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भाजपा जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी (Nivedita Choudhari) ने लगाया आरोप
अमरावती/दि. २९ – जिला परिषद ने डेढ करोड रुपए की निधि क श्रेणी दर्जे के तीर्थक्षेत्र विकास के लिए वितरित की. मगर इसमें बौध्द धर्मियों के धर्मस्थल को जानबुझकर अलग किया गया है, ऐसा स्पष्ट आरोप भाजपा की जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी ने लगाया.
आरोप लगाते हुए जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी ने कहा कि २४ सितंबर को इस बारे में प्रशासकीय मान्यता पर तारीख है फिर भी बहुत ही गोपनीय तरीके से विकास कामों की सूची बाहर आयी. क श्रेणी दर्जा प्राप्त जिले में कई बौध्द विहार व बौध्द धर्मियों के स्तुप व डॉ.बाबासाहब आंबेडकर के पुतले है, इनपर निधि खर्च करने के लिए कई जिला परिषद सदस्यों ने मांग की, यह मांग पिछले कई वर्षों से है. उनकी मांगों को नजर अंदाज किया गया. पालकमंत्री यशोमती ठाकुर व पूर्व विधायक विरेंद्र जगताप ने यह निधि एकतरह से छिनी है. इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की बजाय पहले जिप सदस्य रहे दर्यापुर विधान सभा क्षेत्र के विधायक बालासाहब वानखडे बौध्द धर्म के अनुयायी है फिर भी उन्होंने वरिष्ठों के दबाव में आकर नमक का ढेला मुंह में रखना पसंद किया. पालकमंत्री यशोमती ठाकुर भी दलित व्यक्ति के घर में रोटी खाने, फोटो सेशन करने, ऐसे उपक्रम राजनीतिक लाभ के लिए बीच-बीच में करती रहती है, परंतु बौध्द धर्मियों के प्रार्थना स्थल की निधि वितरण को लेकर उन्होंने खाने के दांत और दिखावे के दांत अलग होने की बात साबित की. जिला परिषद ने सभी के लिए समान निधि वितरित नहीं की तो भाजपा की ओर से आंदोलन किया जाएगा, ऐसी भी चेतावनी भाजपा की जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी ने जारी पत्र के माध्यम से दी है.