मंदिर निर्माण के अलावा विभिन्न सामाजिक उपक्रम भी होंगे शुरु
अलग-अलग उपसमितियों को सौंपी जाएगी जिम्मेदारी
अमरावती/ दि.2- समीपस्थ मार्डी रोड पर संत अच्युत महाराज हार्ट हॉस्पीटल के निकट साकार किये जा रहे परशुराम धाम में बहुत जल्द भगवान श्री परशुराम के भव्य-दिव्य मंदिर का निर्माण कार्य शुरु होने जा रहा है. इस हेतु परशुराम सेवा समिति के तौर पर मंदिर ट्रस्ट के गठन व पंजीयन की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया. परशुराम सेवा समिति का गठन होते ही समिति में शामिल ट्रस्टियों ने संकल्प लिया कि, मंदिर निर्माण के साथ-साथ समिति व्दारा पूरे सालभर समाज हित में विभिन्न सामाजिक व सेवाभावी उपक्रम चलाए जाते रहेंगे.
इस समिति में स्थानीय ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ व सेवाभावी व्यक्तित्व हनुमानदास जी मानका सहित सीए डी. डी. खंडेलवाल, पवन शर्मा, नितीन भगत, श्याम शर्मा, दीपक मानका, श्रीकिसन व्यास तथा मनीषा दीक्षित का समावेश किया गया है. उल्लेखनीय है कि, शहर में सर्व र्शाखिय व सर्व भाषिय ब्राह्मणों का आवासिय क्षेत्र हो, इस बात के मद्देनजर मार्डी रोड पर संत अच्युत महाराज हार्ट हॉस्पीटल के पास परशुराम धाम के तौर पर एक ले-आउट डाला गया है. जहां पर जरुरतमंद ब्राह्मण समाजबंधुओं को अत्यल्प दरों प्लॉट उपलब्ध कराये गए है. इसी ले-आउट पर भगवान परशुराम का भव्य मंदिर एवं ब्राह्मण समाज भवन साकार किया जाना है. इस मंदिर के निर्माण का भूमिपूजन 5 अगस्त 2020 को ठीक उसी समय किया गया था. जब अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण कार्य का शिलान्यास हुआ था. इसके साथ ही अब परशुराम धाम में भगवान परशुराम के भव्य मंदिर का निर्माण शुरु करने का प्रयास शुरु कर दिया गया. जिसके तहत प्रस्तावित मंदिर का निर्माण करने और निर्माण पश्चात मंदिर की देखरेख करने हेतु परशुराम सेवा समिति के रुप में ट्रस्ट का गठन व पंजीयन किया गया.
जल्द शुरु होगा देशव्यापी दौरा
समिति पदाधिकारियों के मुताबिक परशुराम मंदिर का निर्माण करने हेतु करीब साढे तीन से चार करोड रुपए का खर्च अपेक्षित है. ऐसे में इस मंदिर के निर्माण हेतु धनराशि जुटाने हेतु परशुराम सेवा समिति व्दारा भ्रमण समितियों का गठन किया जाएगा. जिसमें शामिल पदाधिकारी देशव्यापी दौरा करेंगे और अमरावती शहर व जिले सहित राज्य तथा देश के विभिन्न ब्राह्मण समाजबंधुओं से संपर्क करते हुए तुम से परशुराम मंदिर के निर्माण हेतु यथायोग्य सहयोग प्राप्त किया जाएगा.
शिक्षा व स्वास्थ्य हेतु उपलब्ध कराई जाएगी सहायता
समिति पदाधिकारियों ने अपने संकल्पों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, ब्राह्मण समाज में कई परिवार आर्थिक रुप से बेहद कमजोर है. ऐसे परिवारों के बच्चों को शिक्षा हेतु आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के साथ ही स्वास्थ्य व चिकित्सा के लिए भी तमाम आवश्यक मदद उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए विशेष रुप से निधि का प्रावधान करते हुए एक स्वतंत्र कार्य सेवा उपसमिति को कार्यान्वित किया जाएगा.
भग्न व खंडित मूर्तियों के विसर्जन से नववर्ष का प्रारंभ
इसके साथ ही परशुराम सेवा समिति व्दारा कहा गया है कि, अक्सर लोगबाग अपने घरों में किसी मूर्ति या प्रतिमा (फोटो) के भग्न अथवा खंडित हो जाने पर उसे सर्विस गली जैसे स्थान पर रख देते है. जिससे लंबे समय तक पूजी गई मूर्ति या प्रतिमा का अपमान होता है. ऐसे में परशुराम सेवा समिति व्दारा इस तरह की खंडीत या भग्न मूर्तियों को नियमित रुप से संकलन किया जाएगा. साथ ही प्रतिमाह संकलित होने वाली मूर्तियों व प्रतिमाओं को महिने के चौथे रविवार किसी पवित्र नदी के साफ बहते पानी में विसर्जित किया जाएगा. साथ ही जो प्रतिमाएं पानी में घुलने लायक नहीं होंगी उन्हें किसी पवित्र स्थल पर मिट्टी में गड्ढा करते हुए विसर्जित किया जाएगा. उपरोक्त जानकारी के साथ ही परशुराम सेवा समिति व्दारा सभी धर्मशील नागरिकों से आह्वान किया गया है कि, यदि उनके घर में कोई मूर्ति या प्रतिमा भग्न अथवा खंडित होती है, तो वे उसे इधर-उधर किसी सार्वजनिक स्थल पर डालने की बजाय चित्रा चौक के पास उदासी वाडा स्थित श्याम शर्मा के कार्यालय पर लाकर दे, अथवा ऐसा करना संभव नहीं रहने पर 9422190873 इस मोबाइल क्रमांक पर सूचित करें, ताकि समिति सदस्यों व्दारा भग्न अथवा खंडित मूर्ति का संबंधित व्यक्ति के घर जाकर संकलन किया जा सके.