अमरावतीमहाराष्ट्र

स्व. शिवरामजी हिवसे अध्यापक महाविद्यालय में दीक्षांत समारोह

विद्यार्थियों को पदवी प्रदान कर किया सम्मानित

वरूड/ दि. 25– स्थानीय स्व. शिवरामजी हिवसे अध्यापक महाविद्यालय में शनिवार 22 मार्च को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर वर्ष 2022-24 में सफलतापूर्वक पदवी पूर्ण करनेवाले विद्यार्थियों को पदवी प्रदान कर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की संचालिका डॉ. प्राची विक्रम ठाकरे ने की तथा सीनेट सदस्य व भारतीय महाविद्यालय अमरावती राज्य शास्त्र विभाग प्रमुख डॉ. प्रशांत विघे, डॉ. प्रशांत पानसे व महाविद्यालय के प्राचार्य किशोर तडस प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे.
दीक्षांत समारोह की शुरूआत दीप प्रज्वलन, विद्यापीठ गीत गायन से की गई. उसके पश्चात प्राचार्य प्रा. किशोर तडस ने उपस्थित मान्यवरों का स्वागत कर परिचय दिया और उसके बाद विद्यार्थियों को पदवी प्रमाणपत्र का वितरण किया गया. कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय से महाराष्ट्र की ‘पवित्र प्रणाली’ द्बारा शिक्षक पद पर चयन हुई प्रतीक्षा शिरभाते व अम्रीनजहां चांद खां पठान का स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सत्कार किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. प्रशांत विघे ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए शिक्षा और समाज परिवर्तन इस विषय पर अपने विचार रखे और संविधान की धारा 17 और 46 अंतर्गत पिछडेवर्गीयों को शिक्षा में अवसर पर प्रकाश डाला.
शिक्षा के महत्व के साथ उस पर निजीकरण के प्रभाव पर चिंता व्यक्त की और उन्होंने शिक्षा के चार प्रमुख उद्देश्यों पर जोर दिया. डॉ. विघे ने कहा कि भारत में कौशल्य शिक्षा सिर्फ 5 प्रतिशत है. वहीं अमेरिका में 52 प्रतिशत, ब्रिटेन में 58 प्रतिशत, जापान में 80 प्रतिशत, चीन में 24 प्रतिशत इन सबकी तुलना में भारत में इसका प्रमाण केवल 5 प्रतिशत है.
भारत में शिक्षा में सुधार लाना आवश्यक है. कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. प्राची ठाकरे ने विद्यार्थियों को आगामी भविष्य के लिए शुभकामना दी. कार्यक्रम का संचालन प्रा. प्रियंका इंगोले ने किया तथा आभार प्रा. उमेश हिवरकर ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने प्रा. राजू गोलाइत, प्रा. प्रतीक्षा गलपत, प्रा. भारती ठाकरे, प्रा. उमेश हिवरकर, प्रा. आरती देशमुख तथा बी. एड. प्रथम व द्बितीय वर्ष के छात्र अध्यापकों ने प्रयास किए.

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