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पंजीकृत ठेकेदारों का फिर से पंजीयन कराने का विरोध
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डिस्ट्रीक्ट ईलेक्ट्रीकल कान्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन ने किया आंदोलन
अमरावती प्रतिनिधि/ दि.१२ – हाल ही में निर्माण कार्य सचिव सी.पी.जोशी ने सेवानिवृत्त होने से एक दिन पूर्व प्रकाशित किये अधुरे अभ्यास के प्रस्ताव को शासन ने मान्य करते हुए निर्णय जारी किया. जोकि सभी ठेकेदारों को समाप्त करने वाला षडयंत्र है, इस बात से नाराज ठेकेदारों ने आज सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग के कार्यालय के सामने डिस्ट्रीक्ट ईलेक्ट्रीकल कान्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले आंदोलन करते हुए सरकार ने जारी किए जीआर की होली जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. एसोसिएशन व्दारा सौंपे गए ज्ञापन के अनुसार सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग ने सभी ठेकेदार, सुशिक्षित बेरोजगार अभियंताओं का विभाजन निहाय पंजीयन है. पंजीयन और काम को लेकर किसी भी तरह का विवाद नहीं था. मगर परिपत्र के अनुसार नया पंजीयन कराने का षडयंत्र रचा गया है.
इससे शासन को भी भारी आर्थिक नुकसान हो सकता है. अगर संदर्भीय शासन निर्णय लागू हुआ तो ठेका व अधिकारियों के बीच विवाद निर्माण होंगे. पहले ही कोविड-१९ के कारण आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है. मार्च से पहले किये गए कामों के बील के चेक शासन ने अदा नहीं किये. इसकी जगह ठेकेदारों को दस्तावेजों में व्यस्त करने के लिए यह षडयंत्र रचा गया है. शासन के इस निर्णय का निषेध व्यक्त करते हुए शासन निर्णय रद्द करने की मांग करते हुए उस जीआर की होली जलाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए निषेध किया. साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मांग पूरी नहीं की गई तो जिले और पूरे महाराष्ट्रभर में आंदोलन करते हुए निर्माण कार्य और विद्युत कार्य बंद किये जाएंगे, ऐसी चेतावनी देते समय एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पेटकर, उपाध्यक्ष अश्विन दंडाले, सचिव गौरव घुरडे, शुभम शेलके, सागर चांडक, चेतन कांडलकर, राजू वेलनकर, वासुदेव उजवणे, उमेश सिरसे, राहिल खान, महेंद्र राठी, विक्रम शेंडे, नितेश मानकर, तेजश अरबट, रामेश्वर निंभोरकर, नितीन जाधव समेत अन्य सदस्य उपस्थित थे.