अमरावतीमहाराष्ट्र

मथुरा जिले में नगीना के सांसद के काफीले पर हुए हमले का निषेध

आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारियों ने सौंपा जिलाधीश को ज्ञापन

अमरावती /दि.3– मथुरा जिले के रिफायनरी क्षेत्र में नगीना के सांसद एवं आजाद समाज पार्टी के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष के काफीले पर हुए हमले का निषेध करते हुए स्थानीय पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है.
ज्ञापन में कहा गया है कि, उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में जो घटना घटित हुई है, वह संविधान और कानून व्यवस्था के लिए चिंताजनक है. मथुरा जिले में अनुसूचित जाति की दो बहनों की शादी के दौरान उनकी बारात पर लाडी-डंडों से हमला किया गया, डीजे बंद कर बहनों के साथ मारपीट की और पूरी बारात को जबरन वापस भेज दिया गया. इस अमानवीय घटना के विरोध में एवं पीडित परिवारों को संवेदना व्यक्त करने के लिए नगीना के सांसद एवं आजाद समाज पार्टी के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद घटनास्थल पर पहुंचे थे. लेकिन वहां उपस्थित मनुवादी गुंडों ने उनके काफिले पर योजनाबद्ध तरीके से पथराव किया, जिससे कई चारपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गये. यह हमला केवल एक संयोग नहीं था, बल्कि पहले से दी गई धमकियां के अनुरुप था. इसके बावजूद मथुरा पुलिस प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जो प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है. उत्तर प्रदेश की वर्तमान योगी सरकार कानून व्यवस्था बनाये रखने में पूरी तरह विफल सिद्ध हुई है. बहुजन समाज पर अत्याचार निरंतर बढ रहे है. महिलाओं के खिलाफ हिंसा में भी बढोत्तरी हो रही है. बेरोजगारी चरम सीमा पर है. साथ ही अपराधियों का मनोबल बढता जा रहा है. इस कारण उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई है. साथ ही चंद्रशेखर आजाद को झेड प्लस सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गई है. मांग पूरी न होने पर संपूर्ण देश में आजाद समाज पार्टी व भीम आर्मी की तरफ से तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है. ज्ञापन सौंपने वालों में आजाद समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मनीष साठे, उपाध्यक्ष सिद्धार्थ देवरे, जिलाध्यक्ष सनी चव्हाण, शहराध्यक्ष विपुल चांदे, रवींद्र फुले, सैय्यद सेफ, विजय सवई सहित धम्मपाल पिलावन, डॉ. बशीर पटेल, भूषण राउत, रवि हजारे, एजाज शेख, समीर शहा, लक्ष्मण चाफलकर, डॉ. जुबेर अहमद, जीतेंद्र रामटेके, प्रमोद मेश्राम, रोहित अरगडे, सूरज रामटेके, संजय आठवले, शेख मुश्ताक, जंजीरसिंग टांक, संघर्ष फुले, ज्ञानेश गडलिंग, मंगेश वानखेडे, हर्षना तुमाने, विक्की भगत, अशोक इंगोले, उमेश शेंडे, भीमशोक चहांदे, अतुल गायगोले, राजरत्न चंडिकापुरे, वंदना बोरकर, ज्योति बोरकर, नरेशचंद्र कपूर, भगवान दांडेकर आदि का समावेश था.

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