रेलवे की जनरल टिकट मिलने को लेकर संभ्रम
रेलवे बोर्ड ने जारी किया जनरल टिकट देने का आदेश
* फिलहाल स्टेशनों को डिवीजन से निर्देश मिलना बाकी
अमरावती/दि.3– भारतीय रेलवे बोर्ड के पैसेंजर मार्केटिंग विभाग के संचालक विपुल सिंघल द्वारा विगत 28 फरवरी को देश के सभी झोनल रेलवे के मुख्य कमर्शिअल मैनेजरों के नाम पत्र जारी करते हुए सभी यात्री रेलगाडियों में पहले की तरह जनरल यानी अनारक्षित टिकटों की बिक्री शुरू करने की व्यवस्था करने हेतु कहा गया है. किंतु फिलहाल झोन कार्यालयों से डिवीजन स्तर तक और डिवीजन कार्यालय से स्टेशन प्रबंधक कार्यालय को इस संदर्भ में कोई निर्देश नहीं प्राप्त हुआ है. जिसके चलते फिलहाल रेलवे स्टेशनों से जनरल टिकटों की बिक्री शुरू नहीं की गई है.
बता दें कि, मार्च 2020 में कोविड की महामारी के खतरे को देखते हुए समूचे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था और सभी तरह की रेलगाडियों का परिचालन बंद कर दिया गया. पश्चात धीरे-धीरे कुछ चुनिंदा रूटों पर विशेष रेलगाडियों का परिचालन शुरू किया गया. जिनकी संख्या धीरे-धीरे बढाई जाने लगी. किंतु कोविड प्रतिबंधात्मक उपायों के तहत शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने हेतु केवल अग्रिम आरक्षणवाली टिकटों की ही बिक्री शुरू की गई. इसके तहत सामान्य यानी जनरल श्रेणीवाली बोगी के लिए भी आरक्षित टिकटें ही दी जा रही थी, ताकि इस बोगी में अनारक्षित टिकटों की वजह से बेवजह की भीडभाड न हो. चूंकि इस दौरान सभी रेलगाडियों को विशेष ट्रेन का दर्जा देकर चलाया जा रहा है. जिसके चलते सभी श्रेणियों में यात्रा की टिकट भी कुछ अधिक है. ऐसे में विगत लंबे समय से सभी रेलगाडियों का विशेष दर्जा हटाने और रेलगाडियों के अनारक्षित डिब्बों में यात्रा हेतु सामान्य टिकटों की बिक्री शुरू करनी की मांग की जा रही थी. वहीं दूसरी ओर हालात को धीरे-धीरे सामान्य होता देख अब भारत सरकार, रेल मंत्रालय व रेलवे बोर्ड भी रेल यातायात में स्थिति को पहले की तरह सामान्य करने की ओर कदम बढा रहे है. इसी श्रृंखला के तहत रेलवे बोर्ड के पैसेंजर मार्केटिंग डाईरेक्टर विपुल सिंघल ने 28 फरवरी को सभी झोनल रेलवे के चीफ कमर्शिअल मैनेजरों के नाम एक पत्र जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि, जिन ट्रेनों को इससे पहले नियमित गाडी संख्या के तौर पर चलाया जा रहा है, उनमें द्वितीय श्रेणी के यात्रियों को जगह की उपलब्धता के हिसाब से आरक्षित व अनारक्षित श्रेणी के टिकटों की बिक्री की जाये. इसके अलावा इस समय विशेष ट्रेन को हॉली डे स्पेशल ट्रेन के तौर पर चल रही रेलगाडियों में भी स्थान उपलब्धता के हिसाब से आरक्षित व अनारक्षित टिकटों की बिक्री की व्यवस्था शुरू की जाये. साथ ही इस पत्र के अंतिम वाक्य में यह भी कहा गया है कि, उपरोक्त आदेश अग्रिम आरक्षण की अवधि खत्म होने तथा नो बुकींग डेट शुरू होने से अमल में लाया जाये. जिसका सीधा मतलब है कि, अब सामान्य श्रेणीवाले डिब्बों के लिए आरक्षित टिकटों की बुकींग व बिक्री बंद कर दी जायेगी. साथ ही आगामी जिस अवधि तक के लिए इससे पहले सामान्य श्रेणीवाले डिब्बों में अग्रिम आरक्षण किया जा चुका है, तब तक इन डिब्बों के लिए अनारक्षित टिकटोें की बिक्री भी नहीं होगी. ऐसे में उम्मीद जतायी जा रही है कि, आगामी कम से कम तीन माह तक सामान्य श्रेणीवाले डिब्बों के लिए अब ना तो आरक्षित टिकट ही मिलेंगे और न ही अनारक्षित टिकटों की बिक्री होगी. अग्रिम आरक्षण के तहत दी गई टिकटों की अंतिम अवधि खत्म होने के बाद से अनारक्षित टिकटों की बिक्री शुरू की जायेगी. ऐसा रेल महकमे से जुडे सुत्रों का कहना है.
* फिलहाल हमें कोई निर्देश नहीं मिला
रेलवे बोर्ड द्वारा सीधे स्टेशन प्रबंधन के नाम आदेश नहीं जारी किया जाता, ऐसे में हमें फिलहाल यह जानकारी नहीं है कि, जनरल टिकटों की बिक्री हेतु रेलवे बोर्ड की ओर से क्या आदेश जारी हुए है. रेलवे बोर्ड के आदेश पर डिवीजन कार्यालय द्वारा हमें आवश्यक निर्देश दिये जायेंगे, तो उस हिसाब से आवश्यक कदम उठाये जायेंगे. फिलहाल हमारे पास जनरल टिकटों की बिक्री हेतु कोई निर्देश नहीं है.
– पी. के. सिन्हा
स्टेशन प्रबंधक, बडनेरा रेल्वे स्टेशन
* अभी डिवीजन से आदेश मिलना बाकी
रेलवे बोर्ड द्वारा झोनल कार्यालय के नाम पत्र जारी किये जाने की जानकारी है. अब झोनल कार्यालय से डिवीजन को आवश्यक निर्देश मिलेंगे और फिर डिवीजन द्वारा जमिनी स्थिति की समीक्षा करते हुए स्टेशन प्रबंधन को आवश्यक कदम उठाने हेतु कहा जायेगा. जिसके बाद स्टेशन कार्यालय स्तर पर जनरल टिकटों की बिक्री शुरू करने के आदेश पर अमल किया जायेगा. फिलहाल तो सभी रेलगाडियों की सामान्य श्रेणी में अगले करीब दो से तीन माह के लिए आरक्षित टिकट दिये जा चुके है. ऐसे में उन यात्रियोें के साथ अनारक्षित यात्रियों को साथ नहीं बिठाया जा सकता. अत: जब तक सामान्य श्रेणीवाले डिब्बों में अग्रिम आरक्षण के सभी टिकटों की यात्रा अवधि पूर्ण नहीं हो जाती, तब तक अनारक्षित टिकटों की बिक्री शुरू होना मुश्किल लगता है.
– महेंद्र लोहकरे
स्टेशन प्रबंधक, अमरावती रेलवे स्टेशन
* आखिर आम व्यक्ति जाये, तो जाये कहां?
विगत करीब दो वर्ष से पैसेंजर रेलगाडियां बंद है. साथ ही लंबी दूरीवाली रेलगाडियों की सामान्य बोगी में भी अग्रिम आरक्षण लेकर यात्रा करनी पड रही है. उधर दूसरी ओर विगत तीन-साढे तीन माह से राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों की हडताल चल रही है और रापनि की बस सेवा बंद है. ऐसे में आम नागरिकों, व्यापारियों व विद्यार्थियों को एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. जिसके चलते पैसेेंजर रेलगाडियों को शुरू करने के साथ ही जनरल टिकटों की बिक्री शुरू करने की मांग की जा रही थी और अब चूंकि रेलवे बोर्ड द्वारा इसे लेकर आदेश जारी कर दिया गया है, तो स्थानीय स्टेशन प्रबंधकोें द्वारा इस आदेश पर अमल नहीं किया जा रहा. ऐसे में आम आदमी के सामने जाये, तो जाये कहां और कैसे जाये वाली स्थिति है.
– अनिल तरडेजा
अध्यक्ष, महानगर यात्री संघ