विवादास्पद प्रादेशिक अधिकारी कार्यमुक्त
एमआयडीसी की नई आरओ बनी स्नेहा पिंपलकर

* उद्योजकों की काफी शिकायतें थी
अमरावती/ दि. 15-महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम एमआयडीसी के अमरावती के कथित विवादास्पद प्रादेशिक अधिकारी प्रशांत पडलकर को कार्यमुक्त कर दिए जाने का समाचार है. पडलकर के तबादले की चर्चा के बीच बताया गया कि उप प्रादेशिक अधिकारी स्नेहा पिंपलकर को नया प्रादेशिक अधिकारी का प्रभार दिया गया है. उसी प्रकार अकोला के आरओ का अतिरिक्त कार्यभार नांदेड के आरओ डी.एस. इंगले को सौंपा गया है.
उद्योजकों की शिकायतें
अमरावती के विस्तृत एमआयडीसी के क्षेत्रीय अधिकारी प्रशांत पडलकर की कार्यशैली से कथित रूप से यहां के उद्यमी परेशान हो गये थे. उन्होंने पडलकर के विरूध्द खबर है कि शिकायतें दी थी. जिसमें कहा गया था कि पडलकर उद्योजको के प्लॉट ट्रांसफर या ट्रायपार्टी एग्रीमेंट आदि के लिए जल्दी स्वीकृति न देते. उसी प्रकार किसी की यूनिट आकार न ले पाने की स्थिति में उसे एक्सटेंशन भी देने में आरओ की तरफ से विलंब किया जाता.
अधिकारी एसीबी नेट में
पिछले दिनों एमआयडीसी कार्यालय का एक वरिष्ठ अधिकारी भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग द्बारा रंगे हाथ पकडा गया था. उसे कथित रूप से हजारों की रिश्वत लेेते धरा गया था. आरोप है कि इस अधिकारी के माध्यम से उद्योजकों से हफ्ता खोरी हो रही थी. सरकार की उद्योगों को बढावा देने की नीति के बिल्कुल विरूध्द रवैया प्रशांत पडलकर ने अधिकारी के रूप में अपना रखा था, ऐसी शिकायतें दी गई. खबर के अनुसार एमआयडीसी के सीएमडी ने गत 13 मार्च को आननफानन में आदेश जारी कर प्रशांत पडलकर को कार्यमुक्त कर दिया. उन्होनें अपना प्रभार स्नेहा पिंपलकर को सौंपा है. इस बीच उद्यमियों ने पडलकर के कार्यकाल की खामियां और शिकायतों को निपटाने का आवाहन किया है. धोखा खाए उद्यमियों की फाइल्स की जांच की मांग भी हो रही है.
मुंबई भूसंपादन में तबादला
समाचार के अनुसार प्रशांत पडलकर का स्थानांतरण मुंबई में भूसंपादन विभाग में किया गया है. कहा जाता है कि उनकी कार्यशैली से संपूर्ण संभाग के लघु उद्योजक त्रस्त हो गये थे. छोटे मोटे काम के लिए भी पडलकर और उनके अधीनस्थ कथित रूप से उद्योजकों को आर्थिक मोबदला के लिए प्रलंबित करते थे. इससे उद्यमी हताश हो रहे थे.