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कांग्रेस ने फिर की विधायक सुलभा खोडके की अनदेखी

अल्पसंख्यक सम्मेलन की निमंत्रण पत्रिका में नाम ही नहीं शामिल

* प्रदेशाध्यक्ष पटोले के कार्यक्रमों से भी रखा गया दूर
अमरावती/दि.24- कल रविवार 25 सितंबर को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले अमरावती के दौरे पर है. ऐसे में वलगांव रोड स्थित रॉयल पैलेस में कांग्रेस द्वारा अल्पसंख्यक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें शहर के सभी कांग्रेस जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे. लेकिन हैरत की बात है कि, अमरावती शहर की कांग्रेस विधायक सुलभा खोडके को इस आयोजन से पूरी तरह दूर रखा गया है और विधायक सुलभा खोडके का नाम इस कार्यक्रम की निमंत्रण पत्रिका तक में शामिल नहीं किया गया है.
उल्लेखनीय है कि, विधायक सुलभा खोडके इससे पहले यद्यपि राष्ट्रवादी कांग्रेस में थी और एक बार राकांपा के टिकट पर वे बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक भी निर्वाचित हुई थी. परंतू विगत दस वर्षों से वे कांग्रेस में सक्रिय है और वर्ष 2014 में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लडा था. हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पडा. पश्चात उन्होंने वर्ष 2019 में अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडा और विजयी हुई. उनके जरिये अमरावती की सीट पर एक बार फिर कांग्रेस को सफलता मिली. लेकिन कांग्रेस छोडकर भाजपा में जानेवाले पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख के वर्ष 2021 में एक बार फिर कांग्रेस में वापिस आते ही अमरावती शहर के कांग्रेस पदाधिकारी दो धडोें में बंट गये और यहीं से विधायक सुलभा खोडके की एक तरह से अनदेखी होनी भी शुरू हुई. साथ ही पूर्व मंत्री व तिवसा निर्वाचन क्षेत्र की विधायक यशोमति ठाकुर तथा अमरावती की विधायक सुलभा खोडके के बीच भी कभी ठीक ढंग से पटरी नहीं बैठ पायी और अमरावती शहर के अधिकांश कांग्रेस पदाधिकारी डॉ. सुनील देशमुख व यशोमति ठाकुर के खेमे में है. ऐसे में विधायक सुलभा खोडके एक तरह से अलग-थलग पड गई है और विगत लंबे समय से अमरावती शहर के कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा उनकी अनदेखी की जा ही है. हालांकि उस संदर्भ में सवाल पूछे जाने पर अमरावती शहर के कांग्रेसी नेताओं व पदाधिकारियों द्वारा ऐसी बातों को सिरे से नकार दिया जाता है और कांग्रेस में सबकुछ ‘ऑलवेल’ रहने की बात कही जाती है. परंतु पार्टी प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के कल प्रस्तावित दौरे के समय आयोजीत कार्यक्रम की पत्रिका में कांग्रेस की स्थानीय विधायक सुलभा खोडके के नाम का उल्लेख नहीं रहना इस बात का स्पष्ट द्योतक है कि, शहर कांग्रेस में सबकुछ ‘ऑलवेल’ नहीं है. साथ ही यह भी कहा जा सकता है कि, कहां तो एक ओर पार्टी के उपाध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी पार्टी में नई जान फूंकने के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोडो यात्रा पर निकले हुए है और इसी यात्रा के लिए समाज के विभिन्न वर्गों व घटकोें का समर्थन प्राप्त करने हेतु पार्टी प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले अपने राज्यव्यापी दौरे के तहत अमरावती आ रहे है. वहीं दूसरी ओर खुद पार्टी के भीतर कांग्रेस जनोें का एक-दूसरे के साथ जुडाव नहीं दिखाई दे रहा और स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा पार्टी के स्थानीय विधायक को इस आयोजन से अलग-थलग रखा जा रहा है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, भारत जोडो यात्रा के साथ ही पार्टी को अपने भीतर कांग्रेस जोडो अभियान भी चलाये जाने की जरूरत है.

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