प्रतिनिधि/दि.२९
अमरावती– अमरावती महानगरपालिका हमेशा ही भ्रष्टाचार के नये-नये प्रकरण को लेकर चर्चा मेंं रहती है. अभी कुछ ही दिनों पूर्व २ करोड़ ४४ लाख रूपये से खरीदे गये रेस्क्यू वाहन में भ्रष्टाचार किया गया. उसके पश्चात सार्वजनिक शौचालय लाभार्थियों के नाम पर बिल निकालकर २.४४ लाख रूपये का गबन किया गया. उसके पश्चात पुन: शौचालय का ७२ लाख रूपये का बोगस बिल निकालने का प्रयत्न किया गया. इस मामले में कल ही मनपा कर्मचारियों को अटक किया गया, ऐसा आरोप सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व पूर्व नगरसेवक मुन्ना राठोड ने लगाया.
पूर्व नगरसेवक मुन्ना राठोड ने आरोप लगाते हुए कहा कि देश और जिले में फरवरी माह से कोरोना का प्रादुर्भाव तेजी से बढ़ रहा है. संक्रमितों की संख्या १७०० के ऊपर पहुंच चुकी है. जिसमें ५३ लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मनपा प्रशासन ने किसी प्रकार का ठोस निर्णय न लेते हुए कोविड-१९ की आड में सत्ताधारी पक्ष के दो सदस्य ठेकेदार व निजी डॉक्टर को करोड़ों का फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे है. २० जुलाई को हुई ऑनलाईन आमसभा में किसी भी प्रकार के प्रशासकीय व प्रशाासकीय प्रस्ताव न रहने पर भी एक सदस्य की सूचना पर शहर के नामांकित वास्तु सांस्कृतिक भवन एक निजी डॉक्टर को कोविड-१९ अस्पताल शुरू करने के आदेश पारित कर दिए गये.
सांस्कृतिक भवन पहले ही मनपा के बाजार परवाना विभाग द्वारा एक प्रसिध्द कैटर्स को ३० सालों के लिए दिया गया है. मनपा प्रशासन ने उसी ठेेकेदार को परस्पर डॉक्टर चोरडिया के साथ करारनामा कर यह वास्तु देने के आदेश दिए है. जिसमें मनपा अधिकारियों से पूछने पर उन अधिकारियों ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि इस प्रकार का करारनामा नहीं किया जा सकता. इस प्रकार अनेको भ्रष्टाचार के आरोप मनपा के पूर्व नगरसेवक मुन्ना राठोड ने मनपा प्रशासन पर लगाया.