अमरावती

कोरोना और मोबाइल ने उड़ाई आंखों की नींद

 बेहतर स्वास्थ्य के लिए नींद जरुरी

  • विशेषज्ञों की जानकारी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.29 –  जिले में चार महीने से कोरोना की स्थिति बनी हुई है, ऐसे में लगातार घर में रहना पड़ रहा है. जिससे लोगों में मोबाइल का नशा चढ़ गया है.जिससे लोगों की सेहत पर भी दुष्परिणाम हो रहा है. यह जानकारी विशेषज्ञों ने दी है.
बता दें कि बेहतर स्वास्थ्य व लंबी आयु के लिए नींद काफी महत्वपूर्ण होती है. नींद पूरी न होने पर सेहत पर इसका बुरा असर पड़ता है. नीद्रानाश व नींद उड़ना,चिंता,तनाव व बेवजह चिड़चिड़ करने जैसी अनेक समस्याएं उत्पन्न होती है. देखा जाये तो प्रत्येक को नींद की आवश्यकता काफी जरुरी होती है. नींद और मस्तिष्क का आपसी संबंध होता है. इसलिए नींद पूरी होने के बाद दिनभर तरोताजा महसूस होता है. इसके विपरित नींद पूरी नहीं होने पर चिड़चिड़ापन बढ़ता है. बदलते जीवन शैली में नींद कम होने से अनेक बीमारियां घर कर जाती है. इसलिए प्रत्येक आयु समूह के नागरिकों को पर्याप्त नींद लेना जरुरी है. तनाव आने पर सकारात्मक रहते हुए भरपूर नींद लेनी चाहिए. वर्तमान में युवाओं पर मोबाइल का भूत सवार हुआ है. इसके अलावा कोरोना महामारी के चलते सभी क्लासेस ऑनलाइन चलायी जा रही है. इस दौर में पढ़ाई के साथ ही भरपूर नींद लेना भी महत्वपूर्ण होने की सलाह विशेषज्ञों ने दी है.
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कम नींद के दुुुष्परिणाम
नींद कम होने से चिड़चिड़ापन बढ़ता है. दिनचर्या पर भी इसका असर पड़ता है. एसीडीटी भी बढ़ती है.मानसिक व शारीरिक थकान महसूस होती है. बीपी-शुगर जैसी बीमारियां घर कर लेती है.

  • नींद उड़ने की वजह

1. चिंता, तनाव, दिनचर्या में बदलाव आदि कारणों से नींद उड़ जाती है.
2. लगातार मोबाइल पर लगे रहने से नींद उड़ती है व इसके कारण फिर से मोबाइल हाथ में लिया जाता है.
3.मोबाइल अथवा टीवी स्क्रीन से लगातार चिपके रहने से नीद्रानाश होता है.
4. चिंता, उदासीनता, नशा, बीमारी से नजदीकी व्यक्ति की मृत्यु होने पर अनेकों की नींद उड़ जाती है.

  • कितनी नींद लेनी चाहिए?

नवजात शिशु 14 से 16 घंटे
एक से पांच वर्ष 12 से 15 घंटे
स्कूल जाने वाले बच्चे 10 से 12 घंटे
21 से 40 वर्ष 08 से 10 घंटे
41 से 60 वर्ष 07 से 08 घंटे
61 से अधिक 06 से 08 घंटे

  • डॉक्टरों की सलाह बगैर नींद की गोली न लें

नींद नहीं आने से शरीर पर विपरित असर होता है. इसलिए नागरिक नींद की गोलियां लेते हैं. लेकिन यह दवाई सेहत के लिए हानिकारक होती है. इन दवाईयों से मानसिक निर्णय क्षमता कमजोर होती है. इसलिए डॉक्टरों के परामर्श के बगैर नींद की गोलियां नहीं लेनी चाहिए.

  • अच्छी नींद लेने के लिये क्या करें?

1. सोने से पहले पसंदीदा गीत व संगीत सुनना चाहिए.
2. नियमित रुप से व्यायाम व पोष्टिक आहार लेना चाहिए.
3. तनाव को दूर करने के लिए कोई पसंदीदा काम करना चाहिए.
4. सोने से पहले मोबाइल को दूर रखकर किताबें पढ़नी चाहिए.
5. नींद लेने से पहले ब्रश करें.
6. शांत जगह पर सोये.
7. मांसाहार टाले.
8. नशा व धुम्रपान से दूरी बनाये.
9. नियमित चलने का व्यायाम करें
10. कॉफी का सेवन करें.
11.अधिक चिंता न करें.
12. रातभर गेम खेलते न रहे.

कोरोना काल में मोबाइल का क्रेज बढ़ गया है और पढ़ने की आदत कम हो गई है. इसलिए इन कारणों से नीद्रानाश होती है. पर्याप्त नींद नहीं होने से चिड़चिड़ापन व अन्य बीमारियां घर करती है. इसका पचन प्रक्रिया पर भी असर होता है.
डॉ. मंगेश कालेे, अमरावती

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