तहसील आशा व गट प्रवर्तक संगठन ’आयटक’ का सम्मेलन
गट प्रवर्तकों को शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग
अमरावती/दि.2– दर्यापुर तहसील स्थित शिंगनापुर के काला मारोती मंदिर के सभागृह में तहसील आशा व गट प्रवर्तक संगठन आयटक के सम्मेलन का आयोजन किया गया था. सम्मेलन की अध्यक्षता कॉ. मंगला देशमुख ने की तथा प्रमुख मार्गदर्शक के तौर पर संगठन के जिला सचिव कॉ. प्रफुल्ल देशमुख उपस्थित थे. सम्मेलन का प्रास्ताविक दर्यापुर तहसील सचिव सत्यभामा पिंजरकर व संचालन सीमा गुरटे ने किया. सर्वप्रथम अध्यक्ष व प्रमुख अतिथी के हस्ते दीप प्रजवलन व क्रांति ज्योति सावित्रीबाई फूले की प्रतिमा को अभिवादन कर सम्मेलन की शुरूआत की गई.
सम्मेलन को मार्गदर्शक प्रफुल्ल देशमुख ने संबोधन करते हुए कहा कि अपनी मांगो को लेकर पिछले 1 साल से आशा व गट प्रवर्तक रास्ते पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं. स्वास्थ मंत्री व्दारा 7 हजार आशा व गट प्रवर्तकों को 10 हजार रुपये बढा कर सानुग्रह अनुदान व शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिए जाने का आश्वासन दिया था किंतु अब तक भी आश्वासन की पूर्ति नहीं हुई. अथक संघर्ष कर केवल 5 हजार रुपये बढाए. केद्र सरकार व्दारा साल 2018 से आशा गट प्रवर्तकों को 1 रुपया भी बढा कर नही दिया गया. केंद्र सरकार के विरोध में तीव्र आंदोलन चलाया जाने का निर्णय भी सम्मेलन में लिया गया. इस समय दीपिका यावतकर, संध्या तेलखडे, स्मिता ठाकरे, संगीता वानखडे, अर्चना सातपूते, साधना बोरकर, रत्नमाला पुंडकर, अर्चना बूब, रेख़ा गावंडे, मंगला सांबसकर, शोभा शर्मा, सुनिता ठाकरे, संगिता वरनकर, स्वर्णा गुघरे, पद्मा राणे, प्रमिणा भागडे, नमिता कविटकर, वर्षा घुगरे, मंगला चव्हाण, माया दूधंडे, वंदना भगत, ममता सोलंके, गंगा वरटे, रेखा शिंदे, छाया सांगोले, लता काले, शितल कोल्हे, कल्पना पुंडकर, इच्छा हाडोले, नंदा खोचे, दर्शना वानखडे, मीना वाहनकर सहित बडी संख्या में आशा व गट प्रवर्तक उपस्थित थे. सम्मेलन में संगठन के तहसील पदाधिकारियों का भी चयन किया गया. जिसमें तालुका अध्यक्ष पद पर पद्मा माहुलकर, सचिव पद पर सत्यभामा पिंजरकर का चयन किया गया.