अमरावती

लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में संविधान सर्वोपरी : डॉ.चौबे

‘मीडिया कानून और नैतिकता’ विषय पर कार्यशाला, आईआईएमसी के पश्चिमी क्षेत्रीय केंद्र का आयोजन

अमरावती /दि. ४- ‘भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. लोकतांत्रिक शासन में जनता ही सरकार का चुनाव करती है. सरकार संवैधानिक प्रावधानों के माध्यम से ही शासन-प्रशासन का संचालन करती है. भारत में संविधान ही सर्वोपरी है, इसी से प्रत्येक नागरिक के मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों का संरक्षण होता है, इस आशय के विचार संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के पूर्व प्रति कुलगुरु एवं विधि विभाग के प्रमुख प्रो. विजय कुमार चौबे ने भारतीय जन संचार संस्थान के पश्चिम क्षेत्रीय परिसर अमरावती द्वारा ‘मीडिया कानून और नैतिकता’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में व्यक्त किए.
भारतीय जनसंचार संस्थान, अमरावती विश्वविद्यालय परिसर के पश्चिमी क्षेत्रीय केंद्र में ३ मार्च को ‘मीडिया कानून और नैतिकता’ इस विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. चौबे बोल रहे थे. इस अवसर पर प्रो. अनिल जाधव, डॉ. राजेश कुशवाहा, डॉ. विनोद निताले, प्रभात कुमार मौजूद रहे. प्रो. चौबे ने लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका को स्पष्ट करते हुए कहा की मीडिया का काम काम केवल सूचनाओं को खबर के रूप में लोगों तक पहुंचाना ही नहीं है बल्कि सूचना का विश्लेषण करके लोगों के हित की बात करना भी मीडिया का दायित्व है. विधि विशेषज्ञ प्रो. चौबे ने प्रमुख संवैधानिक प्रावधानों का भी उल्लेख किया और कहा की मीडिया को भारतीय संविधान के अलग से कोई अधिकार का प्रावधान नहीं किया गया है बल्कि जो अधिकार एक भारतीय नागरिक को प्रदान किया गया है, वही अधिकार मीडिया पर भी लागू होता है. उन्होंने भारतीय संविधान के अनुच्छेद १९(१) में वर्णित वाक् और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को उदाहरण के माध्यम से छात्रों को समझाते हुए कहा कि, आप मौखिक, लिखित या आचरण के द्वारा जो कुछ भी व्यक्त करते हैं वह अभिव्यक्ति है. उन्होंने बताया कि मौन रहने का अधिकार भी अभिव्यक्ति के अंतर्गत आता है, किंतुु अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की भी सीमाएं हैं. सीमाओं का ध्यान रखते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उपयोग करना चाहिए.
कार्यशाला की परिकल्पना महानिदेशक प्रो. डॉ. संजय द्विवेदी और क्षेत्रीय निदेशक प्रो. डॉ. वीरेंद्र कुमार भारती इनकी है. कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रा. अनिल जाधव ने रखी. प्रो.चौबे का स्वागत और आभार डॉ. राजेश सिंह कुशवाहा ने माना. डॉ. विनोद निताले ने अतिथि का परिचय दिया. इस अवसर संजय पाखोड़े, कोमल इंगले, राजेश झोलेकर, नूरुजुमा शेख, भूषण मोहोकार, अनंत नंदुरकर सहित हिंदी, अंग्रेजी और मराठी पत्रकारिता के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.

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