अमरावती

‘ई-पॉस’ पर अंगूठा लगाने से फैल सकता है कोरोना

राशन दुकानों पर नि:शुल्क के लिए लगी लंबी कतारे

अमरावती/प्रतिनिधि दि.४ – जारी माह के दौरान जिले के कई लाभार्थियों को सरकारी राशन दुकानों के जरिए नि:शुल्क अनाज दिया जायेगा. जिसके लिए सभी राशनकार्ड धारको को ‘ई-पॉस’ मशीन पर अंगूठा लगाना होगा. साथ ही नि:शुल्क अनाज के लिए अच्छी खासी कतारे भी लगना तय है. ऐसे में इस नि:शुल्क अनाज वितरण कार्य के दौरान यदि आवश्यक सावधानियां नहीं बरती गई तो कोविड संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. साथ ही राशन दुकानदार भी एक तरह से समस्याओं व दिक्कतों में घिर जायेंगे. ज्ञात रहे कि, इससे पहले भी कई राशन दुकानदार कोविड संक्रमण की चपेट में आ चुके है और उनके द्वारा मांग की जा रही है कि ‘ई-पॉस’ मशीन पर अंगूठा लगाये जाने को अनिवार्य न किया जाए.
इसके अलावा अपनी अन्य कई मांगों के लिए भी जिले भर के राशन दुकानदार इससे पहले हड़ताल पर जा चुके है. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा घोषित किया गया नि:शुल्क अनाज अब मई माह में दिया जायेगा. इस योजना का लाभ लेने हेतु ग्राहको की अच्छी खासी भीड़ भाड़ होना तय है. इस भीड़ भाड़ की वजह से भी कोविड संक्रमण बढ़ सकता है. साथ ही अनाज लेने के लिए नागरिको को ई-पॉस मशीन पर अपना अंगूठा लगाना अनिवार्य किया गया है. ऐसे में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक कोविड संक्रमण का खतरा पहुंच सकता है. हालाकि प्रशासन द्वारा सभी राशन दुकानदारों को अपने ग्राहको हेतु सैनिटायजर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गये है. किंतु राशन दुकानदारों द्वारा इतने बड़े पैमाने पर सभी ग्राहको के लिए सैनिटाइजर उपलब्ध करवाना संभव होगा अथवा नहीं यह अपने आप में एक बड़ा मसला है. क्योंकि हर राशन दुकानदार के पास कम से कम डेढ़ से दो हजार के आसपास राशनकार्ड धारक ग्राहक होते है. इनके लिए सरकार की ओर से राशन दुकानदारों को सैनिटायजर व मास्क उपलब्ध नहीं कराए जाते. यानी सैनिटायजर की व्यवस्था सभी राशन दुकानदारों को अपने स्तर पर करनी होगी. वहीं अब तक कई दुकानदारों का वैक्सीनेशन भी नहीं हुआ है. ऐसे में उनके लिए कोविड संक्रमण का खतरा बना हुआ है.

  •  राशन दुकानदारों ने उठाई मांग

राज्य में अब तक १२३ राशन दुकानदारों की कोविड संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है. उनके परिवारों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, सभी राशन दुकानदारों को ५० लाख रूपये का बीमा सुरक्षा कवच दिया जाए. लाभार्थियों के बायोमैट्रिक की सख्ती न की जाए. राशन दुकानदार द्वारा आधारकार्ड प्रमाणित करते हुए धान्य वितरण की सुविधा प्रदान की जाए. वाधवा समिति की रिपोर्ट के अनुसार मानधन प्रदान किया जाए. दुकानदारों को राजस्व चतुर्थश्रेणी का दर्जा प्रदान किया जाए. इस आशय की मांग राशन दुकानदारों द्वारा की गई है.

कोविड संक्रमण के लगातार बढ़ते खतरे को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार के निर्देशानुसार राशन दुकानदारों को ई-पॉस मशीन पर अपना अंगूठा लगाते हुए अनाज वितरित करने के निर्देश दिए गये है. साथ ही इससे पहले राशन दुकानदारों को सैनिटाइजर की आपूर्ति भी की गई थी.
अनिल टाकसाले,
जिला आपूर्ति अधिकारी,

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