बेहद फायदेमंद है उडद दाल का सेवन
अमरावती /दि.24– भारतीय खाद्य संस्कृति में उडद को प्रमुख अन्न पदार्थ माना जाता है और उडद की दाल सभी लोगों के घर में पायी जाती है. बेहद स्वादिष्ट रहने वाली उडद की दाल स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहद पौष्टिक होती है. जो शरीर के लिए लाभदायक भी होती है. सर्दियों के मौसम में तो उडद की दाल के लड्डू भी बनाकर खाये जाते है. उडद की दाल से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है. क्योंकि इसमें फायबर का प्रमाण काफी अधिक होता है. जिसके चलते बद्धकोष्ठता की समस्या से आराम मिलता है.
* उडद दाल खाने के फायदे
– पाचनक्रिया दुरुस्त होती है.
उडद दाल का नियमित सेवन करने के कई फायदे है. उडद दाल का नियमित सेवन करने से पाचनक्रिया दुरुस्त होने में सहायता मिलती है. इस दाल में फायबर का प्रमाण अधिक होता है. जिससे पाचनसंस्था का काम बेहतरीन होने के साथ ही बद्धकोेष्ठता की समस्या कम होती है. साथ ही शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी उडद की दाल उपयोगी साबित होती है.
– हृदय तंदुरुस्त रहता है
उडद की दाल हृदय के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद उपयोगी होती है. उडद कर दाल में फायबर, मैग्नेशियम व पोटेशियम काफी अधिक प्रमाण में रहते है. जिसके चलते हृदय एवं रक्तवाहिणी संबंधी प्रणाली को निरोगी रखने में मदद होती है. इसके साथ ही कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है और हृदय पूरी तरह से स्वस्थ रहता है.
– शरीर में उर्जा का स्तर बढता है
उडद की दाल में बडे पैमाने पर लौहतत्व रहता है, जो शरीर की उर्जा का स्तर बढाने में मदद करता है. शरीर के लिए लोहतत्व बेहद पोषक होता है. इसके साथ ही उडद की दाल में मैग्नेशियम, पोटेशियम व कैल्शियम जैसे घटकों का भी समावेश रहता है. साथ ही उडद की दाल में कई खनिज व जीवनसत्व का भी समावेश रहता है. यह सभी घटक हड्डियों में खनिज घनता को बढाने में मदद करते है. हड्डियों से संबंधित बीमारियों से बचाव करने हेतु उडद का महत्व अनन्यसाधारण है.
– और भी है कई फायदे
मधुमेह से ग्रस्त रहने वाले मरीजों के दैनंदिन आहार में उदड की दाल को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, जो मरीज के शरीर में रक्तशर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करती है. उडद की दाल में फायबर का प्रमाण काफी अधिक होता है, जो इन्सुलिंग छोडने का नियमन करते हुए रक्त में शक्कर के स्तर व प्रमाण को नियंत्रित करती है.
* उडद की दाल स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है. उडद की दाल में फायबर व लोहतत्व भरपूर प्रमाण में होते है. जिससे पाचनक्रिया सुधरती है और बद्धकोष्ठता का प्रमाण कम होता है. साथ ही शरीर की उर्जा बढकर हृदय निरोगी रहता है और रक्तशर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है. सर्दियों के मौसम में उडद के लड्डू का सेवन करने की भी परंपरा कई पीढियों से चली आ रही है. उडद की दाल हड्डियों को मजबूत करते हुए जोडों के दर्द को कम करती है. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए दैनिक आहार में उडद की दाल का समावेश करना चाहिए.
– कविता देशमुख,
आहार विशेषज्ञ