मनपा में कोरोना ब्लास्ट, अब तक ७१ पॉजीटिव,२ की मौत
प्रशासन की बढी चिंताए, २२ में से १९ विभागों के अधिकारी व कर्मचारी हुए संक्रमित
अमरावती प्रतिनिधि/दि.५ – अमरावती मनपा (Amravati Manpa) क्षेत्र में इस समय तक १० हजार से अधिक लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके है. जिसे नियंत्रण में लाने का मनपा प्रशासन द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है. लेकिन ऐसा करते समय मनपा प्रशासन में भी कोरोना का जबर्दस्त संक्रमण फैल रहा है. अब तक निगमायुक्त सहित यहां के विभिन्न विभागों के ७१ अधिकारी व कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके है. जिसमें से दो कर्मचारियों की इस संक्रमण की चपेट में आने से मौत हो गयी है. इसके अलावा मनपा के ६ पदाधिकारियों को भी कोरोना संक्रमण द्वारा अपनी चपेट में लिये जाने की वजह से प्रशासन की qचताएं बढ गयी है. जानकारी के मुताबिक मनपा के स्वास्थ्य व स्वच्छता विभाग के सर्वाधिक ३५ अधिकारी कोरोना संक्रमित हुए है. वहीं मुख्य व झोन कार्यालय के कुल ७१ अधिकारी व कर्मचारी इस संक्रमण की चपेट में आये है. हालांकि इसमें से ६२ कर्मचारियों को डिस्चार्ज दिया जा चुका है और इस समय केवल ७ कर्मचारियों का इलाज चल रहा है. लेकिन दुर्भाग्य से महिला व बालकल्याण विभाग सहित झोन क्रमांक ४ में कार्यरत दो कर्मचारियों की इलाज के दौरान मौत हो गयी है. उल्लेखनीय है कि, अमरावती जिले में कोरोना के सर्वाधिक संक्रमित मरीज अमरावती मनपा क्षेत्र से ही पाये गये है और अमरावती मनपा क्षेत्र में नागपुरी गेट, खोलापुरी गेट व मसानगंज परिसर सहित बडनेरा के जुनी बस्ती व नई बस्ती में एक समय कोरोना के सर्वाधिक मरीज पाये जा रहे थे. जिसकी वजह से इन सभी इलाकों को क्लस्टर झोन व हॉटस्पॉट एरिया घोषित किया गया था. लेकिन बाद में यहां पर कोरोना संक्रमण की रफ्तार सुस्त पडने के चलते इन परिसरों में बनाये गये कंटेनमेंट झोन को निरस्त भी किया गया है.
-
इन विभागों में फैला कोरोना
मनपा प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग में २९, सामान्य प्रशासन विभाग में २, सहायक संचालक नगर रचना में ४, महापौर कार्यालय में २, समाज विकास कार्यालय में १, अग्निशमन विभाग में १, प्रधानमंत्री आवास योजना में ३, आयुक्त कार्यालय में २, कार्यकारी अभियंता कार्यालय में २, कर्मशाला में १, नगरसचिव विभाग १, स्वच्छता विभाग में ६, इसके अलावा झोन क्रमांक २ में ३ कर्मचारी, झोन क्रमांक ३ में २ और झोन क्रमांक ४ व ५ में प्रति एक-एक कर्मी कोरोना संक्रमित हुए है. केवल बिजली विभाग व कंप्यूटर विभाग अब तक कोरोना संक्रमण से बचे हुए है.
-
पदाधिकारी भी आये लपेटे में
हमेशा ही जनसंपर्क में रहने के चलते अब तक ६ से ७ नगरसेवक कोरोना संक्रमित हुए है. जिनमें पूर्व महापौर व मौजूदा पार्षद विलास इंगोले का भी समावेश रहा. जिस रफ्तार से मनपा पदाधिकारी, अधिकारी व कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे है, उसे देखते हुए मनपा का अपना कोविड अस्पताल हो, ऐसी मांग अब सामने आ रही है. लॉकडाउन में शिथिलता मिलते ही मनपा कार्यालय परिसर में अब एक बार फिर भीडभाड बढने लगी है. इसमें यह जरूरी नहीं कि यहां आनेवाले हर व्यक्ति को मनपा कार्यालय में कोई काम हो ही. कई बार एक छोटे से काम के लिए लोगबाग अपने साथ कुछ अन्य लोगों को भी साथ लेकर आते है. वहीं कई लोग मनपा कार्यालय परिसर में यूं ही मेल मुलाकात करने के लिहाज से घुमते फिरते रहते है. इस बात के मद्देनजर मनपा प्रशासन द्वारा मनपा मुख्यालय में भीडभाड को कम करने के लिए कई तरह के उपाय किये गये है, लेकिन बावजूद इसके मनपा में भीडभाड कम होने का नाम नहीं ले रही. वहीं दूसरी ओर कोरोना का संक्रमण मनपा में बडी तेजी के साथ पांव पसार रहा है. जिसे मनपा के लिए खतरे की घंटी कहा जा सकता है.
कोरोना प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओं के मद्देनजर सभी नियमों व निर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया गया है. इस समय फिजीकल डिस्टेंसिंग बेहद महत्वपूर्ण है. नागरिकों ने प्रशासन की ओर से जारी किये जा रहे दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए. साथ ही एक-दूसरे को वॉटसएॅप व मैसेंजर पर संदेश भेजते हुए जागरूक भी करना चाहिए.