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1 हजार 39 कैदियों की नियमित जांच
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6 कैदियों में दिखे सर्दी-खांसी के लक्षण
अमरावती/दि.16 – स्थानीय मध्यवर्ती कारागार में कोविड संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित कर लिया गया है. इस समय केवल पांच कैदी आयसोलेशन कक्ष में भरती है. इसके अलावा सेंट्रल जेल में अन्य कोई भी कैदी कोविड संक्रमित नहीं है. साथ ही यहां का कोई भी कैदी सुपर कोविड या इर्विन अस्पताल में भी इलाज हेतु भरती नहीं है.
उल्लेखनीय है कि, राज्य में मार्च 2020 में कोविड संक्रमण का आगमन हुआ. पश्चात 1 मई 2020 से जनवरी 2021 के दौरान अमरावती सेंट्रल जेल में 165 कैदी कोविड संक्रमण की चपेट में आये. साथ ही एक कैदी सहित एक कर्मचारी की कोविड संक्रमण के चलते मौत हुई. ऐसे में गृहविभाग के कारागार प्रशासन ने कैदियों व जेल कर्मियों को कोविड संक्रमण से बचाने हेतु 30 अप्रैल 2020 से कडे नियम लागू किये. जिसके तहत जेल अधिकारियों व कर्मचारियों को 15-15 दिनों की अलग-अलग ड्यूटी दी गई. साथ ही नये कैदियों को पहले कोरोंटाईन रखने हेतु अस्थायी जेल बनायी गयी. जहां पर 14 दिन रहने के बाद ही आवश्यक स्वास्थ्य जांच पश्चात उन्हें जेल की मुख्य इमारत में प्रवेश दिया जाता है. यह नियमावली आज भी जारी है. जेल के प्रवेशद्वार पर सैनिटाईजर, हैण्डवॉश व सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का कडाई के साथ पालन करवाने में कारागार प्रशासन पूरी तरह से सफल रहा. इस समय यहां पर भरती 1 हजार 39 कैदियों में से केवल 5 कैदी कोविड संक्रमित पाये गये है. जिन्हें आयसोलेशन में रखा गया है और किसी भी कैदी की स्थिति गंभीर नहीं है. बता दें कि, सेंट्रल जेल में बंद 1 हजार 39 कैदियों में 24 महिला व 1 हजार 15 पुरूष कैदियोें का समावेश है.
सभी कैदियों की करते है नियमित स्वास्थ्य जांच
सेंट्रल जेल के दवाखाने में सभी कैदियोें की नियमित स्वास्थ्य जांच की जाती है. जेल के भीतर ही कैदियों हेतु स्वतंत्र दवाखाना है, जहां कैदियों का प्राथमिक उपचार किया जाता है. इन दिनों कारागार में सर्दी-खांसी व बुखार का लक्षण रहनेवाले 6 कैदी है. जिनकी आगामी सप्ताह में कोविड टेस्ट की जायेगी. कुछ कैदी पुलिस कस्टडी अथवा पैरोल के चलते यहां से बाहर जाते है और बाद में उनमें कोविड सदृश्य लक्षण पाये जाने की संभावना होती है. ऐसी जानकारी जेल के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. आय. थोरात ने दी है.