अमरावती

आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने कसी कमर

विधानसभा क्षेत्रवार निरीक्षक एवं समन्वयकों की नियुक्ति

* विधायक रणजित कांबले पर अमरावती की जिम्मेदारी
अमरावती/दि.8-आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कसनी शुरू कर दी है. विधानसभा क्षेत्रवार निरीक्षक एवं समन्वयक नियुक्त किये गये हैं. अमरावती संभाग के चार निर्वाचन क्षेत्रों के लिए निरीक्षकों और समन्वयकों की नियुक्ति की गई है और अमरावती लोकसभा क्षेत्र के लिए विधायक रणजित कांबले को निरीक्षक और किशोर गजभिये को समन्वयक नियुक्त किया गया है. जल्द ही ये दोनों नेता इस संसदीय क्षेत्र की समीक्षा करने वाले हैं.
राज्य के 48 विधानसभा क्षेत्रों में निरीक्षकों और समन्वयकों की नियुक्ति की गयी है. विभिन्न दलों का हिसाब बराबर करने के बाद कांग्रेस ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. अमरावती लोकसभा सीट राष्ट्रवादी कांगे्रस के कोटे में है. इस पार्टी में फूट के बाद अब कांग्रेस ने ध्यान केंद्रीत किया है. इससे पहले भी स्थानीय पदाधिकारी पार्टी नेतृत्व से अमरावती सीट कांग्रेस के खाते में लेने की मांग कर चुके हैं. 2019 के चुनाव में राष्ट्रवादी ने इस निर्वाचन क्षेत्र से एक स्वतंत्र उम्मीदवार का समर्थन किया था. और वह उम्मीदवार शिवसेना-बीजेपी गठबंधन के उम्मीदवार को हराकर कांग्रेस-राष्ट्रवादी पार्टी के समर्थन से चुना गया है. लेकिन चुनाव के बाद उन्होंने बीजेपी के खेमे में शरण ले ली. विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस-राष्ट्रवादी के साथ शिवसेना का कोई उम्मीदवार नहीं है. भागीदारी को लेकर उभरी महाविकास आघाड़ी में सीटों के बंटवारे की समस्या खड़ी हो गई है. इससे पहले युती में शिवसेना और राष्ट्रवादी के उम्मीदवार एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में थे. अब महायुति का महाविकास आघाडी मुकाबला होने जा रहा है. पिछले महीने राष्ट्रवादी कांग्रेस में हुए विभाजन के कारण मूल पार्टी की दरार अभी तक सुलझ नहीं पाई है. इस पृष्ठभूमि में, कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है और निर्वाचन क्षेत्र की स्थिति जानने के लिए एक पर्यवेक्षक और समन्वयक नियुक्त किया है. अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. महाविकास आघाड़ी में शिवसेना व राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार) के पास फिलहाल इस वर्ग से कोई उम्मीदवार नहीं है. तथा युती में शिवसेना से चुनाव लड़ने वाले पूर्व सांसद आनंद अडसुल शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं. बीजेपी और शिंदे गुट के पास अपना उम्मीदवार नहीं.
इस पृष्ठभूमि में, भाजपा प्रणीत महायुती में विद्यमान सांसद नवनीत राणा, जिन्होंने वर्तमान मेें उम्मीदवारी के लिए मजबूत दावा किया है तथा अडसुल ने भी पार्टी में दावा दायर किया है. कांग्रेस ने दर्यापुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखड़े का नाम आगे बढ़ाया है. बताया जाता है कि विधायक वानखडे खुद इसके लिए इच्छुक हैं. पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर इसके लिए खास तौर पर आग्रही हैं. इसलिए जब पार्टी निरीक्षकों को संसदीय क्षेत्र की समीक्षा करते समय इस नाम पर गंभीरता से विचार करने का समय मिला है तो सबसे पहली जिम्मेदारी इस मतदाता को कांग्रेस में वापस लाने की आ गई है.
निर्वाचन क्षेत्रों के निरीक्षक
* अमरावती- विधायक रणजित कांबले
* अकोला- एड.यशोमति ठाकुर
* बुलडाणा-एड.यशोमति ठाकुर
* वाशिम- यवतमाल-सुनील केदार

Related Articles

Back to top button