अमरावती

साढ़े तीन महीने बाद ठेकेदार गिरफ्तार

नकली ऑक्युपन्सी सर्टिफिकेट ; एडीटीपी की रिपोर्ट

* 6 दिनों तक पुलिस कस्टडी
अमरावती/दि.24– महानगरपालिका के नकली प्रमाणपत्र जोड़कर दूकान बेचने के मामले में साढ़े तीन महीने से फरार समाधान मावले (40) को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया. उसे 25 मई तक पुलिस कस्टडी सुनाई गई है.
पंजीयन दुय्यम निबंधक श्रीकांत पावडे की शिकायत पर गाड़गेनगर पुलिस ने 1 फरवरी की शाम अपराध दर्ज किया था. उस समय से समाधान मावले फरार था. न्यायालय ने गिरफ्तारी पूर्व जमानत नकारे जाने के बाद वह गिरफ्तार हुआ है. गाडगेनगर पुलिस ने मे. सृष्टी बिल्डर्स एंड डेवलपर का साथी समाधान मावले, नरेश साहू (कामुंजा निवासी), राजेश बंग (नांदुरा), हितेश लढ्ढा (उदय कॉलोनी साईनगर अमरावती), व एक महिला ऐसे पांच लोगों के खिलाफ दफा 465, 467, 468, 471, 420, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है.
आरोपियों ने रहाटगांव के उषा रेसिडेन्सी इमारत के अप्पर फ्लोअर की दुकान का पंजीयन करते समय यानि खरीदी करवाते समय नकली पार्ट ऑकपन्सी सर्टिफिकेट जोड़ा. जिस पर अमरावती महानगरपालिका के एडीटीपी के नकली हस्ताक्षर, सिक्का था. जिसके आधार पर उस दूकान की दुय्यम उपनिबंधक कार्यालय में उस जगह का पंजीयन किया गया.
ऐसे हुआ भंडाफोड़- जिस व्यक्ति ने मालवे से वह दुकान ली, वे उसका पंजीयन करवाने मनपा में गये. उस समय पार्ट ऑकुपन्सी सर्टिफिकेट बनावटी होने की बात कही गई. उस व्यक्ति ने दुय्यम उपनिबंधक पावडे से शिकायत की. उस समय एडीटीपी आशिष उईके ने वह नकली होने की बात कही. आर्थिक अपराध शाखा के निरीक्षक शिवाजी बचाटे ने एडीटीपी उईके से पत्र व्यवहार किए जाने पर उस बनावटी पार्ट ऑकुपन्सी सर्टिफिकेट के कारण मनपा का 89 हजार रुपए का नुकसान होने की बात कही गई. इस बारे में उईके ने रिपोर्ट आर्थिक अपराध शाखा को भेजी. अन्य आरोपियों की खोजबीन जारी है.

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