मनपा के चौथे सदन में था कांग्रेस व राकांपा का बोलबाला

एक बार फिर एकल वॉर्ड पद्धति से हुए थे चुनाव

* कांग्रेस-राकांपा आघाडी ने 81 में से 39 सीटे जीती थी
* स्पष्ट बहुमत के पास थी कांग्रेस-राकांपा आघाडी
* पहली बार निर्विरोध तरीके से चुने गए थे महापौर व उपमहापौर
* महापौर व उपमहापौर पदों को लेकर आघाडी में हुआ था ‘आटा-साटा’
* पहले कांग्रेस के अशोक डोंगरे व फिर राकांपा के किशोर शेलके बने थे महापौर
* उपमहापौर पद पर पहले राकांपा के चेतन पवार और फिर कांग्रेस के शेख जफर को मिला था मौका
* 5 साल में केवल 3 स्थायी समिति सभापति हुए थे निर्वाचित
* राकांपा के मार्डीकर व कांग्रेस के बबलू शेखावत को लगातार दो बार मिला था अवसर, एक बार राकांपा के जावेद मेमन थे सभापति
अमरावती /दि.11- वर्ष 2007 में अमरावती महानगर पालिका के चौथे सदन हेतु आमचुनाव कराया गया था. जिसके तहत शहर के 81 वॉर्डो हेतु एक बार फिर एकल वॉर्ड पद्धति से चुनाव हुआ था. जिसमें कांग्रेस-राकांपा आघाडी ने 39 सीटे हासिल करते हुए स्पष्ट बहुमत के करीब जाने का अवसर प्राप्त किया था. जिसमें कांग्रेस की 21 व राकांपा की 18 सीटों का समावेश था. चूंकि उस समय राज्य में भी कांग्रेस-राकांपा आघाडी की सत्ता थी, तो उसी फॉर्मूले को अमरावती मनपा में भी अपनाया गया था और मनपा में कांग्रेस-राकांपा की आघाडी गठित करते हुए तत्कालीन पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख के समर्थक रहनेवाले कुछ निर्दलीय पार्षदों का भी समर्थन हासिल कर मनपा में कांग्रेस-राकांपा आघाडी की सत्ता स्थापित की गई थी. चूंकि उस समय कांग्रेस की राकांपा से 3 सीटे अधिक थी. तो आघाडी के तहत ढाई वर्ष के पहले कार्यकाल हेतु कांग्रेस ने महापौर पद पर अपना दावा करते हुए राकांपा को उपमहापौर व स्थायी समिति सभापति का पद देने की पेशकश की थी. वहीं ढाई वर्ष पश्चात महापौर पद राकांपा के पास तथा उपमहापौर व स्थायी समिति सभापति पद कांग्रेस के पास रखने की बात तय हुई थी. जिसके चलते चौथे सदन के पहले ढाई वर्ष हेतु डॉ. सुनील देशमुख के कट्टर समर्थक रहनेवाले कांग्रेस पार्षद अशोक डोंगरे का महापौर पद पर चयन हुआ था. वहीं राकांपा नेता संजय खोडके व बडनेरा के तत्कालीन विधायक सुलभा खोडके के समर्थक रहनेवाले चेतन पवार को उपमहापौर तथा अविनाश मार्डीकर को स्थायी समिति सभापति नियुक्त किया गया था. खास बात यह रही कि, अविनाश मार्डीकर अगले लगातार दो साल स्थायी समिति सभापति के पद पर रहे. जिनके बाद राकांपा पार्षद जावेद मेमन तीसरे वर्ष हेतु स्थायी समिति के सभापति निर्वाचित हुए. वहीं चौथ सदन के अगले ढाई वर्ष के कार्यकाल हेतु खोडके गुट के बेहद नजदिकी रहनेवाले राकांपा पार्षद एड. किशोर शेलके को महापौर बनने का बहुमान हासिल हुआ. वहीं कांग्रेस से शेख जफर शेख जब्बार को उपमहापौर बनाया गया. जबकि अंतिम दो वर्ष के लिए कांग्रेस पार्षद बबलू शेखावत लगातार स्थायी समिति के सभापति रहे.
बता दें कि, वर्ष 2004 के विधानसभा चुनाव में अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सुनील देशमुख लगातार दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए थे. जिन्हें कांग्रेस-राकांपा आघाडी की तत्कालीन राज्य सरकार ने राज्यमंत्री व जिला पालकमंत्री का पद मिला था. ऐसे में उस वक्त डॉ. सुनील देशमुख का अमरावती शहर की राजनीति पर अच्छा-खासा दबदबा था. वहीं दूसरी ओर अमरावती शहर का करीब आधा हिस्सा समाहित रहनेवाले बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से राकांपा प्रत्याशी के तौर पर सुलभा खोडके विधायक निर्वाचित हुई थी. जिसकी वजह से खोडके दंपति का भी शहर की राजनीति पर अच्छा प्रभाव था और इन दोनों विधायकों के नेतृत्व तले कांग्रेस-राकांपा आघाडी ने मनपा के चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे पांच साल के लिए मनपा की सत्ता हासिल की थी. जिसके तहत 81 सीटों में से कांग्रेस ने 21 व राकांपा ने 18 ऐसी कुल 39 सीटे हासिल की थी तथा कांग्रेस-राकांपा आघाडी स्पष्ट बहुमत से महज 2 वोट दूर थी. जिसे 7 निर्दलीय पार्षदों में से कुछ आघाडी समर्थक पार्षदों का समर्थन हासिल करते हुए पूरा कर लिया गया था. वहीं उस चुनाव में भाजपा के 15 व शिवसेना के 11 पार्षद निर्वाचित हुए थे तथा अन्य दलों के पार्षदों की संख्या 9 थी. जिनमें बसपा के 4, रिपाइं के 2 तथा रिपाइं (आठवले), जनता दल (सेक्युलर) व मुस्लीम लीग के एक-एक पार्षद का समावेश था. ऐसे में विपक्ष के पास दूर-दूर तक स्पष्ट बहुमत हासिल करने और मनपा की सत्ता में आने का कोई मौका उपलब्ध नहीं था.
* वर्ष 2009 के बाद गडबडाए राजनीतिक समिकरण
खास बात यह रही कि, वर्ष 2007-08 में अमरावती से वास्ता रखनेवाली कांग्रेस की कद्दावर नेत्री एवं राजस्थान की तत्कालीन राज्यपाल श्रीमती प्रतिभाताई पाटिल देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद यानि राष्ट्रपति पद के चुनाव में निर्वाचित हुई थी और देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनी थी. यहां से अमरावती शहर की राजनीतिक फिजा बदल गई. जिसका सीधा परिणाम वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में दिखाई दिया. जब कांग्रेस से टिकट के प्रबल दावेदार रहनेवाले डॉ. सुनील देशमुख का टिकट कट गया और कांग्रेस की टिकट पर तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभाताई पाटिल के बेटे रावसाहेब शेखावत अमरावती के विधायक निर्वाचित हुए. वहीं दूसरी ओर बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में तत्कालीन विधायक सुलभा खोडके भी वर्ष 2009 का चुनाव हार गई थी और बडनेरा से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर युवा स्वाभिमान पार्टी के रवि राणा विधायक निर्वाचित हुए थे. चूंंकि उस समय कांग्रेस ने बगावत का चुनाव लडनेवाले डॉ. सुनील देशमुख सहित उनके कई समर्थकों को पार्टी से निष्कासीत कर दिया था. ऐसे में चौथे सदन के दूसरे कार्यकाल हेतु तत्कालीन विधायक रावसाहेब शेखावत और राकांपा नेता संजय खोडके ने आपस में विचारमंथन करते हुए मनपा के अगले महापौर व उपमहापौर सहित स्थायी समिति सभापति के नाम तय किए थे. जिसके चलते राकांपा की ओर से एड. किशोर शेलके को महापौर नियुक्त किया गया था. वहीं रावसाहेब शेखावत के समर्थक रहनेवाले शेख जफर शेख जब्बार को उपमहापौर का पद मिला था. इसके अलावा शेखावत परिवार से ही वास्ता रखनेवाले बबलू शेखावत को अंतिम दो वर्ष के दौरान लगातार दो बार स्थायी समिति सभापति के तौर पर काम करने का मौका मिला. वहीं विधानसभा चुनाव से पहले जावेद मेमन राकांपा की ओर से स्थायी समिति के सभापति थे.
* पूरी तरह निर्विरोध चुने गए थे महापौर व उपमहापौर
खास बात यह रही कि, वर्ष 2002 के चुनाव पश्चात ढाई वर्ष के पहले कार्यकाल तक महापौर व उपमहापौर पद के चुनाव हेतु अस्तित्व में रहनेवाली गुप्त मतदान पद्धति के स्थान पर तीसरे सदन के दूसरे कार्यकाल हेतु हाथ उठाकर पारदर्शक तरीके से होनेवाली मतदान पद्धति को अमल में लाया जाने लगा था. जिसके चलते पार्षदों एवं उनके वोटों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगी थी. वहीं महापौर, उपमहापौर व स्थायी समिति सभापति पदों के चुनाव खुलेआम बेहद पारदर्शक तरीके से होने लगे थे. यही वजह रही कि, वर्ष 2007 के चुनाव पश्चात अस्तित्व में आए मनपा के चौथे सदन में दोनों कार्यकाल हेतु महापौर, उपमहापौर व स्थायी समिति सभापति के चुनाव पूरी तरह से निर्विरोध हुए थे. क्योंकि विपक्ष के पास इन चुनावों को जीतने हेतु आवश्यक संख्याबल ही नही था तो विपक्षी पार्षदों में से किसी ने भी इस चुनाव के लिए अपना नामांकन ही दाखिल नहीं किया था.                                                                                                 * जनसंख्या और वोटों में हुआ था इजाफा
अमरावती मनपा क्षेत्र में वर्ष 2002 के चुनाव के समय कुल जनसंख्या 4 लाख 21 हजार 576 थी जो वर्ष 2007 में 5 लाख 49 हजार 510 दर्ज की गई थी. यानि सन 2002 की तुलना में वर्ष 2007 के चुनाव के समय जनसंख्या में लगभग 1 लाख 29 हजार का इजाफा हुआ था. वहीं वर्ष 2002 में अमरावती मनपा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 3 लाख 30 हजार 483 थी. जबकि वर्ष 2007 के मनपा चुनाव हेतु कुल 3 लाख 95 हजार मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज हुए थे. यानि पिछले चुनाव की तुलना में वर्ष 2007 के चुनाव के समय 65 हजार वोट बढे थे.

* मनपा के चौथे सदन के महापौर
अशोक डोंगरे (कांग्रेस), एड. किशोर शेलके (राकांपा)


* मनपा के चौथे सदन के उपमहापौर
चेतन पवार (राकांपा), शेख जफर शेख जब्बार (कांग्रेस)


* मनपा के चौथे सदन के स्थायी समिति सभापति
अविनाश मार्डीकर (राकांपा-2 बार), जावेद मेमन (राकांपा), बबलू शेखावत (कांग्रेस-2 बार)

* अमरावती मनपा के चौथे सदन में कांग्रेस के निर्वाचित पार्षद
पार्षद वॉर्ड क्रमांक व वॉर्ड
विजया वानखडे वॉर्ड क्रमांक-1 (रहाटगांव)
प्रशांत महल्ले वॉर्ड क्रमांक-6 (नवसारी)
पुरुषोत्तम बजाज वॉर्ड क्रमांक-8 (कृष्णानगर)
बबलू शेखावत वॉर्ड क्रमांक-12 (न्याय मंदिर)
अशोक डोंगरे वॉर्ड क्रमांक-15 (वडाली)
जयश्री नरवणे वॉर्ड क्रमांक-21 (विलास नगर)
कलंद्दरोद्दीन बद्रोद्दीन वॉर्ड क्रमांक-25 (जमील कॉलोनी)
फरजानाबानो अ. गफ्फार वॉर्ड क्रमांक-27 (रहमत नगर)
अहमद खां बिसमिल्ला खां वॉर्ड क्रमांक-28 (अलिम नगर)
शेख जफर शेख जब्बार वॉर्ड क्रमांक-29 (छाया नगर)
हाफिजाबी युसूफ शाह वॉर्ड क्रमांक-30 (हबिब नगर)
भानुदास भुजाडे वॉर्ड क्रमांक-35 (गांधी नगर)
सरला सोलीव वॉर्ड क्रमांक-34 (रुक्मिणी नगर)
समीला खान जाफर खान वॉर्ड क्रमांक-44 (पठानपुरा)
संजय शिरभाते वॉर्ड क्रमांक-48 (इंद्रभुवन)
प्रमोद पांडे वॉर्ड क्रमांक-56 (आयुर्वेदिक)
डॉ. गोपीचंद भामोरे वॉर्ड क्रमांक-60 (शारदा नगर)
विजया बांबल वॉर्ड क्रमांक-61 (गौरक्षण)
मंदा स्वर्गे वॉर्ड क्रमांक-62 (औरंगपुरा)
रिजवाना परवीण शे. नूर वॉर्ड क्रमांक-75 (अलमास नगर)
डॉ. कांचन ग्रेसपुंजे वॉर्ड क्रमांक-80 (जयस्तंभ)                                                                                                                        * अमरावती मनपा के चौथे सदन में राकांपा के निर्वाचित पार्षद
पार्षद वॉर्ड क्रमांक व वॉर्ड
प्रशांत बोबडे वॉर्ड क्रमांक-3 (सिवील एरिया)
प्रशांत डवरे वॉर्ड क्रमांक-5 (यशवंतराव चव्हाण मुक्त विद्यापीठ)
बबन देशमुख वॉर्ड क्रमांक-9 (संत गाडगेबाबा)
सविता महल्ले वॉर्ड क्रमांक-10 (राधा नगर)
जयमाला वरघट वॉर्ड क्रमांक-20 (रामपुरी कैम्प)
जस्सो नंदावाले वॉर्ड क्रमांक-35 (कांग्रेस नगर)
एड. किशोर शेलके वॉर्ड क्रमांक-38 (कृषक कॉलोनी)
खैरुन्निसा रफिक उल्ला खान वॉर्ड क्रमांक-45 (मुजफ्फरपुरा)
चेतन पवार वॉर्ड क्रमांक-51 (अंबिका नगर)
अविनाश मार्डीकर वॉर्ड क्रमांक-53 (भीमटेकडी)
प्रभू झांबानी वॉर्ड क्रमांक-57 (कंवर नगर)
विलास इंगोले वॉर्ड क्रमांक-63 (पटवीपुरा)
अभिजीत वडनेरे वॉर्ड क्रमांक-68 (साईनगर)
गजेंद्र तिडके वॉर्ड क्रमांक-69 (महावीर नगर)
सारिका काले वॉर्ड क्रमांक-72 (गोपाल नगर)
चरणजीत कौर नंदा वॉर्ड क्रमांक-73 (आकोली)
जावेद मेमन वॉर्ड क्रमांक-74 (निंभोरा)
जयश्री मोरे वॉर्ड क्रमांक-78 (तेलीपुरा)                                                                                                                                  * अमरावती मनपा के चौथे सदन में भाजपा के निर्वाचित पार्षद
पार्षद वॉर्ड क्रमांक व वॉर्ड
संजय अग्रवाल वॉर्ड क्रमांक-18 (खापर्डे बगीचा)
राखी साहू वॉर्ड क्रमांक-31 (मोरबाग)
सुनील मेहरे वॉर्ड क्रमांक-39 (स्वामी विवेकानंद)
राधा कुरील वॉर्ड क्रमांक-40 (बेलपुरा)
कुसूम साहू वॉर्ड क्रमांक-41 (छत्रसाल गंज)
वासुदेव देऊलकर वॉर्ड क्रमांक-46 (तारखेडा)
विनय नगरकर वॉर्ड क्रमांक-49 (नमूना)
लखन राज वॉर्ड क्रमांक-50 (दरोगा प्लॉट)
संध्या टिकले वॉर्ड क्रमांक-54 (वनश्री कॉलोनी)
सुरेंद्र पोपली वॉर्ड क्रमांक-55 (दस्तुर नगर)
गंगा खारकर वॉर्ड क्रमांक-64 (खोलापुरी गेट)
चित्रा पांडे वॉर्ड क्रमांक-65 (हनुमान नगर)
डॉ. सुभाष रत्नपारखी वॉर्ड क्रमांक-66 (अंबाविहार)
सचिव रासने वॉर्ड क्रमांक-67 (रवि नगर)
छाया अंबाडकर वॉर्ड क्रमांक-76 (बारीपुरा)                                                                                                                              * अमरावती मनपा के चौथे सदन में शिवसेना के निर्वाचित पार्षद
पार्षद वॉर्ड क्रमांक व वॉर्ड
प्रदीप बाजड वॉर्ड क्रमांक-4 (इंजीनिअरिंग कॉलेज)
दिगंबर डहाके वॉर्ड क्रमांक-11 (पुलिस मुख्यालय)
वर्षा भोयर वॉर्ड क्रमांक-14 (विद्यापीठ)
दिनेश बूब वॉर्ड क्रमांक-19 (श्रीकृष्णपेठ)
प्रतिभा इसल वॉर्ड क्रमांक-22 (नया कॉटन मार्केट)
दिगंबर मानकर वॉर्ड क्रमांक-24 (महेंद्र कॉलोनी)
प्रवीण हरमकर वॉर्ड क्रमांक-47 (जवाहर गेट)
ज्योति चौधरी वॉर्ड क्रमांक-52 (किरण नगर)
प्रशांत वानखडे वॉर्ड क्रमांक-58 (राजापेठ)
कोकिला सोलंके वॉर्ड क्रमांक-59 (नवाथे नगर)
डॉ. राजेंद्र तायडे वॉर्ड क्रमांक-70 (सूतगिरणी                                                                                                                          * अमरावती मनपा के चौथे सदन में अन्य दलो के निर्वाचित पार्षद
पार्षद वॉर्ड क्रमांक व वॉर्ड
पूजा सयाम (बसपा) वॉर्ड क्रमांक-2 (तपोवन)
लुबना तनवीर (बसपा) वॉर्ड क्रमांक-7 (विएमवि)
प्रदीप दंदे (रिपाइं) वॉर्ड क्रमांक-23 (शोभानगर)
नूर मोहम्मद शेखजी (आईयूएमएल) वॉर्ड क्रमांक-26 (लालखडी)
सुरेश मेश्राम (बसपा) वॉर्ड क्रमांक-37 (यशोदा नगर)
निसार अहमद अ. हमीद (जदसे) वॉर्ड क्रमांक-43 (कमेला वॉर्ड)
प्रकाश बनसोड (रिपाइं-आठवले) वॉर्ड क्रमांक-77 (झिरी वॉड)
अभिजीत जाधव (बसपा) वॉर्ड क्रमांक-79 (गांधी विद्यालय)
अ. मजीद शेख महमूद (रिपाइं) वॉर्ड क्रमांक-81 (सोमवार बाजार)                                                                                              * अमरावती मनपा के चौथे सदन में निर्वाचित निर्दलिय पार्षद
पार्षद वॉर्ड क्रमांक व वॉर्ड
मालती दाभाडे वॉर्ड क्रमांक-13 (अंध विद्यालय)
अंबादास जावरे वॉर्ड क्रमांक-16 (बिच्छू टेकडी)
सुनील आत्राम वॉर्ड क्रमांक-17 (चपराशीपुरा)
बाबा राठोड वॉर्ड क्रमांक-32 (अंबापेठ)
मंगेश मनोहरे वॉर्ड क्रमांक-36 (संजय गांधी नगर)
सलिम बेग युसूफ बेग वॉर्ड क्रमांक-42 (गवलीपुरा)
नंदू हरणे वॉर्ड क्रमांक-71 (जेवड नगर)

 

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