अमरावती/दि.27 – प्रति वर्ष दीपावली पर्व पर शहर के सायन्सकोर मैदान पर पटाखों का मार्केट लगता है. लेकिन अब सायन्सकोर मैदान पर वॉकिंग ट्रैक, फुटबॉल मैदान ऐसी सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई है. ऐसे में अब सायन्सकोर मैदान पर पटाखों का मार्केट लगना संभव नहीं है. इस विषय को लेकर दो दिन पूर्व मनपा में मंथन हुआ. इसके तहत इस वर्ष पटाखों का मार्केट कहां पर लगाया जाये, इसे लेेकर मनपा प्रशासन ने पुलिस विभाग से अभिप्राय मांगा है.
इस संदर्भ में महापौर चेतन गावंडे ने बताया कि, जल्द ही इस विषय पर निर्णय लिया जाएगा. महापौर गावंडे के मुताबिक सायन्सकोर मैदान पर पटाखा बाजार न लगने की स्थिति में यह बाजार शहर के अन्य मैदान पर लगाने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है. जिसके तहत शहर के दशहरा मैदान, गाडगेनगर समाधि मंदिर मैदान व नेहरू मैदान इन तीन मैदानों का विकल्प सामने रखा गया है. हालांकि पटाखा बाजार के लिए ेनागपुरी गेट के पास स्थित एकेडेमिक मैदान का भी विकल्प बैठक में रखा गया था. लेकिन यह मैदान शहर से अपेक्षाकृत तौर पर दूर रहने के चलते दशहरा मैदान व गाडगे नगर मैदान की जगह को सुविधाजनक बताया गया है.
पर्यावरण शुल्क भरने के बाद ही अनुमति
बता दें कि, पटाखों की दुकानों को अनुमति देने का अधिकार पुलिस विभाग को है. लेकिन पटाखा विक्रेताओं को दुकान लगाने के लिए पर्यावरण शुल्क अदा करना पडता है. मनपा द्वारा प्रत्येक पटाखा विक्रेताओं से प्रति दुकानदार तीन हजार रूपये पर्यावरण शुल्क लिया जाता है. अधिकांश पटाखा विक्रेता पर्यावरण शुल्क अदा नहीं करते व पुलिस विभाग की अनुमति लेकर दुकान लगा लेते है. इसलिए जब तक पटाखा बिक्रेता मनपा का पर्यावरण शुल्क अदा करने की रसीद नहीं दिखाता तब तक पुलिस विभाग ऐसे पटाखा विक्रेता को दुकान लगाने की अनुमति न दे. यह मांग मनपा प्रशासन द्वारा पुलिस विभाग से की गई है.