उद्योग व व्यापार जगत ने किया बजट का स्वागत
अमरावती/ दि. 2-गत रोज केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने संसद में आगामी वर्ष हेतु बजट पेश किया. जिसे सत्तापक्ष ने बेहद शानदार बताया गया है. वही विपक्षी दलों द्बारा इस बजट को पूरी तरह से निराशाजनक बताया गया है. साथ ही उद्योग और व्यापार जगत द्बारा इस बजट का स्वागत किया जा रहा है. ऐसे में कहा जा सकता है. इस बजट को लेकर अलग-अलग क्षेत्रों से संमिश्र प्रतिक्रियाएं मिल रही है और प्रत्येक क्षेत्र द्बारा इस बजट को अपने- अपने हिसाब से परिभाषित किया जा रहा है.
सुरक्षित राष्ट्र के लिए दुरदृष्टि वाला बजट
भारत की आजादी के शतकपूर्ति वर्ष में भारत दुनिया का समृद्ध संपन्न व सुरक्षित राष्ट्र बनाने के लिहाज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्बारा अभी से काम किया जा रहा है और इसी दुरदृष्टि के तहत आजादी के अमृत महोत्सव वाले वर्ष में केंद्रीय बजट पेश करते हुए कई एतिहासिक व क्रांतिकारी निर्णय लिए गए. जिसके तहत देश के भौगोलिक क्षेत्र के अंतिम इलाके व अंतिम घटक तक विकास की प्रक्रिया को पहुंचाने के लिए सर्वसमावेशक विकास को गतिमान किया जा रहा है. जिसके लिए मूलभूत सुविधाओं व औद्योगिक क्षेत्र में काफी बडा निवेश करने के साथ ही युवाओं के कौशल्य विकास हेतु महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए है.
– प्रा. दिनेश सूर्यवंशी,
प्रदेश सदस्य, भाजपा
सर्वोत्कृष्ट बजट
मोदी सरकार द्बारा आज पेश किए गए बजट से विकसित भारत का रोडमैप दिखाई दे रहा है. इस बजट में किसान, आदिवासी, महिला, युवा व मध्यम वर्ग ऐसे सभी घटकों का विचार किया गया है और यह देश के अमृतकाल का सर्वोत्कृष्ट बजट है. जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, सामाजिक सुरक्षा जैसे सभी क्षेत्रों के लिए अच्छे खासे प्रावधान किए गए है.
– निवेदिता चौधरी,
जिलाध्यक्ष, भाजपा
कृषि उद्योग व स्टार्टअप को गति मिलेगी
इस बजट में एग्रीटेक स्टार्टअप के लिए विशेष प्रावधान किए जाने के चलते कृषि उद्योग को अच्छी खासी गति मिलेगी. साथ ही देश आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढाएंगी. इस बजट में स्टार्टअप के लिए काफी बेहतरीन कर सहुलियतें घोषित की गई है. जिससे युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा. इसके अलावा इस बजट के चलते उद्योग क्षेत्र को भी प्रोत्साहन मिलने वाला है.
– प्राचार्य डॉ. डी. टी. इंगोले,
पी. आर. पोटे अभियांत्रिकी महाविद्यालय
सर्व सामान्यों को निराश करनेवाला बजट
इस बजट की ओर सभी का ध्यान था और माना जा रहा था कि कोविड के बाद सरकार द्बारा महंगाई से राहत देने के साथ ही रोजगार के नये अवसर पैदा किए जायेंगे. लेकिन इसके लिए केन्द्र सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए है. पिछले बजट में दो करोड रोजगार देने की बात कही गई थी. जिसे लेकर कोई पूर्तता नहीं हुई है. साथ ही रेलवे की दरवृध्दि को भी कम नहीं किया गया. ऐसे में यह बजट सर्वसामान्यों के लिए पूरी तरह से निराशाजनक है.
डॉ. सुनील देशमुख,
पूर्व पालकमंत्री
युवाओं व गरीबों के लिए कुछ नहीं
इस बजट में मजदूरों, किसानों, दिव्यांगों, महिलाओं व युवाओं के लिए कुछ भी विशेष नहीं है. घरेलू गैस सहित व पेट्रोल व डीजल में किसी तरह की कोई छूट नहीं दी गई. टीवी व इलेक्ट्रॉनिक वस्तु के दाम घटने का सर्वसामान्य को कोई लाभ नहीं मिलता. पिछले वर्ष मनरेगा के लिए निधि का प्रावधान घटाया गया था. जिसके चलते गरीब, मजदूरों के रोजगार का मसला पैदा हुआ था. ऐसे में कहा जा सकता है कि इस युवाओं व गरीबों के लिए कुछ भी खास नहीं है.
किशोर बोरकर,
प्रदेश सचिव, कांग्रेस
सर्वसामान्यों के लिए कुछ भी नहीं
मोदी सरकार ने इस बजट में सर्वसामान्य लोगों की झोली में कुछ नहीं डाला है. बजट में महंगाई को कम करने व बेरोजगारी को दूर करने के लिए कोई उपाय नहीं किए गए है. बल्कि हमेशा की तरह इस बजट से अदानी व अंबानी जैसे बडे औद्योगिक समूहों को अप्रत्यक्ष तौर पर सहायता मिलनेवाली है. मोदी सरकार का बजट पूरी तरह से निराशाजनक है. साथ ही यह बात एक बार फिर स्पष्ट हो गई है कि निर्मला सीतारामण आज तक ही सबसे निष्क्रिय व अपरिपक्व वित्त मंत्री