचिव

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