अमरावती/दि.12– शिक्षक महासंघ संस्थापक अध्यक्ष शेखर भोयर ने आखिरकार नागपुर रविभवन के रिश्वत कांड से किसी भी प्रकार का संबंध नहीं होने का खुलासा किया है. भोयर ने कहा कि, उनके राजकीय विरोधियों ने षडयंत्र के तहत गुमराह करने वाली जानकारी फैला दी. ताकि उनकी बदमानी की जा सके.
भोयर व्दारा जारी प्रेस बयान में कहा गया कि, शिकायतकर्ता अधिकारी रविंद्र भुयार की शिकायत में उनके नाम का कहीं भी उल्लेख नहीं है. ट्रैप में फंसे दिलीप खोडे ने उनका नाम लिया. यह मामला कोर्ट में शुरु है. शेखर भोयर ने कहा कि, इस प्रकरण में अदालत में उन्हें बिना कोई शर्त जमानत मंजूर की है.
भोयर ने यह भी कहा कि, गत 12 वर्षो से वे शिक्षा व सामाजिक क्षेत्र से संबंधित समस्याओं को हल करने शासन और प्रशासन के पास प्रयत्न करते आए हैं. पीडितों को न्याय देने का प्रामाणिक प्रयत्न किया है. जिससे मंत्रालय स्तर पर उनका प्रत्यक्ष संबंध आता है. उन्होंने अमरावती शिक्षक-विधायक का चुनाव भी लडा था. जिसमें उन्हें काफी प्रमाण में अच्छी पसंद के वोट मिले थे. भोयर ने आशंका जताई की उनके अप्रत्यक्ष राजकीय विरोधियों ने मौका साधकर उनकी बदनामी का प्रयास किया.