विक्की मंगलानी की सुपारी देने के मामले को लेकर संभ्रम कायम
अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा अनवर हुसैन

* ‘जय भोले’ पर फायरिंग मामले में पुलिस कर रही तलाश
* तीनों आरोपियों का पीसीआर बढा, बिलाल को पुलिस ने दी क्लीन चिट
अमरावती /दि.10- स्थानीय वसंत चौक परिसर स्थित जय भोले पान मटेरियल सेंटर नामक प्रतिष्ठान में दुकान के संचालक विक्की मंगलानी के बारे में पूछताछ करने के साथ ही विदेशी बनावट वाली देशी पिस्तौल से फायरिंग किये जाने के मामले में कोतवाली पुलिस ने यद्यपि तीन आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया था और इन तीनों आरोपियों की पीसीआर अवधि को भी 11 अप्रैल तक समयावृद्धि मिली है. परंतु विगत 4 अप्रैल को घटित इस घटना के पांच दिन बाद भी यह अब तक तय नहीं हो पाया है कि, विक्की मंगलानी पर गोली चलाने की सुपारी किसने दी थी. इस मामले में इससे पहले आरोपियों की निशानदेही पर धरे गये बिलाल नामक संदेहित को पुलिस को पूछताछ के बाद छोड दिया है. वहीं अब कोतवाली पुलिस सहित अपराध शाखा पुलिस द्वारा इस मामले में अनवर हुसैन नामक एक नये मास्टरमाइंड की तलाश की जा रही है, जो फिलहाल अंडर ग्राउंड है. ऐसे में पुलिस के दो दल अनवर हुसैन की तलाश में नागपुर व गोवा की ओर रवाना किये गये है. लेकिन अब तक अनवर हुसैन का कही कोई पता नहीं चल पाया है. जिसके चलते इस बात को लेकर अब भी संभ्रम बना हुआ है कि, आखिर विक्की मंगलानी की सुपारी किसने दी थी.
बता दें कि, विगत 4 अप्रैल की शाम तीन युवकों ने वसंत टॉकीज परिसर स्थित जय भोेले पान मटेरियल सेंटर पर पहुंचकर विक्की मंगलानी के बारे में पूछताछ की थी और विक्की मंगलानी के दुकान में नहीं रहने की बात समझ में आते ही दुकान में रखे सामान की फेंकफाक करते हुए दुकान के भीतर देशी कट्टे से एक राउंड फायर भी किया था. इस घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस के दल ने महज दो से ढाई घंटे के भीतर बडनेरा के निकट बेलोरा टी-प्वॉईंट से मो. आसिफ नूर मोहम्मद (26, रजा नगर, बडेनरा), अंकुश शेंडे (27, सोनगांव, तह. चांदूर रेल्वे) व अब्दूल शकील अब्दूल सत्तार (42, टांगापुरा, तह. चांदूर रेल्वे) को गिरफ्तार करने के साथ ही वारदात में प्रयुक्त देशी कट्टा भी जब्त किया था. तीनों आरोपियों को हिरासत में लिये जाने के बाद अदालत में पेश किया गया था. जहां से उन्हें 9 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी हुआ. पीसीआर के दौरान की गई पूछताछ में तीनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि, उन्हें बिलाल नामक व्यक्ति ने विक्की मंगलानी को गोली मारने की सुपारी दी थी. इस जानकारी के आधार पर कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार की रात ही बिलाल को भी अपनी हिरासत में ले लिया था और उसका बयान भी दर्ज किया था. लेकिन अगले दिन विक्की मंगलानी ने कोतवाली पुलिस थाने पहुंचकर अपना बयान दर्ज करते हुए हमलावरों द्वारा दी गई जानकारी को गलत बताया और कहा कि, बिलाल नामक व्यक्ति उसकी सुपारी दे ही नहीं सकता. इसी बीच पुलिस द्वारा की गई जांच के दौरान अनवर हुसैन नामक व्यक्ति का नाम सामने आया और पुलिस की ओर से दावा किया गया कि, अनवर हुसैन ने भी आरोपियों को विक्की की सुपारी दी थी. ऐसे में अब पुलिस द्वारा अनवर हुसैन की सरगर्मी से तलाश की जा रही है, लेकिन फायरिंग मामले में अपना नाम आते ही अनवर हुसैन अंडर ग्राउंड हो गया. जिसकी अब पुलिस द्वारा सरगर्मी से तलाश की जा रही है. इी बीच पुलिस द्वारा पकडे गये तीनों आरोपियों के पीसीआर की अवधि के खत्म हो जाने के चलते उन्हें कल दोबारा अदालत के समक्ष पेश किया गया और पीसीआर की अवधि बढाकर दिये जाने की मांग की गई. जिसके चलते अदालत ने तीनों आरोपियों को 11 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया. ऐसे में तीनों आरोपियों से पुलिस अब भी पूछताछ कर रही है.
* विक्की मंगलानी पर हुई फायरिंग के मामले में अब तक की गई जांच के दौरान बिलाल नामक व्यक्ति की कोई भूमिका नहीं पायी गई. जिसके चलते उसे फिलवक्त जाने दिया गया है. साथ ही अब इस मामले में अनवर हुसैन नामक संदेहित की सरगर्मी से तलाश की जा रही है. जिसे खोजने हेतु शहर पुलिस के दो दल नागपुर व गोवा भी भेजे गये है. अनवर हुसैन के पकड में आने के बाद ही इस मामले को लेकर जानकारी स्पष्ट हो पाएंगी.
– नवीनचंद्र रेड्डी,
शहर पुलिस आयुक्त, अमरावती.