एसटी वर्कर्स सोसायटी चुनाव में सहकार पैनल ने बाजी मारी
कष्टकरी परिवर्तन जनसंघ पैनल का सूपडा साफ
* 112 में से 205 ने लियाा मतदान में सहभाग
अमरावती/दि.13- एसटी महामंडल में कार्यरत कर्मचारियों की एसटी वर्कर्स के्रडिट को-ऑप सोसायटी लि. रजिस्ट्रेशन नंबर 1325 के 11 सदस्यीय संचालक मंडल हेतु रविवार को मतदान व मतगणना हुई. इस चुनाव में कष्टकरी परिवर्तन जनसंघ व सहकार पैनल आमने-सामने रहे. दोनों ही पैनल ने चुनाव प्रचार में एक-दूसरे को काटे की टक्कर दी. किंतु मतदान के दिन मतदाताओं ने कष्टकरी पैनल का सूपडा साफ करते हुए बहुमत के साथ सहकार पैनल के सभी 11 सदस्यों को विजयी बनाया. स्थानीय इर्विन चौक स्थित जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के सभागृह में रविवार की सुबह 8 से दोपहर 4 बजे तक एसटी महामंडल में कार्यरत कर्मचारियों की एसटी वर्कर्स क्रेडिट को-ऑप सोसायटी लि. रजिस्ट्रेशन नंबर 1325 के 11 संचालकों के लिए मतदान हुआ.
इस समय सोसायटी में कुल 112 सदस्य पंजीकृत हैं. इन सदस्यों में से 205 सदस्यों ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेकर मतदान किया. जिसके चलते दोपहर 4 बजे तक करीब 96.69 फीसदी मतदान हुआ.
मुख्य चुनाव निर्णय अधिकारी अविनाश महल्ले, केंद्राध्यक्ष ए.एस. खान, मतदान अधिकारी 1 वसंत शेलके के साथ कुल 6 सदस्यों ने इस चुनाव प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए दोपहर 4.15 बजे मतगणना प्रक्रिया आरंभ की. जिसमें सर्वसाधारण संवर्ग से मनीषा इंगले, प्रवीण चरपे, पंकज देशमुख, मनीषा देशमुख, अमित पांडे, जयंत मुले, महिला संवर्ग से प्रगति काले, उज्वला घोटकर, विमुक्त जाति/घुमंतु जनजाति/विशेष पिछडा वर्ग से राजेंद्र सानपप, अन्य पिछडा वर्ग से सचिन वानखडे व अनुसूचित जाति/जनजाति से दयाराम आठवले विजयी हुए. बता दें कि यह सभी प्रत्याशी इंटक प्रणित सहकार पैनल के हैं.
उल्लेखनीय है कि इस चुनाव मे सहकार पैनल ने एसटी महामंडल की बस को चुनावचिन्ह के रुप में लिया था. इस चुनाव के माध्यम से कष्टकरी परिवर्तन जनसंघ पैनल की ‘सिटी’ को कुचलकर सहकार पैनल की बस आगे निकल गई है. ज्ञात हो कि एड. जयरी पाटिल प्रणित तथा एड. गुणरत्न सदावर्ते के मार्गदर्शन में एसटी कष्टकरी सतीश कडू, विभागीय अध्यक्ष धीरज तिवारी, विभागीय सचिव जयदीप घोडे के नेतृत्व में कष्टकरी परिवर्तन जनसंघ पैनल की ओर से सर्वसाधारण संवर्ग में संदीप मुले, सागर गावंडे, राम अजमीरे, पुरुषोत्तम भुसारी, जमील भाई, मनोहर खासबागे, अनुसूचित जाति-जनजाति से गणेश सतई, अन्य पिछडा वर्ग से धीरज गोगटे, विमुक्त जनजाति से शिवदास स्वर्गे, महिला संवर्ग से संगीता भारती व बेबी अंभोरे को मैदान में उतारा था. लेकिन यह सभी उम्मीदवार जीत के लक्ष्य को पार नहीं कर पाये और ना ही सोसायटी में एक भी सदस्य पहुंचा पाये है. इस चुनाव के माध्यम से फिर एक बार मतदाताओं ने 1960 से कार्यरत इंटक प्रणित सहकार पैनल को जीत दिलाकर उनके प्रति विश्वास दिखाया है.