अमरावती

कोरोना की पकड हुई ढीली, पॉजीटिव मरीजों की संख्या घटी

जारी माह में नये संक्रमित मरीज मिलने का प्रमाण हुआ कम

अमरावती प्रतिनिधि/दि.८ – विगत अगस्त व सितंबर माह में कोरोना संक्रमितों की संख्या में जबर्दस्त इजाफा हो रहा था और आये दिन ३०० से ४०० संक्रमित मरीज मिलना बेहद आम बात हो गयी थी, लेकिन जारी माह में हो रहीं कोरोना टेस्ट में नये पॉजीटिव मरीज मिलने का प्रमाण काफी हद तक कम हुआ है. इसके चलते कहा जा सकता है कि, जारी सप्ताह में अमरावती जिले पर कोरोना की पकड कुछ ढीली हुई है. जहां सितंबर माह के दौरान आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजीटिव मरीज मिलने का प्रमाण ४०.६८ फीसदी था, वहीं अब यह अनुपात २५ से ३० प्रतिशत तक आ गया है. जिसके चलते अमरावती जिले को राहत मिली है. बता दें कि, जिले में अप्रैल माह के दौरान कोरोना का संक्रमण शुरू हुआ, जब ३ अप्रैल को हाथीपूरा परिसर निवासी ४५ वर्षीय व्यक्ति की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटिव आयी, और रिपोर्ट आने से पहले ही इस व्यक्ति की मौत हो चुकी थी. इसके बाद अमरावती शहर सहित जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढने लगी और सितंबर माह में तो मानो कोरोना संक्रमण ने कहर ढाना शुरू कर दिया, जब रोजाना ३०० से ४०० संक्रमित मरीज मिलना आम बात हो चली थी. इसके बाद अक्तूबर माह के शुरू होते ही नये संक्रमित मरीजों के मिलने की संख्या में अचानक कमी आयी और विगत सप्ताह में रोजाना सौ से डेढ सौ नये संक्रमित मरीज पाये गये. ऐसे में कहा जा सकता है कि, अब अमरावती में कोरोना संक्रमण की रफ्तार घटकर आधी हो गयी है. हालांकि, कोरोना संक्रमितों की संख्या घटने के साथ ही अब कई तरह के तर्क-विर्तक भी लगाये जा रहे है.

लॉकडाउन में छूट देने के बाद सभी स्थानों पर भीडभाड होनी शुरू हो गयी है और लोगों में कोरोना संक्रमण का भय कम हो गया है. कई स्थानों पर फिजीकल डिस्टन्सिंग का जमकर उल्लंघन हो रहा है और लोगबाग बिना मास्क लगाये ही घुम रहे है. जिसके परिणाम स्वरूप जिलाधीश शैलेश नवाल (Collector Shailesh Naval) ने अमरावती में पांच दिन का विशेष अभियान चलाने का निर्देश भी दिया था. वहीं दूसरी ओर इन दिनों कोविड टेस्ट की संख्या में भी कमी आयी है. यह भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में आयी कमी की वजह हो सकती है, ऐसा कहा जा रहा है. खुद स्वास्थ्य विभाग ने भी यह माना है कि, इन दिनों पहले की तुलना में काफी कम लोगों की कोरोना टेस्टिंग हो रही है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, चूंकि अब कोरोना टेस्टिंग के मामले ही घट गये. ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने का अनुपात भी घट गया है.

  • सितंबर में थी विस्फोटक स्थिति

बता दें कि, सितंबर माह में ५ हजार ६१० नये संक्रमित पाये जाने के चलते हालात एकदम विस्फोटक हो गये थे. इसी पाश्र्वभुमि के बीच स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का जिला दौरा हुआ. जिसके बाद कोरोना संक्रमण का ग्राफ नीचे आना शुरू हुआ. सितंबर माह में आरटी-पीसीआर की ९ हजार १२२ टेस्ट हुई. जिसमें ३ हजार ७११ रिपोर्ट पॉजीटिव आयी. यह ४०.६८ फीसदी संख्या है. साथ ही रैपीड एंटीजन में ११ हजार ४२१ टेस्ट की गई. जिसमें १ हजार ८९९ की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी. यह ६.६३ फीसदी संख्या है. सितंबर माह में कुल २० हजार ५४३ टेस्ट की गई, जिसमें से ५ हजार ६१० यानी २७.३१ फीसदी रिपोर्ट पॉजीटिव आयी.

  • अक्तूबर में पॉजीटिव मरीजों का प्रमाण घटा

जारी अक्तूबर माह के पहले सात दिनों में आरटी-पीसीआर की १ हजार ६९८ टेस्ट की गई. जिसमें से ३३.०३ यानी ५६१ सैम्पलों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है. यानी कोरोना का संक्रमण अभी एकदम कम भी नहीं हुआ है. इससे उलट चूंकि प्रोटोकॉल के अनुसार टेस्ट नहीं हो रही और टेस्टिंग की संख्या कम हो गयी है, इसकी वजह से पॉजीटिव मरीज मिलने का प्रमाण घट गया है. जारी माह में १ तारीख को ४४८ टेस्ट में ११५ पॉजीटिव, २ तारीख को ३५१ टेस्ट में ७० पॉजीटिव, ३ तारीख को ३५८ टेस्ट में ७८ पॉजीटिव, ४ तारीख को ३२५ टेस्ट में १०६ पॉजीटिव, ५ तारीख को २११ टेस्ट में १६४ पॉजीटिव, ६ तारीख को २०५ टेस्ट में ५३ पॉजीटिव मरीज पाये गये थे.

  • संभाग में भी कोरोना की तीव्रता घटी

अमरावती शहर व जिले के साथ ही अब संभाग के पांचों जिलों में भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार घटी है. बीते २४ घंटे के दौरान अमरावती संभाग में ७ कोरोना संक्रमितों की मौत हुई और २८२ नये संक्रमित मरीज पाये गये. जिसमें से अकेले अमरावती जिले में ही ३ कोरोना संक्रमितों ने दम तोडा और यहां पर १४८ नये संक्रमित मरीज मिले. वहीं यवतमाल जिले में कोरोना के ५० नये मरीज मिले और एक कोरोना संक्रमित की मौत हुई. साथ ही वाशिम जिले में ४० नये संक्रमित मरीज मिले और एक मरीज की मौत हुई. इसके अलावा गत रोज बुलडाणा और अकोला में २२-२२ मरीज पाये गये और अकोला में २ मरीजों की मौत भी हुई. इन आंकडों को देखकर कहा जा सकता है कि, अमरावती सहित पश्चिम विदर्भ के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब सुस्त हुई है और नये संक्रमित मरीज मिलने का प्रमाण घट रहा है.

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