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मनपा में हुए करोडों के भ्रष्टाचार पर भडके कांग्रेसी नेता

सांसद वानखडे व पूर्व मंत्री डॉ. देशमुख ने मनपा प्रशासन को जमकर लिया आडेहाथ

* साफ सफाई, हाउस टैक्स, सडकों पर घूमंतुओं के डेरे और आवारा घूमते मवेशियों को लेकर सुनाए खडे बोल
* कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले व मिलिंद चिमोटे तथा प्रदीप बाजड ने खोली मनपा अधिकारियों की पोल
अमरावती/दि.27 – मनपा क्षेत्र के हाउस टैक्स, साफसफाई, सडकाेंं पर घूमते आवारा मवेशी, आवारा कुत्तों का आतंक, अवैध होर्डिंग, मुख्य चौराहों पर घुमंतुओं का उत्पात आदि सहित विविध समस्याओं और शहर के 32 भूखंडों का आरक्षण बदलने के प्रमुख मुद्दे को लेकर आज सांसद बलवंत वानखडे और पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख सहित कांग्रेस के अन्य नेताओं ने मनपा आयुक्त के साथ बैठक लेकर सभी अधिकारियों को आडे हाथों लिया. कांग्रेस नेताओं ने मनपा में लाखों का भ्रष्टाचार होने का आरोप करते हुए इस मामले की गहन जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की. मनपा आयुक्त सचिन कलंत्री ने सभी विषय को काफी गंभीरता से सुनकर उपाय योजना सहित आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया.
पिछले काफी दो वर्षो से मनपा क्षेत्र में प्रशासक राज है. इस दौरान तत्कालीन आयुक्त द्बारा विविध प्रकरणों में भारी अनियमितता बरती रहने का आरोप राजनीतिक नेताओं सहित आम नागरिकों द्बारा किया जा रहा है. साफ सफाई, हाउस टैक्स और स्वास्थ्य को लेकर अनेक शिकायतें जारी रहने से आज सांसद बलवंत वानखडे, पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले, मिलिंद चिमोटे, पूर्व पार्षद प्रदीप बाजड, बंडु हिवसे, धीरज हिवसे, बालू भुयार सहित कांग्रेस एवं शिवसेना उबाठा के नेताओं के साथ मनपा पहुंचकर आयुक्त सचिन कलंत्रे और सभी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में डॉ. सुनील देशमुख ने मनपा के नगररचना विभाग द्बारा की गई मनमानी सहित शहर की साफसफाई के अभाव में बढ रही संक्रामक बीमारी, हाउस टैक्स, शहर के अवैध होर्डिंग, उद्यानों की अवस्था, स्वास्थ्य निरीक्षक व सफाई कर्मियों की मनमानी, पशु वैद्यकीय विभाग की तरफ से बरती जा रही लापरवाही के कारण शहर के विभिन्न मार्गो पर घूमते आवारा मवेश, आवारा कुत्तों का आतंक सहित नागरिकों की विविध समस्याओें पर जवाब मांगा.
इस समय मनपा के सभी अधिकारी विभिन्न विषयों पर केवल अपना बचाव करते हुए नजर आए. कोई भी अधिकारी स्पष्ट रूप से जवाब देता हुआ नजर नहीं आया. सर्वप्रथम जब साफ सफाई के मुद्दे के लेकर शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले, मिलिंद चिमोटे, प्रदीप बाजड आदि ने सबूतो के साथ शहर में फैली गंदगी और कचरों के ढेर के साथ सफाई का अभाव के सवाल प्रस्तुत किए, तब अधिकारी एक दूसरे पर उंगलियां उठाते नजर आए. डॉ. सुनील देशमुख ने इस अवसर पर कहा कि साफ सफाई को लेकर कामगारों की मनमानी चल रही है. इस पर मापदंड जरूरी है. सबसे बडी समस्या सफाई ठेके को लेकर और उस पर अमल करने को लेकर है. साफसफाई शत-प्रतिशत हो, इसका नियोजन करना आवश्यक है. तब मनपा आयुक्त सचिन कलंत्रे ने इस बाबत अधिकारियों के साथ बैठक लेकर उचित नियोजन करने और एक सप्ताह के भीतर इस समस्या के निवारणार्थ आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि शहर के विभिन्न इलाकों में कंटेनरों का अभाव है. उसे भी जल्द दूर किया जायेगा.

* हाउस टैक्स का मामला न्याय प्रविष्ठ
कांग्रेस नेताओं ने प्रशासक राज में शहर की संपत्तियों का निजी कंपनी के जरिए किए गये सर्वेक्षण के बाद बढाए गये बेतहाशा हाउस टैक्स को लेकर कहा कि यह स्कीम कैसे लायी गई, टैक्स कितने प्रतिशत बढाया गया, इसका मूल्यांकन कैसे किया गया और वसूली कितनी हुई ? इस बाबत सवाल पूछे जाने पर अतिरिक्त आयुक्त महेश देशमुख ने कहा कि तत्कालीन आयुक्त द्बारा करवाए गये सर्वेक्षण में 55 हजार संपत्तियों पर टैक्स नहीं पाया गया और 61 हजार संपत्ति जैसे थे अवस्था में पायी गई. इसके अलावा 93 हजार प्रापर्टी ऐसी है जिसमें बाद में बदलाव हुआ. सर्वेक्षण में कुल 3 लाख 1 हजार संपत्ति पायी गई है. गत वर्ष और इस वर्ष अब तक कुल 63 करोड 50 लाख रूपए टैक्स के रूप में वसूल किए गये है. लेकिन कांग्रेस नेताओं का बोलना था कि प्रशासक राज में मनपा और शासन की मिली भगत से जबर्दस्ती नागरिकों पर यह टैक्स लादा गया है. अधिकारी केवल स्पष्टीकरण देकर हाथ झटक रहे है. प्रशासक का अधिकार केवल नियंत्रण का है. वे बगैर आमसभा के कोई भी निर्णय नहीं ले सकते. इस कारण मनपा द्बारा बढाया गया यह हाउस टैक्स उन्हें मंजूर नहीं है. तब निगमायुक्त सचिन कलंत्रे ने कहा कि मामला न्याय प्रविष्ट रहने से वे फिलहाल कुछ कह नहीं सकते. लेकिन किसी पर कोई अन्याय हुआ है तो उस पर कदम उठायेंगे. साथ ही कोई बात गलत हुई है तो वे इस बाबत शासन को सूचित कर ध्यान में लायेंगे. मिलिंद चिमोटे द्बारा चैरिटेबल ट्रस्ट की संपत्ति पर भी व्यवसायिक टैक्स लगाने पर सवाल खडे किए. तब सांसद बलवंत वानखडे ने निगमायुक्त को नागरिकों के हित में निर्णय लेने की सूचना दी.

* पशुधन की संख्या को लेकर सचिन बोंद्रे भ्रमित
बैठक में शहर के सभी मुख्य मार्गो पर घूमते आवारा मवेशियों के कारण हो रही दुर्घटनाओं के बावजूद मनपा के पशु वैद्यकीय विभाग द्बारा कोई कार्रवाई न किए जाने का मुद्दा पेश किया गया तब पशु वैद्यकीय अधिकारी सचिन बोंद्रे टालमटोल जवाब देते हुए नजर आए. तब डॉ. सुनील देशमुख ने मनपा क्षेत्र में कितने पशुपालक है. उनके पास पशुधन की संख्या कितनी है. यह सवाल पूछा तब सचिन बोंद्रे ने बताया कि 284 पशु पालकों का रजिस्ट्रेशन है और उनके पास 600 से 700 मवेशी होगे. इस बात को लेकर डॉ. सुनील देशमुख सहित सभी नेता काफी उखड गये. तब सचिन बोंद्रे ने बताया कि उनके पास झोन निहाय यंत्रणा आवारा मवेशियों के नियंत्रण के लिए उपलब्ध नहीं है. आकृति बंद के मुताबिक मनपा में मनुष्य बल की संख्या भी कम है. तब मनपा आयुक्त ने एक सप्ताह के भीतर आवारा कुत्तोेंं और मवेशियों का बंदोबस्त करने के लिए झोन निहाय यंत्रणा कार्यान्वित करने का आश्वासन दिया.

* अवैध होर्डिंग पर राजनीति न करें
शहर के विभिन्न चौराहो सहित अनेक स्थानों पर लगे अवैध होर्डिंग को लेकर पूर्व महापौर विलास इंगोले ने बाजार परवाना विभाग के अधीक्षक उदय चव्हाण को आडे हाथों लेेते हुए सवाल प्रस्तुत किया कि इर्विन चौराहे पर सांसद बलवंत वानखडे और पूर्व मंत्री तथा वर्तमान विधायक यशोमती ठाकुर के होर्डिंग अधिकृत तौर पर शुल्क अदा कर लगाए गये थे. लेकिन बाजार परवाना विभाग ने वह दोनों होर्डिंग निकाल दिए और जो अवैध होर्डिंग लगे है वह अभी भी ‘जैसे थे’ अवस्था में है. इस पर डॉ. सुनील देशमुख ने भी उदय चव्हाण पर सवालों की भरमार करते हुए कहा कि शहर में सभी तरह सैकडों होर्डिंग और होस्टल लगे हुए है. मनपा की आमसभा में यह भी तय किया गया है कि राजकमल चौराहे पर कोई भी होर्डिंग अथवा पोस्टर नहीं लगाए जायेंगे. इसके बावजूद वहां मनमाने तरीके से बैनर पोस्टर और होर्डिंग लगाए जाते है. डॉ. सुनील देशमुख ने चव्हाण को बैठक में निबंध पढने की सलाह न देते हुए ईमानदारी से और नियमानुसार काम करने की हिदायत दी. सांसद बलवंत वानखडे ने कहा कि उनकी पार्टी कभी किसी के साथ राजनीति नहीं करती और अधिकारी भी राजनीतिक दबाव में आकर काम न करें. नियम के मुताबिक काम किया जाए, ऐसी उन्होंने सूचना दी.

* शहर की जलापूर्ति योजना को लेकर करेें उपाय
डॉ. सुनील देशमुख ने अंत में मोर्शी के सिंभोरा बांध से अमरावती के जल शुध्दिकरण केन्द्र तक आनेवाली मजीप्रा की पाइप लाइन बदलने के लिए 895 करोड रूपए की योजना में मनपा का 33 प्रतिशत सहभाग रहने के कारण 285 करोड रूपए की निधि कहां से उपलब्ध की जायेगी, यह सवाल उठाते हुए कहा कि मनपा की पहले से ही आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. यह योजना शासन द्बारा मंजूर की गई है और वर्ष 2055 तक इसका नियोजन किया गया है. यदि मनपा ने निधि नहीं दी तो योजना ठप्प पड जायेगी. इस कारण निधि के लिए शासन से पत्र व्यवहार कर इस बाबत उनसे लिखित स्वरूप में निधि बाबत आश्वासन लेना जरूरी है. तब निगमायुक्त ने आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया.

 

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